पुणे की गीता काले घरों में काम करती थी गुमनामी की जिंदगी जी रही गीता काले को उनके एक विजिटिंग कार्ड ने रातों रात मशहूर कर दिया नौबत ये आ गयी कि उनको अपना फोन बंद करना पड़ा जी हाँ ये कोई फिल्मी कहानी नहीँ है बल्कि घरों में साफ सफाई करने वाली गीता काले की कहानी है जिनका काम छूटने के कारण वो बड़ी परेशानी में थी पुणे के बावधन में रहने वाली गीता काले कई घरों में काम करके अपना परिवार चलाती है एक दिन वो मायूस चेहरा लिए धन श्री सिंदे के घर आई ।धन श्री सिंदे पेशे से डिजिटल मार्किटिंग प्रोफेशनल हैं जब उन्होंने गीता के काम छूटने के बारे में जाना तो उन्होंने उसका विजिटिंग कार्ड बनाकर गीता को दिया जिसे गीता ने सोसाइटी के सभी गॉर्ड को दे दिया । कार्ड में गीता के नाम के अलावा सभी कामों का रेट और आधार कार्ड वेरीफाई लिखा था ।
कुछ ही मिनटों में गीता का कार्ड वाट्सएप ग्रुप और इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया ।
पुणे की गीता काले के बारे में लोग जानने को बेताब हो गए ।
गीता के पति ने बताया कि बहुत अधिक फोन आने के कारण उन्हें गीता का फोन बंद करना पड़ा है ।
अन्तिमा सिंह
पिंक क्रेडिट इंडियन एक्सप्रेस .कॉम