जब मेरे साथ बलात्कार की घटना घटी तो कुछ समय ऐसा था जब मैं होश मे नहीं थी मुझ पर अपराधियों ने इन्जेक्शनो का उपयोग किया था जिसके कारण सोचने समझने की शक्ति मुझमे थी ही नहीं । सवाईमानसिह चिकित्सालय की मनोरोग विभाग से इलाज लिया मैने। समझने की स्थिति मे आने पर मैने राष्ट्रीय महिला आयोग को आनलाईंन शिकायत की बलात्कार केस की। लेकिन तीन महीने बाद मुझे जवाब मिला था केस ही नहीं बनता। मैं बहुत निराश हुयी उस दिन।
बहुत देर से २०१९ मे मेरी एफआईआर दर्ज हुइ। पुलिस ने अदम वकू झूठ मे मामला झूठा बता दिया है। मै प्रोटेस्ट पीटिशन के साथ न्यायालय मे खडी हूँ ।
ऐसे दिखावटी आयोग का क्या करे हम महिलाएँ जो हमारे लिए कुछ नहीं कर सकता।