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कविता: “तू अटल है तू अमर है, तू है जीत का हौसला”

अटल विहारी वाजपेई

अटल विहारी वाजपेई

तू अटल है, तू अमर है

तू जीत का हौसला,

तू अंधेरे का उजाला

तेरे रास्ते पर कोई बाधा ना खड़ा रह सका।

 

तू निश्चित होने का वादा

तू अटल है, तू अमर है।

 

तू विविधता में एकता

तेरे लिए देश हमेशा सबसे बड़ा,

तेरी हिंदी के सामने अंग्रेज़ी भी फिकी पड़ी

तू किस मिट्टी का है बना?

 

तू अटल है, तू अमर है

तेरे पथ पर कोई भी चले,

वो सारा जग जीते

तेरे बारे में क्या ही बोले,

तेरे सामने नतमस्तक ही रहे

तू अटल है, तू अमर है।

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