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भारत मे ब्राज़ील के राष्ट्रपति का दौरा क्यों ज़रूरी है?

ब्राज़ील के राष्ट्रपति ज़ायर मेसियस बोल्सनारो मुख्य अतिथि के रूप में 71 वें गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने के लिए शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंचेंगे।

भारत और ब्राज़ील के अच्छे संबंधों का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि भारत और ब्राज़ील ना सिर्फ ब्रिक्स संगठन के सदस्य हैं बल्कि पिछले साल ब्राज़ील ने यह एलान कर दिया था कि उसके देश मे आने वाले भारतीयों के लिए वीज़ा की ज़रूरत नही है।

पहले भी ब्राज़ील के दो राष्ट्रपति रहे हैं अतिथि

प्लान के मुताबिक शुक्रवार को वे भारत आएंगे और फिर शनिवार को वे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से मिलेंगे और फिर रविवार को गणतंत्र दिवस के समारोह मै आएंगे। यह तीसरी बार है, जब ब्राज़ील का कोई राष्ट्रपति भारत मे गणतंत्र दिवस के मौके पर अतिथि होगा।

ब्राज़ील के राष्ट्रपति ज़ायर मेसियस बोल्सनारो और जलते अमेज़न जंगल

इससे पहले नई दिल्ली ने 1996 में समारोह के लिए फर्नांडो हेनरिक कार्डसो को आमंत्रित किया था और 2004 में लुइज़ इनकियो लूला डा सिल्वा की मेजबानी की थी।

अमेज़न जंगल और क्लाइमेट चेंज पर हो चर्चा

भारत के लिए मेरे विचार मे सबसे अहम मुद्दा, जो चर्चा के लायक है वह है पर्यावरण और ग्लोबल वॉर्मिंग का। हम सब जानते हैं कि पिछले साल ब्राज़ील के मशहूर अमेज़न जंगल मे आग लग गई थी, जिसकी वजह से पूरी दुनिया को 20% सांस लेने लायक हवा दिलवाने वाले अमेज़न जंगल को काफी नुकसान हुआ था।

इससे भी चौंकने वाली बात यह है कि अमेज़न के जंगल मे पिछले साल लगी आग की घटनाएं 2018 के मुकाबले मे 30% ज्यादा थी। एक संस्था की माने तो अमेज़न क्षेत्र में 2019 में आग 2018 की तुलना में ज़्यादा थीं। 2018 में 68,345 अमेज़न क्षेत्र में आग लगी थी, तो वहीं  2019 में 89,178 थी।

पर्यावरण पर नरेन्द्र मोदी जी के विचार दुनिया को पता हैं, ऐसे में अमेज़न के जंगलों को बचाए और बनाए रखने के लिए भारत और ब्राज़ील की दोस्ती काफी अहम है।

अमेज़न जंगल

व्यापारिक रिश्तों को भी करें दुरुस्त

अगर व्यापारिक संबध की बात करें, तो मिंट की एक खबर के अनुसार 2018-19 में भारत और ब्राज़ील के बीच द्विपक्षीय व्यापार बढ़कर 8.2 बिलियन डॉलर हो गया है।

ब्राज़ील को भारत हर साल कई चीज़ें बेचता है, जिसमें कृषि-रसायन, सिंथेटिक यार्न, ऑटो घटक और भाग, फार्मास्यूटिकल्स और पेट्रोलियम उत्पाद शामिल हैं और इसके बदले ब्राज़ील भारत को कच्चे तेल, सोना, वनस्पति तेल, चीनी और थोक खनिज और दूसरी चीज़ें बेचता है।

बात अगर भारत के उद्योग की करें तो भारतीय कंपनियों ने ब्राज़ील में $6 बिलियन का निवेश किया है और अब यह भी खबर है कि ब्राज़ील के 80 उद्योगपति भी अपने राष्ट्रपति महोदय के साथ आ रहे हैं ,जो भारत के ब्राज़ील के साथ व्यापारिक संबधों के लिए काफी ज़रूरी है।

व्यापारिक रिश्ते तो ज़रूरी है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जी को चाहिए की वे पर्यावरण और अमेज़न जंगल को बचाने के लिए ब्राज़ील के राष्ट्रपति के साथ चर्चा ज़रुर करें।

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