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जुगाड़ से तैयार की झारखंड के जुनैद ने सैनिटाइज़िग मशीन

फोटो साभार- ट्विंकल

फोटो साभार- ट्विंकल

पूरे देश में एक समुदाय को लेकर बेहद ही चिंताजनक स्तिथि उत्पन्न हो गई है। कुछ असामाजिक तत्वों के कारण पूरे मुस्लिम समाज को बदनाम किया जा रहा है।

इन सबके बीच कुछ ऐसी शख्सियतें भी हैं जो अपने टैलेंट के बल पर एक खास समुदाय के प्रति बने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं। उन्हीं लोगों में से एक नाम 24 वर्षीय मोहम्मद जुनैद का भी है।

झारखण्ड राज्य के चैनपुर के रहने वाले जुनैद ने जुगाड़ के ज़रिये सैनिटाइज़िंग मशीन तैयार की है। 1200 की लागत से तैयार की गई इस मशीन को जुनैद ने दोस्त से पैसे उधार लेकर तैयार किया है।

फोटो साभार- ट्विंकल सिंह

सैनिटाइज़िंग मशीन में उपयोग हुआ ज़्यादातर सामान जुनैद ने अपने घर से लिया है। इसमें कूलर का मोटर, बल्ब का तार और लोहे का पाइप शामिल है। इसके अलावा सैनिटाइज़र स्टोर करने के लिए उन्होंने हलवाई की दुकान से दो डालडे के डब्बे खरीदे।

इस मशीन को इस्तेमाल करना बेहद ही आसान है। जुनैद बताते हैं,

जैसे ही कोई इंसान मशीन पर बने काले निशान पर खड़ा होगा, उस पर खुद-ब-खुद सैनिटाइज़र की फुहार शुरू हो जाएगी। वहीं, व्यक्ति के निशान से आगे बढ़ते ही फुहार रुक जाएगी।

जुनैद ने अपनी बनाई इस मशीन को अपने शहर के थाने को गिफ्ट किया है। उनका मानना है कि अन्य लोग फिर भी घर के अंदर हैं मगर इस मुश्किल घड़ी में भी पुलिस अपनी सुरक्षा की चिंता किए बिना दूसरों की रक्षा के लिए ड्यूटी कर रही है। इसलिए उन्हें इस मशीन की सबसे ज्यादा ज़रूरत है।

जुनैद

सैनिटाइज़िंग मशीन बनाने वाले जुनैद राज्य भर में अपने अनोखे अविष्कारों के लिए जाने जाते हैं। जुनैद के पिता बतौर दर्जी काम करते हैं और फलेरिया की बीमारी से ग्रसित हैं। गरीबी के कारण ही जुनैद की ग्रैजुएशन की पढ़ाई बीच में छूट गई।

सिर्फ पढ़ाई ही नहीं, बल्कि पैसों की कमी के कारण ही जुनैद अपने दो सीट वाले हेलीकाप्टर बनाने के सपने को भी पूरा नहीं कर पा रहे हैं।

दरअसल, सैनिटाइज़िंग मशीन जुनैद की पहली क्रिएशन नहीं है, बल्कि इससे पहले वह तीन पहियों वाली साइकिल और इलेक्ट्रिक स्कूटी भी बना चुके हैं। अपने अनोखे अविष्कारों के लिए जुनैद को कई बार प्रशासन की तरफ से प्रोत्साहित भी किया गया है।

इस वक्त जब पूरा देश नाम और धर्म के आधार पर बंट चुका है, वहीं जुनैद जैसे युवा समाज में एकता और भाईचारे की नज़ीर पेश कर रहे हैं।

लड़कियों के प्रति बढ़ते अपराधों को देखते हुए जुनैद ने एक ऐसी मशीन बनाई है जो कुछ भी गलत होने पर उनकी मदद करेगी। इस मशीन को वो लॉकडाउन के बाद लॉन्च करेंगे।

जुनैद अपनी पूरी ज़िन्दगी आविष्कार और खोज को देना चाहते हैं मगर घर की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण उन्हें अपने सपनों के अधूरे रह जाने का डर भी अक्सर सताता है।

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