Site icon Youth Ki Awaaz

“सियासत में सवालों से बचने के लिए लिया जा रहा है भारत माता की जय का सहारा”

सियासत में इस पार्टी के नेता का उस पार्टी में विलय होना लगा रहता है और अब यह आम बात हो गई है। सोचिए एक विचारधारा से दूसरे विचारधारा में शामिल होना कितना मुश्किल होता होगा? और तो और नेता पार्टी बदलकर उसी पार्टी में चले जाते हैं, जिसका कल वह विरोध करते थे।

पार्टी बदलने के संदर्भ में अगर इनसे बात हो तो इनके पास तर्क के नाम पर घिसे-पिटे कुछ जवाब होते हैं, जैसे कि पार्टी सही नहीं थी, भ्रष्टाचार बहुत ज़्यादा था आदि।

चलिए अब आप राजनीति को एक घर मान लीजिये। अब सवाल यह है कि जब आपके पूरे घर में ही बम लगा हो तो कमरा बदलने से क्या फायदा होगा? कुछ नहीं ना।

हाल ही में कपिल मिश्रा जो कि पहले आप पार्टी के विधायक थे, उन्होंने अब बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। कपिल मिश्रा ने आप पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। बाद में उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया। बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद उन्होंने बताया,

भाजपा में शामिल हो रहा हूं, जिससे भारत माता की जय खुलकर बोल सकूं।

क्या है भारत माता की जय का प्रचलन?

अब आते हैं, “भारत माता की जय” पर, जिसको ना बोलने से आप पर देशद्रोह का मुकदमा भी चल सकता है। इसी के साथ “जय श्री राम” का नारा भी इन दिनों काफी प्रचलित है। यह नहीं बोलने पर आपकी हत्या भी हो सकती है।

ये दो नारों का नाम लेकर आज के नेता हर जगह सवालों से बचते फिरते हैं। मैंने ऐसे कई वीडियो देखें हैं, जिनमें नेता भारत माता की जय बोलकर सवालों से बचते दिखें।

मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही बचपन में होता था और हर वैसे कार्यक्रम में होता था, जहां मुझे भाषण देना होता था। पापा बोलते थे, बेटा जब भाषण में कुछ भूल जाओगे और याद ना आ रहा हो तो, “जय हिंद-जय भारत” बोलकर चले आना। इससे कुछ परेशानी नहीं होगी।

आज यही वाक्या सियासती लोग दोहरा रहे हैं। अगर “भारत माता की जय” बोलने से ही आप देशभक्त कहलाते हैं, तो ऐसी देशभक्ति नहीं कीजिये। सवाल कीजिये इन सियासती लोगों से, जिनका कद झूठे देशभक्ति के सहारे और छोटा होता जा रहा है। देशभक्ति कोई गणित की समस्या नहीं है, जिसे आप L.H.S= R.H.S करके ही साबित कर सकते हैं।

मेरे बोलने का तात्पर्य है कि क्या आपको अपने माता-पिता के प्रति अपना प्रेम प्रदर्शित करने के लिए हमेशा उनकी जय बोलनी पड़ती है। नहीं ना, तो जागिये।

Exit mobile version