समस्या
यहाँ जब किसी बच्ची को पहली बार माहवारी आती है तो उसे 8 दिनों तक कमरे में बंद करके रखा जाता है, उस बालिका को किसी चीज को छूना मना होता है वह 8 दिन तक बिना नहाये बिना किसी से बात किये रहती है | 9वे दिन बालिका को नहलाया जाता है और पूजा की जाती है समारोह आयोजित कर अपने समाज के लोगो को खाने आमंत्रित किया जाता है , जिसके पीछे का कारण यह होता है की लड़की बड़ी हो गयी है अब इसकी शादी आने वाले कुछ साल में कर दिया जायेगा, आप इसे देख ले |
यह मान्यता और परम्परा मुझे सही नहीं लगती | आप बताइए ये कहा तक सही है, जहा एक बच्ची को माहवारी आने के कारण बड़ा साबित करे, उसे समाज के लोगो के समाने प्रदर्शित करे की इसे माहवारी हो गयी अब कुछ साल में इसकी शादी करेंगे, बालिका की पढाई आठ से पंद्रह दिनों तक बंद रहती है उसकी भरपाई कौन करेगा | ऐसे रीतिरिवाज से क्या हम स्वस्थ और स्वच्छ समाज की कल्पना कर सकते है|
समाधान
- स्थानीय लोगो को प्रशिक्षण देकर जागरूक करना
- मितानिन की मदद से उन बच्चियों तक जानकारी भेजना
- अभिभावक को माहवारी से सम्बधित स्वच्छता के बारे में जानकारी देना
- स्कूल आने के लिए बच्चो को प्रेरित करना
- माहवारी के बारे में सही जानकारी देना
Application Letter
प्रति,
श्री विकास उपाध्याय
विधायक पश्चिम रायपुर क्षेत्र
छत्तीसगढ़
विषय – माहवारी से सम्बन्धित समस्या एवं उनके निराकरण हेतु उपाय किये जाने बाबत
महोदय,
मै चौबे कॉलोनी में निवासरत हूँ जो रामकुंड, गीतानगर से सम्बंधित है | यहाँ जब किसी बच्ची को पहली बार माहवारी आती है तो उसे 8 दिनों तक कमरे में बंद करके रखा जाता है, उस बालिका को किसी चीज को छूना मना होता है वह 8 दिन तक बिना नहाये बिना किसी से बात किये रहती है | 9वे दिन बालिका को नहलाया जाता है और पूजा की जाती है समारोह आयोजित कर अपने समाज के लोगो को खाने आमंत्रित किया जाता है , जिसके पीछे का कारण यह होता है की लड़की बड़ी हो गयी है अब इसकी शादी आने वाले कुछ साल में कर दिया जायेगा, आप इसे देख ले |
यह मान्यता और परम्परा मुझे सही नहीं लगती | आप बताइए ये कहा तक सही है, जहा एक बच्ची को माहवारी आने के कारण बड़ा साबित करे, उसे समाज के लोगो के समाने प्रदर्शित करे की इसे माहवारी हो गयी अब कुछ साल में इसकी शादी करेंगे, बालिका की पढाई आठ से पंद्रह दिनों तक बंद रहती है उसकी भरपाई कौन करेगा | ऐसे रीतिरिवाज से क्या हम स्वस्थ और स्वच्छ समाज की कल्पना कर सकते है|
इससे बालिका के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है| वह अपने लिए सहज महसुस नहीं करती |
अत: आपसे विनम्र निवेदन है की इसे रोकने हेतु स्थानीय लोगो की मदद लेकर जागरूकता सन्देश फैलाये| इसके बारे में सही जानकारी लोगो तक पहुचाये |
धन्यवाद
निवेदक
सुधाबाला मिश्रा