26 जनवरी 2020 जब पूरा भारत देश अपना 71वां गणतंत्र दिवस मना रहा था वहीं दूर अमेरिका के दिग्गज खिलाड़ी ने इस दुनिया को अलविदा कहा।
मैं बात कर रहा हूं बास्केट बॉल जगत के महान अमेरिकी खिलाड़ी कोबी ब्रायंट की जिनकी रविवार को एक हेलिकॉप्टर क्रैश में मौत हो गई। इस हादसे में सिर्फ कोबी की ही, बल्कि 9 लोगों समेत उनकी 13 साल की बेटी की भी मौत हो गई।
इस हादसे से पूरा देश शोक में है। बास्केटबॉल के इस दिग्गज खिलाड़ी का इस तरह जाना सारे खेल प्रेमियों के लिए एक शॉक है। उनके फैन्स उनके नाम की जर्सी पहन कर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
सिर्फ अमेरिका के फैंस ही नहीं बल्कि भारत के भी क्रिकेट के स्टार सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली ने भी उनके देहांत पर दुःख जताया है। प्रियंका चोपड़ा से लेकर अक्षय कुमार तक, सब कोबी को याद कर रहे हैं। अमेरिका की बात करें तो पूर्वराष्ट्रपति बराक ओबामा ने ट्विटर पर दुख ज़ाहिर किया है। पूरा बास्केट बॉल का खेल बेहद काफी बड़े सदमें में है।
कौन है कोबी ब्रायंट?
भारत क्रिकेट प्रेमियों का देश रहा है। यहां बच्चा-बच्चा क्रिकेट के गुर जानता है। हालांकि धीरे-धीरे यहां अब बाकी खेलों को भी तवज्जो मिलने लगी है और नए खिलाड़ी और खेल सामने आ रहे हैं। लेकिन फिर भी क्रिकेट का आधिपत्य अभी भी कायम है। ऐसे में कोबी ब्रायंट को शायद हर कोई ना जानता हो। इसलिए हमारा कोबी को जानना और ज़्यादा ज़रूरी हो जाता है। आखिर वह कौन था, जिसने जाते-जाते दुनिया को रुला दिया?
कोबी ब्रायंट एक ऐसे खिलाड़ी थे जिन्हें 1996 में हाईस्कूल से सीधे एनबीए के लिए ड्राफ्ट किया गया। वे लॉस एंजेलिस लेकर्स का 20 साल तक हिस्सा थे। 20 सालों में से 18 साल वे ऑल स्टार टीम का हिस्सा रहे।
ऑल स्टार टीम में हर साल वे 7 खिलाड़ी चुने जाते हैं, जो टूर्नामेंट में बेस्ट होते हैं। सन 2008 में उन्होंने अमेरिका को बीजिंग ओलिंपिक में गोल्ड दिलाया और फिर यही जीत 2012 के लंदन ओलिंपिक्स में दर्ज की। ब्रायंट का सबसे यादगार मैच 2006 में टोरंटो रैप्टर्स के खिलाफ था, जब उन्होंने लॉस एंजेलिस लेकर्स की तरफ से 81 पॉइंट्स स्कोर किए थे।
ब्रायंट, कभी हार ना मानने वालों में से थे। सन 2016 में उन्हें बहुत बुरी तरह इंजरी हुई थी लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अपने आखिरी गेम में लेकर्स के लिए 60 पॉइंट्स स्कोर किए और फिर अप्रैल 2016 में प्रोफेशनल करियर से रिटायरमेंट ले लिया।
सिर्फ खेल नहीं ऑस्कर विजेता भी थे ब्रायंट
बहुत कम खिलाड़ी होते हैं जो खेल के मैदान के बाहर भी छा जाते हैं। ब्रायंट उन्हीं में से एक थे। उन्होंने 2015 में बास्केटबॉल के प्रति अपने प्यार को दर्शाते हुए एक कहानी लिखी, जिसपर बाद में फिल्म भी बनी। नाम रखा गया ‘डियर बास्केटबॉल’।
2018 में ब्रायन की इस फिल्म को बेस्ट शॉर्ट एनिमेटेड फिल्म का ऑस्कर अवॉर्ड मिला।
ब्रायंट के परिवार में उनकी पत्नी वनेसा और तीन बेटियां हैं। कोबी लंबे वक्त से हेलिकॉप्टर से ही चलते थे। इस बार वे अपनी बेटी गियाना और सपोर्ट स्टाफ के साथ यात्रा कर रहे थे। यह यात्रा गियाना और उसकी टीम को कोचिंग देने के लिए की जा रही थी। जब तक वे कैलाबसास के निकट पहुंचे उनका हेलिकॉप्टर अपना संतुलन खोने लगता है और तेज धमाके सहित नीचे गिर जाता है। हेलिकॉप्टर में सवार सभी लोगों की मौत हो गई।
ब्रायंट की कुछ खास बातें
- 2006 में उन्होंने टोरंटो रैपटर्स के खिलाफ 81 पॉइंट्स स्कोर करने का रिकॉर्ड बनाया था ।
- उन्होंने सिर्फ अट्ठारह साल की उम्र में एनबीए स्लैम डंक कॉन्टेस्ट भी जीता था ।
ब्रायंट हमेशा से ही सुबह जल्दी उठकर कसरत करते थे। उनके बारे में यह भी कहा जाता है कि वे दिन में कम से कम आठ सौ बार बास्केट बॉल को बास्केट करते थे।
कोबे ब्रायंट के सफलता के दस नियम थे।
- सैक्रिफाइस करना (त्याग करना)
- एक समय पर एक ही काम करना
- हमेशा अपनी काबिलियत पर भरोसा रखना
- अपने डर को एक हथियार की तरह इस्तेमाल करना
- अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना
- किसी से भी डरने का नहीं
- कठिन परिस्थितियों में भी हार ना मानना
- हर राह पर चलते जाना
- सुबह जल्दी उठना
- हमेशा खुद से ही मुकाबला करने की क्षमता रखना ।