छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री रहे अजीत जोगी का एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान 74 वर्ष की आयु में निधन हो गया। शुक्रवार को तीसरी बार दिल का दौरा पड़ने के कारण उनकी हालत गंभीर हुई और रायपुर के नारायण अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।
राज्य में आज से तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया जाता है।
इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और इस दौरान कोई भी शासकीय समारोह आयोजित नहीं किए जाएंगे।
स्वर्गीय श्री जोगी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा। https://t.co/xOUbJG4vWq
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) May 29, 2020
छत्तीसगढ़ के मौजूदा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अजीत जोगी के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री श्री अजीत जोगी का निधन छत्तीसगढ़ प्रदेश के लिए एक बड़ी राजनीतिक क्षति है। हम सभी प्रदेशवासियों की यादों में वो सदैव जीवित रहेंगे।”
आपको बता दें इसके अलावा भुपेश बघेल ने राज्य में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है।
शिक्षक से आईपीएस, आईएस और सीएम तक का सफर
अजीत जोगी का जन्म 29 अप्रैल 1946 को बिलासपुर में हुआ था। इन्होंने भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के पहले सीएम के रूप में कार्य किया। वो इंडियन नैशनल काँग्रेस पार्टी के सदस्य थे।
अजीत जोगी ने मौलाना आज़ाद कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, भोपाल से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रायपुर में लेक्चरार के तौर पर भी काम किया। इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के दौरान 1968 में वो यूनिवर्सिटी से गोल्ड मेडल विजेता भी रहे।
इसके बाद उनका चयन आईपीएस और फिर आईएस के लिए हुआ। यही नहीं, उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में टॉप टेन में जगह बनाई थी जिसके बाद वो आईएएस बनें। वो रायपुर सहित कई ज़िलों के कलेक्टर भी रहे चुके हैं।
अजीत जोगी सांसद एवं विधायक के रूप में भी सेवाएं प्रदान कर चुके हैं। जब वर्ष नवंबर 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य बना तो उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला था। वो एक कुशल प्रशासक के तौर पर हमेशा गरीबों एवं वंचितों के उत्थान के लिए कार्य करते थे।
अजीत जोगी समाजसेवा के मार्ग पर चले। बीमार रहते हुए भी उन्होंने कभी समाज सेवा का कार्य नहीं छोड़ा। गरीबों की मदद के लिए हमेशा कार्यरत रहे।
स्वर्गीय अजीत जोगी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ कल 30 मई को गौरेल्ला में किया जाएगा।