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एक अच्छे आर्टिकल के लिए ऐसे लिखें सरल और आकर्षक इंट्रो

आजकल की भागदौड़ वाली ज़िन्दगी में हर कोई शॉर्टकट अपनाने की कोशिश करता है। चाहे वह किसी भी क्षेत्र से सम्बंधित क्यों ना हो। मगर कहीं-कहीं बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों को अभी भी पढ़ना पसंद है, चाहे वह कोई खबर हो या कोई कहानी या फिर कोई लेख।

कई लोग पढ़ने के शौकीन होते हैं और अपना घर किताबों से भरा रखते हैं। लेखक अपनी मेहनत से कई तरह के विचारों से गुज़र कर, कई तरह के रिसर्च करने के बाद और कई तथ्यों को उजागर करने के लिए एक लेख लिखता है। वह महज एक लिखावट नहीं होती, वह किसी व्यक्ति विशेष के विचार हो सकते हैं या फिर किसी भी समस्या का हल।

ज़्यादातर देखा गया है लोग या तो टाइटल को पढ़ते हैं या फिर सब हैडिंग्स। इसके अलावा यह देखने में आता है कि लेख का परिचय/ इंट्रोडक्शन, कैसा है, उसकी प्रस्तावना कैसी है? यह बहुत मायने रखता है।

ऐसे में ध्यान देने वाली बात यह है कि अगर आपने किसी भी लेख का परिचय या इंट्रोडक्शन बेहतरीन तरीके से लिखा है, तो आपका लेख पाठकों को अपनी ओर आकर्षित करने का दम रखता है। वहीं अगर आपके लेख की शुरूआत सटीक नहीं हुई तो आपके लेख की सामग्री व्यर्थ हो सकती है।

प्रतीकात्मक तस्वीर

इंट्रो लिखते हुए इन बातों को रखना चाहिए विशेष ख्याल

सबसे पहले आपको यह बात ध्यान में रखनी हैं कि आपका जो शीर्षक है और लेख की सामग्री क्या है? सामग्री के अनुरूप ही हमको अपने लेख की प्रस्तावना लिखनी चाहिए। वरना आपके लेख में भटकाव आ सकता है और इसमें पाठक की रूचि भी समाप्त हो सकती है।

लेख की प्रस्तावना के लिए यह ज़रूरी है कि आप उसको स्पष्ट और संक्षेप में लिखें। जितना हो सके उतना संक्षेप में लिखें और ध्यान रखें कि आपकी प्रस्तावना की शब्द सीमा निर्धारित हो और वह लेख की मुख्य सामग्री से जुड़ी हुई हो।

अब आपको कुछ दिलचस्प और और आकर्षित तथ्यों को ढूंढने की ज़रूरत पड़ सकती है। बहुत कम लोग हैं जो नियमित रूप से नई, सोची-समझी सामग्री का उत्पादन करने के लिए समय और ऊर्जा दोनों लगाते हों। यदि आप पाठक का सम्मान और ध्यान चाहते हैं, तो आपको कुछ कहना होगा जो उन्होंने पहले कभी नहीं सुना है। इसे एक उदाहरण से समझते हैं :

“भारत कई वर्षों से भुखमरी और गरीबी से जूझ रहा है।”

“आंकड़ों की ओर नज़र डालेंगे तो पाएंगे कि भारत में एक तिहाई हिस्सा अब भी भूखा है और गरीबी ने भारत की कमर तोड़ दी है।”

दोनों वाक्यों के परिणाम एक हैं, मगर लिखने का तरीका बिल्कुल अलग, तो इस बात का ध्यान रखें कि पाठक को पढ़ने में आपका लेख रुचिकर लगे, ऐसा ना लगे कि वही सब जो वह हज़ार बार पढ़ चुके हैं रिपीट हो रहा है।

कुछ भी पढ़ने से पहले या किसी भी पाठक को अपने लेख से जोड़े रखने के लिए भाषा का सरल और साधारण होना बहुत ज़रूरी है। हम एक ऐसी दुनिया में रहते हैं, जहां ज़्यादातर लोगों का ध्यान केवल कुछ ही सेकंड तक एक जगह टिका रह सकता है।

ज़ाहिर है, हमारे ध्यान की अवधि कम हो रही है। कुछ सेकंड के बाद, हम ऊब जाते हैं और अगली किसी वस्तु पर चले जाते हैं। यदि आप चाहते हैं कि आपके पाठक अपना समय निकालकर आपका लेख पढ़ें कि आपको क्या कहना है, तो आप यह सुनिश्चित करें कि आप चीज़ों को सरलता से प्रस्तुत करें।

ज़ाहिर है, लंबे लेख लंबे समय परिचय के लायक हैं लेकिन लोगों के समय और ध्यान का सम्मान करना महत्वपूर्ण हैं। उदाहरण के तौर पर:

आज हम आपको प्राकृति द्वारा उपहार में दी गई वस्तुओं के विषय में संबोधित करने करेंगे कि वह कैसे आपके जीवन को अपनी गुणवत्ता से पोषित करते हैं।

वहीं इस तथ्य को सरल भाषा में लिखेंगे:

आज हम आपको फल और सब्जियों के बारे में बताएंगे कि वह आपके जीवन में क्या स्थान रखते हैं। साथ ही यह भी बताएंगे कि उनसे हमको कौन-कौन से पोषक तत्व मिलते हैं।

दोनों वाक्यों को बताने के तरीके में बहुत फर्क है। यह बात यहां ध्यान रखने योग्य है।

जब भी आप अन्य लोगों के लिए कोई भी सामग्री लिख रहे होते हैं, तो आप “आप” शब्द का अधिक से अधिक (और स्वाभाविक रूप से) उपयोग करना चाहते हैं। परिचय में भी यही बात सामने रखनी चाहिए।

इस लेख में, मैंने आपके द्वारा 100 बार से अधिक शब्द के कुछ रूपांतर का उपयोग किया है। क्यों? क्योंकि मैं आपसे बात कर रहा हूं। मैं चाहता हूं कि आप इस जानकारी को जानें और समझें। मैं चाहता हूं कि आप इससे लाभान्वित हों।

अपने लेख में “आप” शब्द पर जोर देकर, आप पाठक को दिखाते हैं कि आप उन्हें और उनकी स्थिति को सीधे संबोधित कर रहे हैं, ना कि केवल सामान्य आबादी के लिए एक सामान्य लेख लिख रहे हैं। इससे पाठक को लगता है कि यहां विशेष उनके बारे में ही बात हो रही है और वह खुद को लेख से जोड़ पाते हैं।

किसी भी लेख का परिचय देते समय यह बात ध्यान रखें कि आप कुछ वाक्यों में इस लेख की विशेषता के बारे में ज़रूर बताएं। यह एक या दो लाइनों में लिख सकते हैं। इससे पाठकों की रूचि लेख में बढ़ जाती है, उनको विश्वास हो जाता है कि यह लेख मेरे अनुरूप है और मेरे लिए सार्थक भी।

उपरोक्त सारे सुझावों का उपयोग करके आप अपने लेख और उसके परिचय को सरल और आकर्षक बना सकते हैं। इससे पाठकों का विश्वास और उनका सम्मान आपके प्रति और घनिष्ठ हो जाता है।

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