बच्चों को संसदीय कार्य प्रणाली के संबंध में जागरूक करने के उद्देश्य से झुंझुनू ज़िले में ककराना गॉंव के सरकारी विद्यालय में बाल संसद का गठन किया गया। इसके साथ ही इसका उद्देश्य बच्चों में प्रजातांत्रिक मूल्यों के प्रति समझ विकसित करना एवं उनमें नेतृत्व क्षमता का विकास करना भी है। इस बाल संसद का गठन हमने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन द्वारा किया।
पहली बार बैलट पेपर की जगह इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन द्वारा बाल संसद की मतदान प्रक्रिया पूरी की गई। जिसके माध्यम से बाल संसद का चुनाव बड़ी सरलता एवं पारदर्शी तरीके से किया गया।
बाल संसद की चुनाव प्रक्रिया दो चरणों में पूरी की गई। पहले चरण में कक्षा 3 से कक्षा 12 की प्रत्येक कक्षा से 80 प्रतिनिधियों का चुनाव इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के माध्यम से किया गया। इस चरण में 550 से अधिक बच्चों ने मतदान किया। दूसरे चरण में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन द्वारा 80 प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री (रीना, कक्षा 11), उपप्रधानमंत्री (अशोक, कक्षा 12), सभापति (विनोद ,कक्षा 11) एवं उपसभापति (अनिता, कक्षा 11) का चयन किया।
प्रधानमंत्री रीना, प्रधानाचार्य जगदीश तेतरवाल, बाल संसद प्रभारी कविता द्वारा प्रतिनिधिओं की क्षमताओं और बच्चों की रुचि को ध्यान में रखकर कुल 8 मंत्री एवं 8 उपमंत्री चुने गए, जिनमें वित्त व अनुशासन मंत्री (ऋचा, कक्षा 12), शिक्षा-सांस्कृतिक मंत्री (कंचन ,कक्षा 11) पर्यावरण मंत्री (मोनिका , कक्षा-12) स्वास्थ व सफाई मंत्री (राकेश ,कक्षा 11 ) खेलमंत्री (सचिन, कक्षा 12 ) पुस्तकालय मंत्री (मनीषा कक्षा 11) पोषाहार मंत्री (रवीना ,कक्षा 11 ) जलमंत्री (कविता ,कक्षा 12 ) शामिल हैं।
मंत्रिमंडल ने ली विद्यालय के विकास से जुड़ी शपथ
सभापति द्वारा सभी मंत्रियों को शपथ दिलाई गई कि वह विद्यालय विकास के लिए सभी सहपाठी, शिक्षक एवं समुदाय सहयोग के साथ कार्य करेंगे और विद्यालय एवं समुदाय को शिक्षित, सुन्दर व स्वच्छ बनाने का प्रयास करेंगे। बालसंसद के माध्यम से बच्चे विद्यालय की समस्याओं का समाधान करेंगे। इस नवाचार से बच्चे विद्यालय में सुव्यवस्थित प्रबंधन सुनिश्चित करेंगे।
बाल संसद की प्रधानमंत्री रीना ने कहा,
मुझे प्रधानमंत्री के रूप में चुनने के लिए धन्यवाद, मैं अपने मंत्रीमंडल के सहयोग से आपकी सभी समस्याओं का समाधान करने की कोशिश करूंगी।
प्रधानाचार्य जगदीश तेतरवाल ने सभी चुने गए प्रतिनिधियों एवं मंत्रियों को जीत की बधाई देते हुए विद्यालय विकास में सहयोग करने की आशा व्यक्त की। पहली बार बैलट पेपर की जगह इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से पारदर्शी तरीके मतदान प्रक्रिया के नवाचार की सरहना की।
झुंझुनू ज़िले के 3 सरकारी स्कूलों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन द्वारा बाल संसद की मतदान प्रक्रिया की गई है। झुंझुनू ज़िले के 3 सरकारी स्कूलों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन द्वारा बाल संसद की मतदान प्रक्रिया की गई है।
इस नवाचार को सफल बनाने में बाल संसद प्रभारी कविता, समुद्र राम, सुमित शर्मा ,सत्येन्द्र, वंदना, बीरबल, पुष्पेन्द्र सिंह, महेश कुमार, इंद्रपाल, सुरेश कुमार आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।