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मेरी माहवारी कहानी

माहवारी  

मेरा नाम नेहा मंडावी है। मैं रायपुर शहर में रहती हूँ और कक्षा ८ वी कि छात्रा हू। आज में आप सबके के समक्ष मेरे अनुभव साझा करने जा रही हू। लड़कियों को बहुत सी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है लेकिन लड़कियों के जीवन का महत्वपूर्ण दिन तब आता है जब उसे पहली बार माहवारी होती है। मुझे पहली बार माहवारी आना तब शुरू हुआ जब में ६ वी में पढ़ती थी।

मुझे माहवारी आने से कुछ दिनों पहले ही पेट में दर्द महसूस होता था लेकिन तब मुझे पेट दर्द क्यों हो रहा है उसकी जानकारी नहीं थी। जब एक दिन मुझे माहवारी हुई पर उचित जानकारी ना होने के कारण मैं बहुत ज्यादा डर गयी थी, समझ नहीं आ रहा था क्या करुँ? लेकिन मैंने हिम्मत करके मम्मी से मेरी परेशानी साझा की, फिर मम्मी ने मुझे समझाया कि माहवारी हर महीने होती है और हर किशोरी लड़की को इस उम्र से माहवारी आना सामान्य बात है इसमें डरने या घबराने वाली कोई बात नहीं है। मुझे इस लॉक डाउन में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुयी। अब मैं माहवारी से डरती नहीं हू। हमारे घर में जब किसी को माहवारी होती है तो किसी भी प्रकार की रोक टोक नहीं की जाती है बस माहवारी वाले दिनों में हमें भगवान की पूजा करना मना है। अब मुझे माहवारी से जुडी बातों से किसी प्रकार का तनाव महसूस नहीं होता।

धन्यवाद,
नेहा मंडावी

 

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