उसे फिर से चिंता हुई
यह मिट्टी का घर
पहाड़ को काटकर बनाए खेत
ससानदिरी, जाहेर थान
पहाड़ी घाटी की
ठण्डे झरने
गाँव के पास से बह रही जीवंत नदी।
सब कुछ
छोड़कर जाना पड़ेगा उसे क्योंकि
यहां की धरती के अंदर काला हीरा है
सरकार यहां खदान खोदेगी
खदान में काम करनेवाले मज़दूरों के लिए
कॉलोनी बनेगी।
उसकी ही ज़मीन के अंदर
मिलेगा क्यों कोयला ?
या अन्य पदार्थ ही।
वह किस पर
गुस्सा प्रकट करेंगे ?
अपने भाग्य पर, अपने पुरखों पर या
सिंगबोगा पर ही।
इस खदान के चालू होने पर
बहुत लोगों का, भाग्य चमकेगा
और उसका तो भविष्य ही
अंधकार हो जायेगा।
कोयले के जैसा काला अंधेरा क्योंकि
उसे, वहां से भगा दिया जायेगा।