मेरा नाम खुशी है। मैं नॉएडा के सदरपुर गाँव में रहती हूँ व कक्षा 7 में पढ़ती हूँ । मैं पीरियड्स से जुड़े अपने अनुभव साझा करना चाहती हूँ ।मेरी माँ जॉब करती हैं तो वे शाम में ही घर लौटती हैं इसलिए पापा मुझे मेरी ज़रूरत की हर चीज़ दिलाते हैं। जब भी मुझे पीरियड्स होते हैं तो मेरे पापा मेरे लिए मेरी डेट आने से पहले ही पैड लेकर आते हैं,वे बहुत ही अच्छे हैं व मेरा ख्याल भी रखते हैं । वे स्कूल से लेकर घर के सभी कामों में मेरी सहायता करते हैं । जब मुझे पहली बार पीरियड्स हुए थे तब भी मम्मी घर पर नहीं थी तो पापा ने ही मुझे समझाया था पीरियड्स के बारे में व उन्होंने मुझे पैड लाकर भी दिए थे वे मेरी हर परेशानी को समझते हैं, मेरे हर सुख दुःख या बीमारी में मेरा साथ देते हैं व मुझे भी उनसे बात करने में फिर हिचकिचाहट महसूस नहीं होती ।वे मुझे माँ की कमी महसूस नहीं होने देते और एक माँ की तरह ही मेरा ध्यान रखते हैं ।इसलिए मैं आप सबसे कहना चाहूंगी आप भी हिचकिचाएं नहीं,यदि घर में कोई भी भरोसेमंद व्यक्ति है तो उन्हें अपनी बात बताएं ताकि हमें चीजों की सही समझ हो और हमारी माँ यदि घर में नहीं हैं तो हम अपने पिता को भी अपनी बात बता सकते हैं,वह भी हमारी माँ की तरह हमारी देखभाल कर सकते हैं ।
धन्यवाद।