305,सैदुलाजाब साकेत,
दिल्ली दिनांक – 30/जनवरी /2020
श्री हर्षवर्धन जी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, भारत सरकार
विषय – मासिक धर्म से जुड़ी भ्रांतियां को दूर करने व समाज की जागरूकता हेतु रेखांकित सुझाव हेतु । मान्यवर,
देश की आधी आबादी, मैं एक महिला आपको बताना चाहती हूं कि देश की दूसरी अन्य आबादी को जनने मे मैने हमने जनक का फ़र्ज़ अदा किया । निश्चित ही इसमे मासिक धर्म ने एक अहम, निर्णायक भूमिका निभाई ।किन्तु 21वी शती का भारत आज भी अपनी पुरानी विसंगतियों व त्रुटियों से स्वम की रक्षा नहीं कर सका है। मानव की रचना मे मासिक धर्म का क्या महत्व है उसे विज्ञान भी साबितक कर चुका है, किंतु आज भी महिलाओं को इसके चलते घृणा व उपेक्षा भरी नजरों से देखा जाता है। जिससे वो खुद को निंदनीय समझ अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे पाती है, भविष्य में विकार, रोग से ग्रसित हो काल का ग्रास बन जाती है। ये एक घृणित विडंबना है जिस पर विचार करना आवश्यक है।
इस बाबत राज्य को चाहिए कि –
- बाल बालिकाओं को सम्बन्धित विषय हेतु जागरूक करे। क्यूंकि, किशोर बालिकाएं बड़े स्तर पर इससे प्रभावित होती है।
- पाठ्यक्रमों में इन विषयों को शामिल करें।
- परिवार नियोजन कार्यक्रम में इन विषयों और मुद्दो पर चर्चा हो।
- इन विषयों व् मूल्यों को रेखांकित करने वाले रुझानों को कानूनो की शकल देना।
- सामाजिक स्तर पर यौन शिक्षा का दायरा बढ़ाना, निश्चित ही इससे यौन शोषण व् अपराधों पर भी लोगों का नज़रिया बदलेगा।
श्रीमान आपसे विनम्र अनुरोध है कि आप मंत्रालय स्तर पर इस बाबत जागरुकता कार्यक्रम चलाने व् समाज को इन विसंगतियों से उभारने में भूमिका अदा कर हमने कृतार्थ करें।
सधन्यवाद
भवदीय
पूर्णिमा