दिल्ली के रहने वाले सुमित गुलाटी कोविड पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद उन्होंने इस बीमारी से लड़ाई लड़ी और अगले दस में ही पूरी तरह से ठीक हो गए।
उन्होंने बताया कि इस बीच कैसे उन्हें सामाजिक भेदभाव का भी सामना करना पड़ा लेकिन वे लगातार मज़बूती से इस बीमारी से लड़ते रहे और कोरोना का हरा दिया है।
वे आगे बताते हैं कि कैसे जब अपने अंदर उन्हें कोरोना के लक्षण दिखें, तो उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया। अपने घर में ही एक अलग कमरे में रहने लगे। अपनी ज़रूरत की चीजों को भी अलग कर लिया।
इसके अलावा उनका कहना है कि कोरोना से लड़ने के लिए शारीरिक ताकत और मज़बूती होने के साथ-साथ मानसिक रूप से मज़बूत होना भी बहुत ज़रूरी है। यह आपको इस बीमारी ले लड़ने में काफी मदद करता है।
सुनिए, सुमित गुलाटी को कि उन्होंने कोरोना पॉजिटिव से निगेटिव होने तक का सफर कैसे तय किया।