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स्वरा भास्कर को ट्विटर पर ट्रोल करने वाला समाज महिला सम्मान की बात किस मुंह से करेगा?

स्वरा भास्कर

स्वरा भास्कर

नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे लोगों के समर्थन में खुलकर खड़ी एक महिला अभिनेत्री की तस्वीर पर अश्लील टिप्पणियां मेरे मन में कई सारे सवाल पैदा करती हैं। समाज में कैसी विकृत मानसिकता पनप रही है, यह देखने के लिए आपको कहीं जाने की ज़रूरत नहीं पड़ती।

विरोध के स्तर में अगर लोग महिला का सम्मान भूल जाते हैं, तो कभी-कभी लगता है कि आखिर किस समाज में जी रहे हैं हम लोग और क्या देंगे आने वाली पीढ़ी को?

क्या हैं मामला?

स्वरा भास्कर। फोटो साभार- ट्विटर

अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने अपने ट्विटर पर 1 जनवरी 2020 को तस्वीर पोस्ट करते हुए 2019 को अलविदा करने वाला स्टेटस पोस्ट किया। स्वरा भास्कर की तस्वीर पोस्ट होने के बाद कमेंट्स आने शुरू हुए।

कमेंट करने वाले लोगों ने अपनी घटिया सोच की सारी हदें पार कर दी। लोगों ने अश्लील कमेंट करके स्वरा को ट्रोल कर दिया। स्वरा की पोस्ट पर 2.7 हज़ार कमेंट्स आए जिसमें से अधिकतर कमेंट्स का हाल ऐसा है कि कोई भी सभ्य समाज उसे स्वीकार नहीं करेगा। यहां तक कि हम इस लेख में भी ऐसे ट्वीट्स को शामिल नहीं कर सकते हैं।

आखिर क्यों एक ही वर्ग के निशाने पर है स्वरा?

नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करती स्वरा भास्कर। फोटो साभार- सोशल मीडिया

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जामिया सहित कई जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। बॉलीवुड की एकमात्र अभिनेत्री स्वरा है, जो खुलकर नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ खड़ी हैं।

यहां तक कि स्वरा बीते कई दिनों से प्रदर्शनों में शामिल होकर लोगों का मनोबल बढ़ा रही हैं। ऐसे में स्वरा एक वर्ग के निशाने पर हैं। नागरिकता कानून के समर्थक स्वरा को पूरी ताकत के साथ ट्रोल कर रहे हैं। बावजूद इसके स्वरा खुलकर अपनी आवाज़ उठा रही हैं।

ट्रोलर्स के खिलाफ स्वरा के समर्थन में उतरे लोग और पत्रकार

स्वरा भास्कर की टाइमलाइन पर किए जा रहे अश्लील और अभद्र कमेंट्स के बाद कई प्रतिष्ठित और वरिष्ठ पत्रकारों ने स्वरा का हौसला अफज़ाई करते हुए ट्रोलर्स पर निशाना साधा है। जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार अजीत अंजुम ने लिखा, “आप ट्वीट के सारे अश्लील कमेन्ट पढ़कर उनके बायोडेटा देख लीजिए। एक ही ‘संस्कारी कुल’ के हैं सब।”

बलात्कार, एसिड अटैक और इव टीज़िंग जैसी घटनाओं पर ट्विटर के ज़रिये विरोध प्रदर्शन करने वाला समाज जब स्वरा जैसी अभिनेत्री या किसी भी व्यक्ति को ट्रोल करता है, तो ज़ाहिर तौर पर उसकी दोगली मानसिकता दिखाई पड़ती है।

ऐसी आईडी जिसकी कोई पहचान नहीं है, जिनके चेहरे नहीं है, जिन्होंने अपनी बेवसाइट पर धर्म, जाति और अपने नेता के समर्थन में फोटो और स्टेट्स लगा रखे हैं, उनके खिलाफ सरकारें कदम क्यों नहीं उठाती हैं? आखिर एक अभिनेत्री को ट्रोल करने वाले समाज से हम रेप कल्चर कैसे खत्म करेंगे? सवाल यह भी है कि स्वरा भास्कर को ट्रोल करने वाला यह समाज आखिर महिला सम्मान की बात किस मुंह से करेगा?

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