उन्नाव रेप पीड़िता के ये शब्द थे जो उन्होंने अपने भाई से कही। वह जीना चाहती थी और अपने को गुनहगारों को फांसी के फंदे पर लटकता देखना चाहतीं थी । पीड़िता के मां- पिता और भाई- बहन के साथ ये शब्द सालों तक रहेंगे।मगर अफसोस उनके जीते जी ऐसा हो ना सका।
44 घंटे तक लड़ते लड़ते शुक्रवार रात 11 बजकर 40 मिनट पर वो दुनिया छोड़ कर चली गई। इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि 90 फ़ीसदी तक चलने से उसके शरीर से काफी तरल पदार्थ बह चुका था और बचना मुश्किल था।
करीब साल भर से इंसाफ के लिए वो जंग लड़ रही थी कभी पुलिस तो कभी कोर्ट से। मगर अफसोस सिस्टम ने उनके जीते जी उनके इंसाफ की गुहार को अनसुना कर दिया।
पूरी प्लानिंग के साथ जलाया गया
स्थानीय अखबारों में छपी खबरों के मुताबिक गैंगरेप पीड़िता को साजिश के तहत जलाया गया था। कई दिनों तक उसकी रेकी की गई फिर उसे पूरी प्लानिंग के तहत जलाया गया। पीड़िता के पिता ने बताया इसमे की कुछ पड़ोसियों की मिलीभगत भी शामिल है। इतना ही नहीं घटना से पहले मुख्य आरोपी शिवम त्रिवेदी अपने साथियों के साथ पीड़िता के घर पहुंचकर उसे धमकाया,और केस वापस लेने को कहा। आरोपियों के घर वाले काफी रसूखदार माने जाते हैं। 15 सालों से उसके घर की प्रधानी है। इसीलिए पूरे गांव में उसके खिलाफ कोई मुंह खोलने को तैयार नहीं रहता।
घरवाले चाहते हैं त्वरित इंसाफ
उन्नाव पीड़िता के घर वाले त्वरित इंसाफ चाहते हैं। हर कोई सदमे में हैं। पिता ने बात करते हुए कहा मैंने अपना बेटी खोया। उसकी मौत के पीछे के हर गुनहगारों को गोली मार देनी चाहिए।
मैं कोई पैसे और किसी अन्य प्रकार की सहायता की मांग नही करता। आगे पीड़िता के भाई ने कहा उन 5 गुनहगारों के अस्तित्व को खत्म कर देना चाहिए। मेरी बहन ने मुझे बचाने को कहा लेकिन इस बात का अफ़सोस है कि मैं उसे बचा न सका।
शुरू हो गई राजनीति
घटना की खबर मिलते ही इस पर राजनीति शुरू हो गई। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव धरने पर बैठ गए। चारों तरफ आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। अखिलेश यादव ,योगी आदित्यनाथ के पुराने बयान गिनाने लगे। और कहा कि इसी सदन में मुख्यमंत्री ने कहा था कि जो प्राप्त करेंगे ने ठोक दिया जाएगा। लेकिन क्या वजह है, क्या कारण है कि अपराधी यहीं पर हैं।
उधर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा उन्नाव पहुंची पीड़ित के परिजनों से मिलने। इसके लिए उत्तरप्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया। पिछली घटना को ध्यान में रखते हुए पीड़िता को सुरक्षा नहीं देने पर सवाल उठाया। आगे उन्होंने कहा कि साल भर से प्रताड़ित किया जा रहा था। मैंने आरोपियों के भाजपा के संबंध के बारे में सुना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी जवाब दिया और कहां की घटना से काफी आहत हूं। सारे आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। और फास्ट ट्रैक कोर्ट द्वारा जल्द ही दोषियों को सजा दी जाएगी।
इन सारे आरोप प्रत्यारोप और राजनीति के बाद एक ही सवाल उठता है कि गुनहगारों को कब तक सजा मिलेगी। या फिर उन्नाव जिले में पॉक्सो के तहत करीब 800 लंबित मामलों और दुष्कर्म के 43 विचाराधीन मामलों की तरह यह भी किसी कोने में दबकर रह जाएगी।