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“जानिए राफेल विमान पर ॐ लिखने के फायदे”

Rajnath Singh

Rajnath Singh

चांद पर ज़मीन का पट्टा अपने नाम करने में हम भले ही नाकामयाब हुए हो लेकिन हम फ्रांस जैसे शक्तिशाली राष्ट्र के भीतर घुसकर राफेल लड़ाकू विमान पर नींबू-मिर्ची टांगने में सफल रहे हैं। 

साथ ही हमने राफेल के ऊपर नारियल फोड़ने और उसके ललाट पर ॐ लिखने का ऐतिहासिक कारनामा भी कर दिखाया है। इस शानदार सफलता पर देश में खुशी की लहर है तथा लोग इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए सरकार की मेहनत, लग्न और राष्ट्रवादी नज़रिए को श्रेय दे रहे हैं। पूरी दुनिया हमारी इस सफलता से हतप्रभ है, पाकिस्तानियों और चीनियों की तो नींदें उजर चुकी हैं।

क्रैश कोर्स के लिए आवेदन

दुनिया के तमाम वैज्ञानिक और रक्षा विशेषज्ञ हमारी इस सफलता पर आश्चर्यचकित हैं। खबरे यहां तक आ रही है कि कई वैज्ञानिक इस हद तक हिल गए हैं कि वह अनुसंधान कार्य से संन्यास लेने तक की सोच रहे हैं, तो कई हमारे यहां क्रैश कोर्स के लिए आवेदन करने का मन बना रहे हैं।

राफेल विमान की पूजा-अर्चना करते राजनाथ सिंह।

स्वयं राफेल बनाने वाले वैज्ञानिक अपने आपको छोटा महसूस कर रहे हैं। उन्हें इस बात का एहसास हो रहा है कि नींबू-मिर्ची, नारियल एवं ॐ के बिना राफेल कितना अधूरा और कितना असरहीन था? उनके अनुसार इन सब खतरनाक हथियारों के जुड़ने से राफेल की क्षमता में अप्रत्यशित वृद्धि होगी, जैसे-

नारियल राफेल पर उपलब्ध सबसे खतरनाक गोला-बारूद होगा। हम भारतीयों ने तो भगवानों के यहां नारियल फोड़-फोड़कर ना जाने कितने दुश्मनों को तबाह किया है। इस नवमी मैंने खुद अपने दुश्मनों के लिए 11 नारियल फोड़े हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार यह ॐ शब्द लिखने से इसके अंदर अलौकिक दैवीय शक्तियों का वास होगा, जिससे राफेल की मारक क्षमता में हज़ारों गुणा की वृद्धि होगी। यह कितनी हज़ार गुणा होगी? इसकी वैज्ञानिक अभी गणना कर रहे हैं। 

साथ यह दैवीय शक्तियां इसे किसी भी खतरे से सुरक्षित करेगी। सबसे बड़ी बात कि अगर हवाई युद्ध के दौरान इसके फ्यूल्स समाप्त हो जाएंगे तो ॐ शब्द से उत्सर्जित दैवीय ऊर्जा के सहारे भी यह हवा में गतिमान रहेगा और अपने टारगेट को पूरा करेगा।

राफेल में विध्वंसक परिवर्तन

इसके अलावे भी इन खतरनाक अस्त्रों-शस्त्रों  के जुड़ने से राफेल में कई विध्वंसक परिवर्तन आएंगे। इस अद्वितीय उपलब्धि के साथ ही हमने पूरी दुनिया को बता दिया है कि हम जब नींबू-मिर्ची टांग सकते हैं, नारियल जैसी खतरनाक विस्फोटक ना सिर्फ फोड़ सकते है बल्कि फोड़ने के बाद उसे खा भी सकते है, तो यह राफेल बनाना कौन-सा रॉकेट साइंस है? 

राफेल से भी खतरनाक लड़ाकू विमान तो हम यूं ही बना लेंगे लेकिन छोटे काम हमारी फितरत में नहीं हैं। हम वह करते हैं, जो दुनिया के बस की बात नहीं है। 

फ्रांस से राफेल तो इसलिए खरीदा जा रहा ताकि पैसों की लेन-देन से प्रेम बना रहे। फ्रांस, अमेरिका और रूस जैसे देशों से मित्रता बनाए रखने की गरज है। अन्यथा युद्ध तो हम अपने नींबू-मिर्ची, नारियल के हमले और ॐ के शक्तियों से भी जीत सकते हैं। 

एक खबर यह भी है कि फ्रांस राफेल के बदले पैसे के जगह नींबू, मिर्ची, नारियल और ॐ लिखने का राइट्स मांग रहा है लेकिन हमारी प्यारी सरकार ने भी उसे साफ-साफ कह दिया है, “राफेल की तुम हमसे दो गुणी कीमत ले लो लेकिन नींबू-मिर्ची, नारियल एवं ॐ के राइट्स के बारे में सोचना छोड़ दो।” 

धन्यवाद, 

हमारी प्यारी सरकार।

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