मोदी सरकार के मंत्री और हिंदुओं के पोस्टर बॉय गिरिराज सिंह जी कहते हैं,
हम आने वाले दिनों में ऐसी तकनीक का प्रयोग करेंगे कि देश के अंदर गाय के गर्भधाम से जो बच्चे होंगे वे सिर्फ बछिया होंगी। 2025 तक देश में 10 करोड़ बछिया होगी। हम दूध एक्सपोर्ट करेंगे। इससे किसानों को सवा से डेढ़ लाख का फायदा होगा। नौजवान सबसे छोटी वाली गाय रख ले, जो दूध ना देने वाली गाय हो उसे भी रख ले। हम गाय पैदा करने की फैक्टरी लगा देंगे।
यह तो हुई गिरिराज सिंह की बिना सिर पैर वाली घोषणा। अब मान लीजिए (वैसे ही जैसे आपने माना कि कश्मीर में शांति है, सर्जिकल स्ट्राइक सही थी, मोदी लहर नहीं करंट था) मंत्री जी का आइडिया ज़मीनी स्तर पर हकीकत की रूपरेखा बनाता है, तो मेरे हिसाब से दूध का एक्सपोर्ट तो बाद की बात है, पहले तो इसके कई साइड इफेक्ट देखने को मिलेंगे।
या यूं कहे कि गिरिराज सिंह जी खामखा मोदी सरकार, सुप्रीम कोर्ट, पुलिस का वर्क लोड बढ़ा रहे हैं। वह कैसे?
- 2025 तक 10 करोड़ बछिया होगी, गोदी मीडिया के अनुसार मुसलमान अपना कुनबा बढ़ा ही रहे हैं, हिंदू खतरे में हैं। तो देश में पहलू खान जैसे लोग बढ़ जाएंगे, हर गॉंव में एक पहलू होगा, जो बेचारा पेट पालने के लिए गाय पालेगा, क्योंकि गाय ने यह तय किया ही नहीं ना कि वह मुस्लिम के घर नहीं बंधेगी, इससे क्या होगा कि…
- बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद, गौरक्षकों का वर्क लोड बढ़ जाएगा। पुलिस स्टेशनों में FIR के लिए रजिस्टर थोक में रखने होंगे, झूठे केस लड़ने वाले वकीलों की भारी कमी हो जाएगी।
- सोशल मीडिया पर भीड़ के पैरों से कुचलकर मारने वाले वीडियो की बाढ़ आ जाएगी, अंबानी जी को JIO वाले डेटा पैक की लिमिट भी बढ़ानी पड़ेगी, ताकि लोग देख सकें और यहां-वहां भेज सकें।
- सामाजिक संस्थाओं के ऑफिसों में लाइन लगी रहेगी, वे खुद को एकदम से सरकार समझने लगेंगे, इतना काम जो करते हैं एक्टिविस्ट?
- सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट में केस की फाइलों को रखने के लिए एक नए कमरे का निर्माण करवाना पड़ेगा।
- अस्पतालों में पोस्टमार्टम करवाने वालों की भीड़ लगी रहेगी, नाज़ुक हालातों को देखते हुए मेडिकल कॉलेजों से स्टूडेंट्स को काम पर लगाया जा सकता है।
- भारत माता की जय, बोलने वालों की भर्तियों में तेज़ी आएगी, बेरोज़गारी अचानक से खत्म हो जाएगी, फुर्र करके।
- मीडिया वालों का तो कतई बुरा हाल होगा, उनकी छुट्टी कैंसल हो जाएगी, उन्हें रात के 2 बजे भी हिन्दू-मुस्लिम डिबेट करनी पड़ेगी।
- आखिर में रही बात नौजवानों की तो, गिरिराज सिंह उन्हें गाय पालने का कह रहे हैं। इससे देश की युवा आबादी सीधे-तौर पर कम हो सकती है। भारत से युवा आबादी वाले देश का टैग छिन सकता है। काहे, क्योंकि कम उम्र में ही मॉब लिंचिंग हो जाया करेगी।
बाप रे, 2025 में कैसा होगा मेरा भारत महान?