माननीय प्रधानमंत्री जी घंटा, घड़ियाल बजाने दिया जलाने में किसी को कोई ऐतराज नहीं है।वैसे भी आप इतने लोकप्रिय हैं कि जब एक विदेशी नेता जिसकी भाषा भी ठीक से देशवासी नहीं समझ सकते उसके स्वागत में करोड़ों लोग खड़े हो गए। यह आप पर भरोसे का हीं प्रतीक था न की विदेशी नेता पर। याद रखिये समय के साथ यह भरोसा टुटता और बदलता भी है।इतिहास गवाह है।बहरहाल आप से जन अपेक्षा यह है कि आप नियमित रात 8 बजे टीवी पर आइये और देश को कोरोना वार से तैयारी की अपडेट दें। जिससे घरों में बैठे लोग निराश न हो। हिन्दुस्तान आपकी भाषा में बड़े स्तर पर ” कामगारों ” का देश है न कि ” नामदारों ” का जो भविष्य की आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ्य को लेकर ज्यादा चिंतित हैं।लोग जानना चाहते हैं कि हमारे यहाँ कितने वेंटिलेटर बेड तैयार हैं और कितने तैयार किये जा रहे हैं।कितने चिकित्सा स्टाफ को सुरक्षा उपकरण मानक के अनुसार उपलब्ध हैं।और कितने को उपलब्ध कराना है।लोग डाटाबेस इनफार्मेशन जानना चाहते हैं। कितने बड़े कारपोरेट घरानों और लोकप्रिय व्यक्ति देश की मदद में आगे आए और क्या मदद कर रहे हैं।इससे लोग मानसिक रूप से मजबूत होंगे। क्योंकि आप एक लोकतांत्रिक देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री हैं।और हम जैसे लोकतांत्रिक देश के नागरिक लोकतंत्र की मजबूती के लिए निमित्त मात्र ही सही सहयोगी हैं।