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बिहार के रोसड़ा में नगरपालिका के सामने सड़कों पर बहता है नाले का पानी

फोटो साभार- प्रिंस सिंह

फोटो साभार- प्रिंस सिंह

मैं समस्तीपुर ज़िले के रोसड़ा सब डिविज़न टाउन का निवासी हूं और वर्तमान में बतौर इंजीनियर मैंगलौर की एक कंपनी में कार्यरत हूं। लगभग 10-12 वर्षों से पढ़ाई के सिलसिले से बाहर ही रह हा हूं मगर दुख की बात यह है कि शहर को जिस हाल में देखकर गया था, आज भी आलम वही है।

पूरे रोसड़ा शहर में कहीं पर भी प्रॉपर ड्रेनेज सिस्टम की व्यवस्था नहीं है, जिस वजह से शहर वासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ताज़ा मामला शहर के छोटी दुर्गा स्थान के पास जल-जमाव का है, जहां बारिश और लोगों के घरों से निकलने वाली दूषित पानी बीमारियों को खुले तौर पर न्यौता दे रहा है।

सबसे दुखद यह है कि दो कदम की दूरी पर पुलिस स्टेशन होने के बावजूद भी प्रशासन की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। यही नहीं, जल-जमाव वाले इलाके से 2 कदम की दूरी पर नगर पालिका भी स्थित है, जहां के तमाम कर्मचारी कान में तेल डालकर सोये हुए हैं।

गौरतलब है कि कुछ ही दिनों के बाद दुर्गा पूजा का शुभारंभ होने वाला है। यदि नगर पालिका और स्थानीय प्रशासन का निराशाजनक रवैया जारी रहा, तब पूजा की रौनक फिकी पड़ जाएगी।

कार्यपालक पदाधिकारी को मामले की जानकारी ही नहीं

इस विषय पर कार्यपालक पदाधिकारी जयचंद अकेला से बात करने पर उन्होंने कहा, “मेरे आते ही मैंने सबसे पहले इसी चीज़ पर चर्चा की थी। सबसे बड़ी बात यह है कि शहर में कोई ड्रेनेज सिस्टम नहीं है।”

उन्होंने आगे कहा कि हमने शहर में ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए एक एनजीओ को आउटसोर्स किया था, जिसके चले जाने के बाद सारी परेशानियां शुरू हो गई हैं। अब हमने सारी ज़िम्मेदारी अपने हाथ में ले लिया है और मुझे लगता है कि इतनी विषम परिस्थितियों में हमारी टीम अच्छा काम कर रही है। यदि शहर वासियों के पास कोई और सुझाव है, तो वे ज़रूर मेरे दफ्तर आएं।

जल-जमाव के बीच काम पर जाते लोग। फोटो साभार- प्रिंस सिंह

कार्यपालक पादाधिकारी ने आगे कहा कि हमें अभी तक इस बात की जानकारी नहीं है कि दुर्गा स्थान रोड पर किस जगह जल-जमाव की समस्या है। हम इस शहर में सेंट्रलाइज़्ड ड्रेनेज सिस्टम की शुरुआत करने वाले हैं, जिसके लिए शहर के लोगों से भी बात की जाएगाी। आने वाले समय में यदि मैं यहां रहूं या ना रहूं मगर यह ज़रूर कहूंगा कि रोसड़ा इस दिशा में मिसाल कायम कर सकता है।

वहीं, नगरपालिका अध्यक्ष श्याम सिंह से इस विषय पर बात करने पर वह कहते हैं, “नगर पंचायत में जल निकासी की कोई व्यवस्था ही नहीं है। बोर्ड की पहली मीटिंग में मास्ट प्लान पर बात हुई है। जल निकासी के लिए मैं सरकार को मास्टर प्लान भेजने वाला हूं। यहां कोई स्थाई इंजीनियर भी नहीं है, सभी डेली वेज़ वाले इंजीनियर्स ही हैं। अभी जो कार्यपालक पदाधिकारी आए हैं, वह भी इस दिशा में कुछ नहीं कर रहे हैं।”

क्या कहते हैं रोसड़ा के लोग

जल-जमाव वाले इलाके के पास रहने वाले प्रशांत सिंह कहते हैं कि रोसड़ा में जल-जमाव एक गंभीर समस्या बनी हुई है, जिसे लेकर ना तो प्रशासन के पास कोई प्लान है और ना ही नगर पालिका की नियत है काम करने की। ऐसे में हमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

वहीं, रोसड़ा के रवीन्द्र नाथ उर्फ चिंटू सिंह का कहना है कि जल-जमाव की समस्या को लेकर कई दफा वह नगरपालिका का चक्कर लगा चुके हैं मगर सब कुछ व्यर्थ है।

छोटी दुर्गा स्थान रोड के पास जल-जमाव की तस्वीर। फोटो साभार- प्रिंस सिंह

अनिषेक सिंह कहते हैं, “यह तो शर्म की ही बात है कि दो कदम की दूरी पर नगर पालिका, पुलिश स्टेशन, गौशाला और डाकघर होने के बावजूद भी जल-जमाव बड़ी समस्या बनी हुई है। अधिकारियों को सामने आकर जनता को जवाब देना होगा।”

राजेश मिश्रा का कहना है कि यह कोई पहली दफा नहीं है जब ऐसी चीज़ें सामने आई हैं। बारिश आने पर शहर कूड़ों के जमघंट में तब्दील हो जाता है। रोसड़ा शहर हमेशा से ही उपेक्षाओं का शिकार रहा है।

बहरहाल, हम रोसड़ा वासियों को उम्मीद है कि इस बार दुर्गा पूजा से पहले नगर पालिका के ज़िम्मेदार लोग इस पर सकारात्मक पहल करें ताकि इन चीज़ों से हमें मुक्ति मिले।

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