Site icon Youth Ki Awaaz

“डियर पेरेंट्स, आपके बच्चे के नंबर के आगे भी ज़िन्दगी है”

पेरेन्ट्स

पेरेन्ट्स

बच्चों को कैसे विकसित करें? कैसे उन्हें एक अच्छा नागरिक बनाया जा सकता है? बच्चों को सबसे आगे कैसे लाएं? उनके लिए सबसे ज़्यादा क्या ज़रूरी है? आज के युग में ऐसा लगता है कि बच्चों का एक ही लक्ष्य है, परीक्षा में 90% से ज़्यादा नंबर लाना।

संदेश साफ है, मतलब जीवन की सबसे बड़ी तैयारी और ज़रूरत यही है। इसके अलावा कुछ भी काम की चीज़ है ही नहीं! बाकी सब बेमानी है। नैतिक मूल्य, ईमानदारी, खेलकूद और संगीत आदि कोई मायने नहीं रखते।

क्या जीवन में सिर्फ अच्छे नंबर ले आना और एक बड़ी सी नौकरी पा लेना काफी है? सच्चाई तो यह है कि बच्चों का संपूर्ण विकास ज़रूरी है। जब चारों ओर बहुत सारे नंबर लाने का ही बोलबाला हो, तो बच्चों पर दबाव कैसे नहीं होगा?

बच्चों को संपूर्ण विकसित कैसे किया जाए?

Exit mobile version