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100 रुपये खर्च करने पर भारतीय रेलवे को होता है केवल 1 रुपया मुनाफा

भारतीय रेलवे

भारतीय रेलवे

भारतीय रेलवे दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है। भारतीय रेलवे के साथ हर दिन कई करोड़ यात्री अपना सफर तय करते हैं। कैग की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि पिछले 10 सालों में रेलवे को सबसे ज़्यादा घाटा इस साल हुआ है।

आसान भाषा में समझे तो रेलवे को 100 रुपये कमाने के लिए 98.44 रुपये खर्च करने पड़े हैं। रिपोर्ट में बताया गया है-

अर्थव्यवस्था का कमज़ोर होना क्या इसके लिए ज़िम्मेदार है?

भारतीय रेलवे। फोटो साभार- Flickr

आरटीआई द्वारा मिली जानकारी इस बात की पुष्टि करती है। आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में यात्री और माल भाड़े से रेलवे की कमाई 4000 करोड़ तक घट गई है।

अर्थव्यवस्था कमज़ोर होती है तो स्वाभाविक तौर पर ट्रांसपोर्ट कम हो जाता है, क्योंकि उत्पादन नहीं होता है जिसका सीधा असर रेलवे की मालगाड़ी सेवा पर भी दिखाई पड़ रहा है।

तेजस एक्सप्रेस की बारीकियों को समझना होगा

तेजस एक्सप्रेस भारत की पहली निजी रेलवे है, जो दरअसल भारतीय रेलवे की उप कंपनी IRCTC द्वारा चलाई जाती है। पिछले दिनों खबर आई थी कि तेजस एक्सप्रेस ने पहले ही महीने में 70 लाख रुपये का मुनाफा कमाया है।

ऐसे में भारतीय रेलवे को अपनी ही उप कंपनी द्वारा कुछ चीज़ों को सीखने की ज़रूरत है। जो कमियां रेलवे सिस्टम में हैं, उन्हें आईआरसीटीसी ने कैसे कम किया इस पर पहल करने की ज़रूरत है।

बिना टिकट यात्रा करने वालों पर नज़र रखी जाए

बिना टिकट के यात्रा करने वाले लोग पहले से ही भारतीय रेलवे की मुसीबत बढ़ा रहे हैं। ऐसे में कैग द्वारा आंकड़ा जारी करने के बाद बेहद ज़रूरी है कि सरकार एक्शन ले ताकि हर व्यक्ति अपनी ज़िम्मेदारी निभाते हुए कम-से-कम टिकट ज़रूर ले लें।

जिस तरह से एयरपोर्ट पर यात्रियों की चेकिंग होती है फिर उन्हें अंदर छोड़ा जाता है, ठीक उसी तरह से क्या हम रेल यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर आधा घंटा पहले भी बुला सकते हैं। पूरी चेकिंग हो जाने के बाद यात्रियों को रेल में बैठने के लिए कहा जाए। इससे संभव है कि कोई भी बिना टिकट के यात्रा ना कर पाए।

कुछ सुझाव जिसके ज़रिये भारतीय रेलवे की संकट खत्म हो सकती है

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