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MyPeriodStory: जब मुझे पहली बार शुरू हुई माहवारी

जब मुझे पहली बार शुरू हुई तब मुझे बिल्कुल भी जानकारी नही थी माहवारी के बारे में जब मैं टॉयलेट के लिए गयी तब मैंने देखा कि मेरी यौनि से खून निकल रहा है और फिर मैं बहुत ज़्यादा डर गई और रोने लगी कि यह मेरे साथ क्या हो रहा है और जल्दी से3 भागकर अपनी बड़ी बहन के पास गई तब उसने मुझे बताया की तुझे महीना आना शुरू हो गया है , तब मुझे मेरी बड़ी बहन ने बताया कि कपड़ा कैसे इस्तेमाल करते है क्योंकि मैं यह तक नही जानती थी कि मुझे कपड़ा कैसे इस्तेमाल करना है

जब मुझे माहवारी का पहला दिन था तब मेरे पेट मे बहुत दर्द हुआ और उल्टियां भी बहुत हुई तब रात के 12 बज रहे थे और मेरे घर मे मेरे मम्मी -पापा और बड़े भाई सबको पता चल गया । उसके बाद मेरे मम्मी पापा मुझे रात के 12 बजे लेडी डॉक्टर के पास लेकर गए और डॉक्टर से कहने लगे कि यह तो अभी 9 साल की है इसे अभी से महीना कैसे हो सकता है , तब उस डॉक्टर ने बोला बोला कि अब यह 9 साल की उम्र से ही हो जाता है , लेकिन मेरी मम्मी पापा ने डॉक्टर की बात नही मानी और अगले दिन एक पड़ोस वाली आंटी से पूछा कि इसे इतनी जल्दी महीना क्यों हो गया ?

तब उन आंटी ने बताया कि यह रास्ते मे खून वाला कपड़ा पैरो से लग गया होगा इसलिए इसे जल्दी से महीना शुरू हो गया। फिर मेरी मम्मी ने मुझे बोला कि अब तुम लड़को के साथ मत खेलना और न ही अचार छूना न ही मंदिर में जाकर पूजा करना ।
और एक दिन मेरी सहेली ने मुझे बोला कि अगर तुझे इन दिनों में अगर तुझे किसी लड़के ने छू दिया तो तू प्रेग्नेंट हो जाएगी और यह सुनकर मैं इतना डर गई कि मैं हमेशा लड़को से दूरी बनाकर रखने लगी ।

और फिर दूसरे दिन मुझे महावारी हुई उस समय मैं स्कूल में थी तभी एक लड़का मेरे पास आकर बैठ गया।
मैंने अपनी सहेलियों से कहा कि इस लड़के को बोल दो की मुझसे दूर होकर बैठ जाये क्योंकि मुझे पीरियड्स हो रहे है , लेकिन वह लड़का मेरे पास से नही गया और मैं टेंसन में आ गयी फिर मैंने मेम से बोला कि मेम इस लड़के को बोल दो की यह मुझसे अलग होकर बैठ जाये । मेम ने पूछा कि क्यों क्या हुआ ऐसा जो अलग बैठने के लिए कह रही हो ।

मैंने मेम से बोला कि मुझे पीरियड्स हो रहे है इसलिए तो मेम ने कहा इससे क्या हो गया फिर पास में बैठने से कुछ नही होता है।
फिर मैं एक संस्था से जुड़ी और फिर मैंने वहां पर महावारी के बारे में बहुत से बातें सीखी और फिर मैंने जाना कि मुझे माहवारी से जुड़ी जितनी भी बातें बताई गई थी वह सब अन्धविश्वाश की बातें थी।

अब मैं खुद ही beyondeye संस्था से जुड़कर स्कूल के बच्चो को माहवारी के बारे में सही जानकारी और पूरी जानकारी देती हूं मुझे अब बहुत ही अच्छा लगता है कि मैं उन बच्चो को जानकारी देती हूं जिनको माहवारी के बारे में बताने वाला कोई नही है अगर उस टाइम मेरे पास में कोई होता जानकारी देने वाला तो मुझे इतनी सारी बातों से नही गुजरना पड़ता।
थैंक यू beyondeye

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