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पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या का आरोपी धनबाद से गिरफ्तार 

गौरी लंकेश

गौरी लंकेश

बहुचर्चित पत्रकार गौरी लंकेश हत्याकांड में बेंगलुरु SIT ने 9 जनवरी को झारखंड के ज़िला धनबाद स्थित कतरास टाउन से आरोपी ऋषिकेश देवरिकर उर्फ राजेश को गिरफ्तार कर लिया है। खबर है कि SIT को गौरी लंकेश की हत्या के अलावा भी चार अन्य मामलों में ऋषिकेश की तलाश थी।

ऋषिकेश की गिरफ्तारी क्यों हुई?

खबर के अनुसार गौरी लंकेश की हत्या में कुल 18 लोगों के नाम अभी तक सामने आए हैं। ऋषिकेश इन 18 आरोपियों‌ में से एक हैं। इनमें अमोल काले की भूमिका प्रमुख थी, जबकि ऋषिकेश हत्या की साज़िश में शामिल रहा है। बेंगलुरु पुलिस शुक्रवार को उसे ट्रांज़िट रिमांड पर अपने साथ लेकर चली गई।

बेंगलुरु पुलिस ने ऋषिकेश की गिरफ्तारी मोबाइल टावर लोकेशन के आधार पर की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने उसके कमरे की तलाशी ली। कमरे से सनातन धर्म की कुछ पुस्तक समेत कई सामान भी ज़ब्त हुए।

SIT टीम के अनुसार ऋषिकेश को पुलिस पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के अलावा चार दूसरे मामलों में भी तलाश कर रही थी। उनमें से एक सामाजिक संस्था से जुड़े चार लोगों की हत्या का मामला है।

इस मामले‌ में शामिल एक दर्जन से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी थी। पिछले डेढ़ साल से ऋषिकेश की खोज जारी थी। इस बीच वह कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए झारखंड में छिपा था।

महाराष्ट्र के औरंगाबाद का रहने वाला है ऋषिकेश

गौरी लंकेश। फोटो साभार- सोशल मीडिया

खबरों के अनुसार ऋषिकेश महाराष्ट्र के औरंगाबाद का निवासी है। उसने नए नाम से लोगों के बीच अपनी पहचान बनाई ताकि पकड़ में ना आ सके। कतरास के पंप मालिक सह सनातन संस्था के प्रमुख प्रदीप खेमका के अनुसार,

हमने उसे उसकी बेरोज़गारी और सनातन धर्म के प्रति आस्था को देखकर पेट्रोल पंप पर काम दिया था। वह पिछले 6-7 माह से यहां नौकरी कर रहा था।

क्या है गौरी लंकेश हत्याकांड?

गौरी लंकेश की हत्या 5 सितंबर 2017 को बेंगलुरु में कर दी गई थी। वाम समर्थक के तौर पर जानी जाने वाली 55 वर्षीय लंकेश को उनके घर के बाहर गोली मार दी गई थी। इस घटना के बाद पूरे देश में रोष था। इसके बाद कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया था।

SIT ने जांच में क्या पाया?

पत्रकार गौरी लंकेश हत्याकांड की जांच कर रही SIT टीम ने बेंगलुरु की एक अदालत में दाखिल आरोप पत्र द्वारा हिन्दू सगंठन सनातन संस्था पर लंकेश की हत्या का आरोप लगाया था। SIT ने इस मामले को लेकर प्रधान नागरिक और सत्र अदालत में शुक्रवार को 9,235 पन्नों का आरोप पत्र दाखिल किया था।

आरोप पत्र के अनुसार सनातन संस्था के भीतर एक नेटवर्क ने गौरी लंकेश को निशाना बनाया। इसमें यह भी कहा गया कि गौरी लंकेश की हत्या की साज़िश पांच साल से रची जा रही थी।

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