मैं ने YKA में काफी लेख देखे हैं लड़कियों के समान अवसर के मामले में। और मुझे अच्छा लगता है कि इस चीज़ की चर्चा इतनी होती है।
जिसको लगता है कि हिंदुस्तानी लड़की तो यह ही चाहती है, 18 – 20 साल में शादी करना फिर अच्छे अच्छे कपड़ों में कभी बैठी रहना, कभी सारा दिन टेलीविजन देखना…. ….उसको मैं यह कहना चाहती हूं सच है, ऐसी होती है। लेकिन अगर लड़कियों के 60 – 70 प्रतिशत ऐसी लाइफ चाहती हैं, तब भी तो 30 – 40 प्रतिशत होती हैं जिनका सपना है काम पर जाना शादी के बाद भी।
किसी किसी लड़की का पिताजी मना करता है, किसी किसी का पति मना करता है।
यूरोप के लोग काफी बार कहते हैं कि हिंदुस्तान में ऐसे है : बैंगलोर काफी उन्नत है लेकिन हिंदुस्तान का उत्तर आज तक उन्नत नहीं है, दिल्ली में गैंग रेप है इत्यादि।
(source of the photo: pxhere.com)
अभी आप इस लेख को पढ़ रहे हैं, और आपके आस-पास शायद एक परिवार रहता है जो अपनी बहू को job पर जाने की इजाज़त देता है, है न ?
एक परिवार जो अपनी नई-ताज़ी बहू को दफ्तर का, नर्स का, लैबोरेट्री का काम करने देता है।
मैं हिंदुस्तान की बदनामी नहीं होने देना चाहती हूं, और इसलिये :
आप हिम्मत लेकर एक बार नीचे, बिलकुल नीचे comments में लिखिये आपने ऐसा ‘साहसी’ परिवार कहां देखा है ?