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इन सभी चीजों से दूर रहिये वरना आपको भी बवसीर हो सकता है

आज जीवन की गाड़ी बहुत तेज रफ्तार से चल रही है। हर कोई अपने आप में व्यस्त है। सुबह से शाम तक भागदौड़ लगी ही रहती है। भागदौड़ के चक्कर में आप अपनी जीवन शैली और खासकर खान पान की चीजों पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। ध्यान न देने की वजह से आप राह चलते हुए कोई भी सामान खरीद कर खा या पी लेते हैं। आप एक सेकेंड के लिए भी यह नहीं सोचते हैं की आप पूरे दिन भर में जिन भी चीजों को खाते या पीते हैं वो आपके सेहत के लिए कितने फायदेमंद या फिर नुकसानदायक हैं। आपका जीवन बस ऐसे ही चला जा रहा है। 

खान पान के अलावा आप अपने दिन भर के काम करने के तरीके को भी नजरअंदाज करते हैं। आपको यह तक ध्यान नहीं रहता है की आप देर से नींद सो रहे हैं, देर से जग रहे हैं, व्यायाम नहीं कर रहे हैं, सुबह में नाश्ता नहीं कर रहे हैं, नाश्ता कर भी रहे हैं तो उसमें पोषक तत्व नहीं होते हैं, लंच समय पर नहीं कर रहे हैं, डिनर समय पर सही से नहीं कर रहे हैं। इसके अलावा लंबे समय तक आप अपने काम के दौरान या तो खड़े रहते हैं या फिर लगातार बैठे ही रहते हैं। 

खान पान सही नहीं होने की वजह से आपके पेट में गैस और कब्ज की समस्या बनी रहती है। व्यायाम नहीं करने और लंबे समय तक बैठे या खड़े रहने के कारण आपको परेशानियां शुरू हो जाती है। इन सब में जो सबसे आम परेशानी है वो बवासीर है। आपकी जीवनशैली खराब होने, और सही से खान पान नहीं करने की वजह से आप बवासीर से पीड़ित हो जाते हैं।

बवासीर एक शारीरिक समस्या है जो किसी को भी प्रभावित कर सकती है। अगर आप बवासीर से पीड़ित हैं तो आपको उठने, बैठने और अपने रोजमर्रा के काम को करने में परेशानी हो सकती है। खासकर आपको स्टूल पास करते समय तेज और कभी कभी स्टूल के साथ खून भी आ सकता है। बवासीर एक सामान्य बीमारी है लेकिन लंबे समय तक इसे नजरअंदाज करने पर यह गंभीर रूप ले सकती है।

ऊपर बताई गयी बातों के अलावा भी कुछ चीजें है जो बवासीर का कारण बन सकती हैं। अगर आप खुद को बवासीर की समस्या से दूर रखना चाहते हैं तो कुछ चीजों को ध्यान में रखना जरूरी है। साथ ही अपनी दैनिक जीवन में इनका पालन करना भी आवश्यक है। हम नीचे कुछ चीजों के बारे में बात कर रहे हैं जिनसे आपको दूर रहना चाहिए वरना आपको कभी भी बवसीर हो सकता है। 

मिर्च, मसाला और तेल

ज्यादा मिर्च, मसाला और तेल वाली चीजों को खाने से बचें। क्योंकि इनकी वजह से आपको खाना हजम करने में परेशानी हो सकती है। इसके अलावा गैस और कब्ज की समस्या भी हो सकती है। कब्ज होने से खान पान का रूटीन बदल जाता है जिसकी वजह से आपके हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है। समय पर खाना हजम नहीं होने की वजह से स्टूल पास करने के बाद पेट पूरी तरह से खाली नहीं होता है। 

पेट पूरी तरह से हाली नहीं होने की वजह से आपको ठीक तरह से भूख नहीं लगती है। भूख नहीं लगने की वजह से आपको कब्ज की समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है। ज्यादा कब्ज होने की वजह से स्टूल सख्त यानि की टाइट और मोटा हो जाता है और जब आप इसे पास करते हैं तब आपके एनस पर प्रेशर पड़ता है। प्रेशर पड़ने की वजह से एनस की स्किन छील जाती है जिसकी वजह से बवासीर होने का खतरा बढ़ जाता है। 

