भारत आज युवा शक्ति के मामले में दुनिया में सबसे समृद्ध देश है। जैसा कि हम सब जानते हैं कि युवा किसी भी राष्ट्र की शक्ति होते हैं,
किसी भी देश का भविष्य उनके युवाओं पर निर्भर करता है।
एक नई प्रतिभा के आ जाने से ना सिर्फ देश की प्रगति होती है, बल्कि देश का विकास भी होता है, इसलिए हर साल 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस युवाओं को समर्पित दिन के रूप में मनाया जाता है।
इस युवा दिवस मैं एक युवा होने के नाते सरकार से कुछ मांग करती हूं-
हमारे देश में सबसे ज़रूरी है शिक्षा व्यवस्था को सुधारना, क्योंकि यहां शिक्षा एक व्यापार बन गया है। हमारे यहां स्कूल-कॉलेजों में शिक्षा देने से ज़्यादा, पैसे कमाने पर ध्यान दिया जाता है।
हमारे देश में अभी तक लड़कियों की स्थिति में सामाजिक और आर्थिक तौर पर कुछ ज़्यादा सुधार नहीं हुए हैं। अभी भी लड़कियों का वही हाल है, जो कि पहले था। आज भी अधिकांश लड़कियों को फ्रीडम ऑफ च्वाइस नहीं है। आज भी लड़की रात को बिना डर के अकेली सड़क पर नहीं निकल सकती है। वह दिन कब आएगा जब हम बिना किसी डर के बाहर जा सकेंगे?
पिछले कुछ सालों में देश में तेज़ी से माॅब लीचिंग की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। इस पर रोक लगाना बेहद ज़रूरी है। इसके लिए सरकार को कुछ ठोस कदम उठाने चाहिए, ताकि ऐसी घटनाएं हमारे समाज में ना हो।
यही नहीं युवाओं को राजनीति में मौका मिलना चाहिए, ताकि देश को नया नज़रिया मिले, साथ ही राजनीति को नई दिशा।
देश की जनसंख्या पर रोक लगना भी बेहद ज़रूरी है। सरकार को इसपर रोक लगानी चाहिए और इसके लिए कानून भी बनाना चाहिए। साथ ही आम लोगों को इस दिशा में जागरूक भी करना चाहिए।
देश में रोज़गार सृजन का काम बेदह ज़रूरी है, क्योंकि बेरोज़गारी हमारे देश की एक बड़ी समस्या है। सरकार को इसपर ध्यान देना चाहिए क्योंकि बेरोज़गारी के कारण युवा कई बार गलत रास्ते का चुनाव कर लेते हैं। कहते हैं ना “खाली दिमाग शैतान का घर” होता है। आज यह कहावत सही लग रही है। आप ही सोचो जितनी आबादी बढ़ रही है, क्या उसकी तुलना में रोज़गार सृजन हो रहा है? कहीं-ना-कहीं इन सबका ही नतीजा है, मॉब लिंचिंग, चोरी, रेप, आत्महत्या जैसी घटनाएं।
जब मैंने कुछ बड़े किसानों से बात की तथा उनकी राय जानी तो उनका यह कहना था कि उन्हें खेती करने के लिए मज़दूर ही नहीं मिल रहे हैं।
मैं सरकार से ऐसी व्यवस्था करने के लिए कहूंगी, जिससे लोगों को आसानी से मज़दूर मिल जाएं। इसके लिए सरकार को भी ज़्यादा मेहनत करने की ज़रूरत नहीं है। सरकार कुछ ऐसी व्यवस्था करे कि जिस व्यक्ति को काम कराने के लिए मज़दूर चाहिए, वह अपने पंचायत के मुखिया को यह आवेदन दे कि मुझे इतने व्यक्तियों का काम है, इसके बाद एक प्रोसेस के तहत उस व्यक्ति को मज़दूर उपलब्ध करवाए जाएं।
एक युवा होने के नाते सरकार से मेरी यही डिमांड है कि इन सबके बारे में सोचे और जल्द-से-जल्द कोई कदम उठाए।
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