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झारखंड के बोकारो में भीड़ ने मुबारक अंसारी की जान ले ली

मॉब लिंचिंग

मॉब लिंचिंग

तबरेज़ के जनाज़े के बाहर निकलते ही हज़ारों का मजमा और घर के अंदर से दहाड़ मारती चीखें झारखंड सरकार से ही नहीं, बल्कि माननीय पीएम मोदी जी से भी सवाल ज़रूर कर रही होंगी कि झारखंड में खूंखार होती भीड़ का अगला शिकार कौन बनेगा?

ज़्यादा वक्त भी नहीं गुज़रा और झारखंड की आदमखोर भीड़ ने इस सवाल का जवाब हट्टे कट्टे ज़िन्दा मुबारक अंसारी को लाश में तब्दील कर दे दिया।

5 नवम्बर 2019 मंगलवार को झारखंड के बोकारो ज़िले के बेरमो अनुमंडल के थर्मल थाना अंतर्गत गोविंदपुर कॉलोनी में नई बस्ती निवासी मोहम्मद हुसैनी के 48 वर्षीय बेटे मुबारक अंसारी की हत्या भीड़ द्वारा कर दी गई।

वहीं, मुबारक अंसारी के भीड़ की गिरफ्त में उस वक्त आये उनके साथी अख्तर अंसारी की हालत गंभीर है। उनका इलाज पुलिस की देख रेख में हो रहा है।

सोशल एक्टिविस्ट के डेलीगेट्स ने क्या देखा?

सोशल एक्टिविस्ट अनीस अफज़ल ने बताया, “मैं बुधवार दोपहर को बोकारो थर्मल थाना पहुंचा। थाना के आस-पास काफी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए थे। थाना प्रभारी उस समय कहीं और गए हुए थे।”

घटनास्थल पर स्थानीय लोग। फोटो साभार- सरताज आलाम।

उन्होंने आगे कहा, “थाना के एक पदाधिकारी ने बताया कि अब तक पांच लोगों की गिरफ्तारी हुई है। थाना से निकलकर वे मुबारक अंसारी के गाँव नई बस्ती गए। वहां का माहौल बहुत ही गमगीन था। घर के अंदर मुबारक की डेड बॉडी रखी थी और रोने की आवाज़ें बाहर बैठे लोगों को झकझोर रही थीं।”

नई बस्ती वासियों को मुबारक के लिंचिंग की खबर कैसे हुई?

मृतक मुबारक अंसारी के गाँव नई बस्ती के सदर करीम से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि प्रात: 4:30 बजे के आस-पास गाँव के चंदर यादव सीसीएल की ड्यूटी से घर वापस लौट रहे थे। उस दौरान उन्होंने भीड़ द्वारा पीटते हुए किसी को देखा।

जब गौर किया तो पाया कि वह उन्हीं के गाँव का मुबारक अंसारी है, जो बेसुध पड़ा हुआ है। साथ ही रस्सियों से जकड़ा अख्तर अंसारी भी पीटा जा रहा है। पता करने पर बताया कि दोनों पर बैटरी चोरी करने का आरोप लागाया गया है। लोगों ने कहा, “उसने फोन कर हमें बताया कि मुबारक व अख्तर को बांधकर पीटा जा रहा है।”

इस खबर को सुनने के बाद गाँव के सदर करीम, लाल मोहम्मद, ऐनूल अंसारी व कुद्दूस गाँव से निकले और घटना स्थल पर पहुंचे। ऐनूल ने बताया,

जब वह घटना स्थल पर पहुंचे तो वहां पर 25-30 लोग जमा थे। सीमेंट का एक पोल है, जो गिरा हुआ है उसमें मुबारक व अख्तर को बांधकर रखा गया था। देखकर साफ-साफ पता चल रहा था कि इन दोनों लोगों की काफी पिटाई हुई थी। मुबारक की हालत तो बेहद खराब थी।

क्या है मामला?

प्राप्त जानकारी के अनुसार गोविंदपुर पंचायत अंतर्गत सीसीएल गोविंदपुर अस्पताल के सामने गोविंदपुर बस्ती निवासी प्रेमचंद महतो, उनके पुत्र कुंदन महतो एवं नंदन महतो वाहनों को धोने के लिए सर्विसिंग सेंटर चलाते हैं।

फोटो साभार- सरताज आलाम

मंगलवार की मध्य रात्री को प्रेमचंद महतो की पत्नी नैना देवी लघुशंका के लिए सर्विसिंग सेंटर स्थित अपने घर से बाहर निकली, तो देखा कि दो व्यक्ति वाहन की बैट्री चुराकर ले जा रहे हैं।