इन सबके अलावा बाहर का खाना तथा फास्ट फूड से भी बचने की कोशिश करें। क्योंकि बाहर के खाना में सफाई, तेल, मिर्च और मसाला का ध्यान नहीं रखा जाता है।   

लंबे समय तक खड़े या बैठे रहना

ज्यादातर समय आप अपने ऑफिस या घर में बैठे ही रहते हैं। लेकिन शायद आपको यह पता नहीं है की ज्यादा देर तक एक ही जगह बैठने की वजह से आपको बवसीर की समस्या हो सकती है। लंबे समय तक बैठने या खड़े होने की वजह से एनस के आसपास की नसों में प्रेशर पड़ता है जिसकी वजह से उनमे सूजन आ जाती है। इसके अलावा सौच के समय भी कंबे समय तक बैठने तथा प्रेशर या तनाव के कारण के कारण ये नसें सूज जाती है। 

अगर आपको पहले से ही बवासीर है तो फिर लंबे समय तक बैठने या खड़े होने की वजह से ये नसें और बढ़ जाती हैं और इनके साथ साथ आपका दर्द भी बढ़ जाता है। कोशिश करें की आप लंबे समय तक ऑफिस, घर या शौचालय में  न बैठे। 

भारी समान उठाना और प्रेगनेंसी:

भारी समान उठाने से एनस की नसों पर प्रेशर पड़ता है जिसकी वजह से उनमें सूजन आ जाती है। इसलिए  ज्यादा भारी समान न उठाएं।

प्रेगनेंसी

प्रेगनेंसी के समय स्टूल पास करते समय भी एनस की नसों पर प्रेशर पड़ता है जिसकी वजह से बवासीर होने का खतरा बढ़ जाता है। प्रेगनेंसी के दौरान आप उन चीजों का ज्यादा सेवन करें जो बहुत आसानी से हजम हो जाती है साथ ही ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। 

नशीली चीज

नशीले चीजों से दूर रहें। नशा किसी भी बीमारी को बदतर बनाने का काम करता है। अगर आप सिगरेट, शराब या दूसरी किसी भी नशीली चीज का सेवन करते हैं तो इसे तुरंत रोक दें क्योंकि ये बवासीर की स्थिति और उसके लक्षण और बढ़ाते हैं। नशीली चीजों से दूरी  समस्या को ठीक करने के साथ साथ आपके सेहतमंद भी बनाते हैं और और दूसरी खतरनाक बीमारियां होने  खतरा भी खत्म हो जाता है 

बवासीर का परमानेंट इलाज

ऊपर बताई गयी बातों का पालन करके आप खुद को बवासीर से पीड़ित होने से रोक सकते हैं। साथ ही अगर आप  पहले से ही बवासीर से पीड़ित हैं तो भी आपको इन सभी चीजों से दूर रहना चाहिए और इसका परमानेंट इलाज कराना चाहिए। बवासीर को लंबे समय तक नजरअंदाज करने पर यह गंभीर रूप ले सकता है। हालांकि बवासीर के इलाज के ढेरों उपाय मौजूद हैं लेकिन फिर भी लेजर सर्जरी को इसका सबसे सटीक इलाज माना जाता है। 

लेजर सर्जरी 30 मिनट की एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसकी मदद से बवासीर की समस्या को हमेशा के लिए खत्म किया जा सकता है। सर्जरी करने से पहले डॉक्टर आपकी सहरीरिक जांच करते हैं ताकि वे बीमारी और उसकी स्थिति को अच्छे से समझ सकें। जांच करने के बाद आपको अनेस्थिसिया दिया जाता है और फिर सर्जरी की जाती है। यह सर्जरी बहुत ही अनिभावी और कुशल सर्जन के द्वारा की जाती है। 

सर्जरी के दौरान आपको कट, टांके और रक्स्राव नहीं होता है। सर्जरी के बाद जख्म, दाग या इंफेक्शन होने का खतरा भी लगभग शून्य के बराबर होता है। सर्जरी के दिन ही आपको हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया जाता है। सर्जरी के दो दिन के बाद आप अपने दैनिक जीवन के कामों को फिर से शुरू करने के लिए पूरी तरह से फिट हो जाते हैं। पारंपरिक सर्जरी की तुलना में यह सर्जरी पूर्ण रूप से प्रभावशाली और सुरक्षित है। 

 

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