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#कम्युनिज्म_का_जहर••

साधुओं की हत्या कोई गलतफहमी में घटी घटना नहीं बल्कि बहुत सुनियोजित तरीके से हत्या की गयी है। इस साजिश के सूत्रधार कोई और नहीं बल्कि कम्युनिस्ट वर्कर हैं।वही कम्युनिज्म का जहर यहां काम कर गया है जिसके विष से पूरे देश का राजनीतिक और सामाजिक वातावरण विषाक्त हैं।संंगठित अपराध को क्रांति बताने वाली इस रक्तपिपासु विचारधारा की ये सुनियोजित मॉब लिंचिंग है।याद रहे कांग्रेसी सत्ताधारियों ने पहले भी साधुओं पर गोलियां चलवाई थी और उनकी जान ली थी।70सालो में इस देश में कांग्रेस और उसके पालतू कम्युनिस्ट बुद्धिजीवियों ने कतरा कतरा करके देश के हिन्दुओं को दोयम दर्जे का नागरिक बना दिया है।उनके मन मष्तिष्क में ये बात धीरे धीरे करके भरी गयी है कि हिन्दू होना ही उनका सबसे बड़ा अपराध है।जब हिन्दू होना ही आपको अपराध बोध से भर देता हो तो फिर आपका अपने ही साधुओं सन्यासियों के खिलाफ घृणा पैदा होना स्वाभाविक है।क्या राजनीति, क्या समाज शास्त्र, क्या कला, क्या रंगमंच, क्या साहित्य और क्या फिल्में। सब जगह कतरे कतरे में हमारे अवचेतन मन में साधु संतों के खिलाफ नफरत भरी गयी है।इस देश के दलित आंदोलनों के मूल में कम्युनिस्ट बैठे हैं। यही कम्युनिस्ट लेफ्ट लिबरल इनके वकील हैं। दर्जनों दलित संगठन दिन रात किसके खिलाफ जहर भर रहे हैं? क्यों दलित नामक शब्द गढ़कर उन्हें हिन्दुओं से अलग पहचान देने की कोशिश की जा रही है? कौन है जो आदिवासियों के बीच जाकर षण्यंत्र रच रहा है मुख्यधारा का समाज उनका शोषक है।ये ब्राह्मणवाद की बहस किस मकसद से खड़ी की गयी है और माला की तरह जप जपकर लोगों के मन मष्तिष्क में किसके खिलाफ घृणा,नफरत भरी गयी है?ये कम्युनिस्ट?इन्होंने घुन की तरह इस देश के समाज को खोखला कर दिया है।भारत की भित्ति पर इतने नस्तर मारे हैं कि घाव भरते भरते दशकों लग जाएगा।पालघर जैसे आदिवासी इलाकों में आज भी ये घुन ईसाई मिशनरियों के एजंट बनकर काम करते हैं। इसलिए दो साधुओं सहित तीन लोगों की हत्या हो जाती है क्योंकि इनके लोग उस उन्मादी भीड़ का नेतृत्व कर रहे थे। अब अपनी तरफ से कहानी बनाकर इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं और ये बताने की कोशिश कर रहे हैं कि हिन्दुओं ने साधुओं की हत्या किया है। इस झूठ की आड़ में ये कम्युनिस्ट बुद्धिजीवी और कांग्रेसी पिछलग्गू ये छिपाने की कोशिश कर रहे हैं कि जिस भीड़ को ये हिन्दू बता रहे हैं वह कम्युनिज्म का जहर पीकर इतनी जहरीली और खतरनाक हो चुकी है कि वो सिर्फ भगवा कपड़ा पहने लोगों को देखकर उन पर हत्यारी होकर टूट पड़ती है……..!!

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