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क्या भारत में 21 दिनों के लॉकडाउन से खत्म हो जाएगा कोरोना वायरस का चेन?

फोटो साभार- सोशल मीडिया

फोटो साभार- सोशल मीडिया

कोरोना एक ऐसा शब्द है जो पुराना तो नहीं है मगर भारत के लिए नया ज़रूर है। हालांकि कोरोना एक परिवार है वायरस का। चुंकी ये सभी देशो के लिए नया है तो इसे नाम दिया गया नोवल कोरोना वायरस यानी नया कोरोना वायरस।

अब यह कहां से आया और किन कारणों से फेला इन सब की पुख्ता जानकारी तो नहीं हैं मगर कुछ अनुमान इस प्रकार हैं।

वायरस के परिवार का नाम- कोरोना वायरस

वैज्ञानिक नाम- SARS-CoV-2

इससे होने वाली बीमारी का नाम- Covid-19

कैसे हुई कोरोना वायरस की शुरुआत?

वुहान का फूड मार्केट। फोटो साभार- सोशल मीडिया

दिसंबर के पहले हफ्ते से इस बीमारी की शुरुआत हुई और सबसे पहले वुहान के फूड मार्केट से इसकी खबर आई, जहां सभी तरह के जानवरों का मंस खाया जाता है। जेसे- चमगादड़, सांप, छिपकली, कीड़े-मकोड़े, कुते का मंस, सूअर का मंस आदि।

इस बाज़ार को कोरोना वायरस का स्टार्टिंग पॉइंट माना जा रहा है। इस बात को हमें समझ लेना चहिए कि कोरोना वायरस जानवरों में पाया जाता था, क्योकि चाइना के इस मार्केट में बहुत से जानवरों का मंस मिलता है।

अब ये  किस जानवर से इंसान के अन्दर आया है, कह पाना अभी मुस्किल है लेकिन एक्सपर्ट्स बता रहे हैं कि एक अनुमान के मुताबिक यह वायरस चमगादड़ में पाया जाता है, तो हो सकता हैं कि ये चमगादड़ से इंसानी शारीर में परवेश किया हो फिर आगे फेला हो। अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि इसके पीछे यही कारण है या कुछ और।

फिर सवाल उठता है कि भारत में केसे आया कोरोना वायरस? चूंकि यह संक्रमण  से फेलता है और भारत के लोग अन्य देशों से आते-जाते रहते हैं। दूसरा कारण यह भी है कि बाहर के देशों से बहुत से लोग घुमने भारत आते हैं, कायस लगाए जा रहे हैं कि ऐसे भी यह फैला होगा।

क्या लॉकडाउन वाले 21 रोज़ काफी हैं?

भारत में लॉकडाउन का नियम तोड़ने पर उठक-बैठक कराती पुलिस। फोटो साभार- सोशल मीडिया

गौरतलब है कि यह वायरस संक्रमण से फैलता है और भारत की आबादी ज़्यादा है। यहां लोग अगर घरों से बहार ना निकलें तो चैन नहीं आती उऩ्हें इसलिए 21 दिनों का जो लॉकडाउन है वह काफी सहायनीय फैसला है। इसका यही मकसद है कि अगर किसी में संक्रमण है तो वो आगे  ना बढ़े और इसे रोका जा सके।

दुनियाभर में फेली इस कोरोना वायरस के लिए सभी देश लॉकडाउन का तरीका अपना रहे हैं ताकि इस वायरस को फैलने से रोका जा सके। डॉ. सुरेश कुमार राठी ने बीबीसी को बताया कि इस वायरस का पता 14 दिन के अन्दर कभी भी लग सकता है जिसके बाद यह वायरस किसी में भी फेल सकता है। इसलिए 21 दिन का लॉकडाउन किया गया है ताकि वायरस की इस चेन को तोडा जा सके।

क्या 21 दिन के बाद खत्म हो जाएगा कोरोना वायरस?

इस पर अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। एक्सपर्ट्स के मुताबित यह निर्भर करता है कि भारत में आने वाले दिनों के मरीज़ों की संख्या कितनी है।

लॉक डाउन के ज़रिये एक्सपर्ट इस वायरस की चेन को तोडना चाहते हैं लेकिन अगर यह बीमारी भारत में तीसरे चरण में पहुच गई तो कई महीनों तक लॉकडाउन को आगे जारी किया जा सकता है।

एक्सपर्ट्स के मुताबिक सिर्फ लॉकडाउन से कुछ नहीं होगा। सभी देशों को अपने मरीजो की जांच की संख्या बढ़ानी होगी ताकि लॉकडाउन के बाद मरीज़ों की संख्या में कमी आ सके।

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