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क्या इस देश में एंकाउंटर ही होगा सॉल्यूशन? 

हैदराबाद रेप केस

हैदराबाद रेप केस

दर्द में डूबा हुआ है हर फसाना आज कल,

भूल बैठा हर इक परिंदा मुस्कुराना आजकल

धर्म जाति या वर्ग पर आधारित सोच ना तो राजनीति को आगे बढ़ा सकती है और ना ही देश को यह बात कमोबेश हर राजनीतिक दल और राष्ट्रीय नेताओं ने एक दौर में मानी है। लेकिन आज के हालात ने राजनीतिक दलों और नेताओं का नया चेहरा सामने रखा है। यह चेहरा पहली बार एहसास करा रहा है कि जब समाज बंटे, तभी राजनीति हो सकती है ।

धर्म और जाति के आधार पर भूखे लोग एक दूसरे को मरने मारने पर आमादा हैं। वर्गीय आधार पर विकास का ढांचा खड़ा करने की बात को हवा देकर राजनीतिक दल सत्ता बरकरार रख रखते हैं।

रेप सरवाईवर को ज़िंदा जलाया गया

उन्नाव रेप सरवाईवर 90% जली

उन्नाव में हैदराबाद जैसी हैवानियत की घटना सामने आई। एक साल पहले गैंगरेप सरवाईवर युवती को एक महीने पहले आरोपियों ने चाकू मारकर घायल किया, फिर उस पर तेल छिड़क कर ज़िंदा जलाने की कोशिश की गयी। आग लगने के बाद लड़की का हाल जिसने भी देखा, दहल उठा।

घटनास्थल से बचाओ-बचाओ की आवाज के साथ जलती हुई वह मदद मांगकर थाने की ओर भाग रही थी। घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर दूर रोड किनारे स्थित घर के पास पहुंची और यहां एक दुकान के पास गिर पड़ी।

यहां घर से बाहर निकले शिव करण व अन्य महिलाओं ने देखा तो सहम गए। उन्होंने बताया कि लड़की के कपड़े जल चुके थे और शरीर से धुआं निकल रहा था। पीड़िता ने ग्रामीणों से पुलिस बुलाने को कहा। ग्रामीणों ने 112 डायल कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस उसे अस्पताल ले गई।

क्या एनकाउंटर ही होगा सॉल्यूशन?

हैदरबाद एनकाउंटर के बाद लोगों में एक उम्मीद जग गई कि अगर रेप होगा तो पुलिस एनकाउंटर कर न्याय देगी, लेकिन भरोसा संविधान से उठ गया। क्या एनकाउंटर ही आने वाले समय में सॉल्यूशन होगा? कहीं ऐसा ना हो कि एनकाउंटर को बंद करने के लिए हमें आप को फिर से एनकाउंटर रोको आंदोलन करना पड़े।

हैदराबाद रेप केस

ऐसा समय ना आ जाए कि सरकार अपना बचाव करने के लिए एनकाउंटर  कर आपको फर्ज़ी सॉल्यूशन देना शुरू कर दे और आप खुश हो जाएं और सड़क पर अपनी आवाज़ लेकर ना उतरे। सरकार जो कर रही है वह अच्छा है।

जिसका गुमान नहीं था वहीं बात हो गई,

तेरा शहर शहर ना रहा रात हो गई,

इस देश के अच्छे दिन आए नहीं मगर ,

हमारे बुरे दिन कि शुरुआत हो गई “

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