नैना देवी द्वारा शोर मचाये जाने पर घर के सभी सदस्य प्रेमचंद महतो, कुंदन महतो एवं नंदन महतो ने दौड़ाकर बैट्री लेकर जा रहे दोनों चोर को धर दबोचा तथा सर्विसिंग सेंटर के बाहर पड़े हुए एक बिजली के पोल से बांध दिया।

इसके बाद उन लोगों ने घटना की जानकारी गोविंदपुर बस्ती में रहने वाले अन्य लोगों को दी। सूचना पाकर गोविंदपुर बस्ती से रात्रि में काफी संख्या में लोग सर्विसिंग सेंटर के पास जमा हो गए।

भीड़ द्वारा पूछे जाने पर 45 वर्षीय व्यक्ति ने अपना नाम मुबारक अंसारी, पिता स्व. हुसैनी अंसारी तथा दूसरे ने अख्तर अंसारी, पिता कुरबान अंसारी उम्र 26 वर्ष तथा निवास स्थान नई बस्ती बताया। भीड़ ने लात-घूंसों, चप्पल एवं डंडे से दोनों की खूब पिटाई की।

चोरी की थी तो क्यों नहीं किया गया रात में ही मुबारक और अख्तर को पुलिस के हवाले: सदर

नई बस्ती के सदर करीम साहब ने कहा कि जब हम घटना स्थल पर पहुंचे तब तक पुलिस को खबर नहीं थी। हमने फोन कर थाना को सूचित किया तब प्रात: 5:00 बजे के आस-पास थाना प्रभारी उमेश कुमार ठाकुर दल-बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने कुछ तस्वीरें ली और मुबारक और अख्तर की रस्सियां खोलकर DVC अस्पताल बोकारो थर्मल गए।

फोटो साभार- सरताज आलम।

ऐनूल ने बताया कि गाँव से गए चारों लोग मुबारक को गोद में उठाकर अस्पताल की सीढ़ी चढ़ रहे थे। उसी समय मुबारक का दम निकल गया। ऐनूल ने बताया कि मुबारक के दोनों हाथ जबड़ा व गर्दन की हड्डी टूटी हुई थी। पीठ में डंडे से पिटाई के दाग थे।

कौन-कौन हैं मुबारक अंसारी के परिवार में?

मुबारक अंसारी के पिता का देहांत पहले ही हो चुका है। उनकी पत्नी फरीज़न खातून हैं, एक बेटा, बहु सबीना परवीन एवं पोता हसनैन अंसारी हैं। मृतक मुबारक अंसारी की पत्नी फरीजन खातून ने रोते हुए बताया कि उसके पति दिहाड़ी मज़दूरी कर एवं पोड़ा कोयला बेचकर परिवार का भरण-पोषण करते थे। उनका 22 वर्षीय पुत्र यूसुफ अंसारी बेरोज़गार है। पति मुबारक अंसारी ही उनके घर में कमाने वाले एकमात्र व्यक्ति थे।

घायल अख्तर अंसारी के घर में कौन-कौन है?

गंभीर रूप से घायल अख्तर अंसारी की पत्नी वजीफा परवीन ने बताया कि उसके पति ठेका मज़दूरी करते रहे हैं, जिससे घर-गृहस्थी काफी मुश्किल से चल पाती है। उनके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। पिटाई से घायल हो चुके पति को यदि कुछ हो गया तो उसका जीवन-यापन बच्चों की परवरिश कैसे होगी?

FIR में क्या है दर्ज?

FIR घायल अख्तर अंसारी के बयान पर दर्ज किया गया था, जिसमें अख्तर अंसारी ने चोरी की बात कुबूल की है। अख्तर अंसारी के अनुसार,

एक हाइवा ट्रक की बैटरी चोरी करके वे लोग जा रहे थे कि रास्ते में प्रेमचंद महतो और उनके परिवार ने उन्हें पकड़ लिया और मारपीट करने लगे। उन लोगों ने कुछ और लोगों को फोन कर बुला लिया और बांधकर उन दोनों कि पिटाई की। उसी पिटाई में मुबारक अंसारी की मौत हो गई।

क्या कहते हैं बोकारो एसपी?

एसपी का कहना है इन नामज़द लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है-

इन लोगों पर व इनके अलावे 6-7 अज्ञात लोगों पर भी बोकारो थर्मल थाना में केस संख्या 150/19 दिनांक-06/11/2019 147/148/149/302/307/323/120 (B) आईपीसी के तहत केस दर्ज किया गया है।

एसपी बोकारो से जब यह पूछा गया कि मुबारक अंसारी की इस हत्या को आप लिंचिंग मानेंगे? उनहोंने गोल मोल बात करते हुए कहा कि जांच की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही कुछ कह सकेंगे।

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