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छात्रवृति का शिक्षा में महत्त्व

यूथ ड्रीमर्स फाउंडेशन (YDF) की स्थापना इस विश्वास के साथ हुई था कि प्रत्येक बच्चे और युवाओं को समान शिक्षा, कौशल और विकास के अधिकार मिले। चाहे वह किसी भी वर्ग, जाति, धर्म, रंग, आर्थिक स्थिति, आदि के हो। YDF 2015 में स्थापित किया गया था,यह एक कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 8 (1) के तहत गठित नॉन-फॉर-प्रॉफिट एनजीओ है।
इसकी स्थापना प्रेरित, शिक्षित और अनुभवी लोगों के एक समूह द्वारा शुरू की गई हैं जो समाज मे सकारात्मक परिवर्तन करना चाहते है। YDF उचित मार्गदर्शन और वित्तीय सहायता के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक आसान पहुंच के लिए आने वाली पीढ़ी को मजबूत बनाने का प्रयास करती है।
YDF सक्रिय रूप से छात्रों और समुदाय तक पहुँचने के लिए लगा हुआ है और व्यापक कार्यशाला, पर्याप्त रूप से डिज़ाइन किए गए कार्यक्रम, संगोष्ठी और उसकी छात्रवृत्ति सेल के माध्यम से वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
भारत में, 45 मिलियन छात्र उच्च शिक्षा का खर्च उठाने मे असक्षम है, जबकि वित्तीय बाधाएं 78% स्कूल और कॉलेज के छात्रों के शिक्षा छोड़ने का प्रमुख कारण हैं। पिछले कुछ वर्षों में, हमारे कार्यक्रमों ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र में  कई विद्यार्थियों की सहायता की हैं। वो बच्चे जो अपनीआर्थिक असमर्थता के कारण अपनी शिक्षा जारी रखने में असमर्थ थे YDF ने उनकी मदद की हैं। YDF की पहल बृहद पैमाने पर कार्यान्वित किए जाते हैं ताकि न केवल अधिक से अधिक बच्चों और युवाओं तक पहुंच सकें, बल्कि युवाओं मे उच्च शिक्षा के महत्व को उजागर कर एक चैनल बनाएं ताकि वे बच्चे अपनी उच्च शिक्षा पूरी कर, अपना भविष्य सुरक्षित कर  सके।
हम इस लक्ष्य को पूरा करना चाहते हैं ताकि असक्षमता और असहायता से ग्रसित लाखों बच्चे और युवा सशक्त बने।
यूथ ड्रीमर्स फाउंडेशन की कल्पना है कि हर बच्चे को अपनी सामाजिक-आर्थिक स्थिति के आधार पर विभाजित किए बिना भविष्य के लिए ज्ञान और कौशल हासिल करने का समान अवसर मिले।
इसी उद्देश्य को आगे बढ़ाने हेतु, YDF ने वीना-उपेंद्र छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत की है। इसके अंतर्गत बिहार के विद्यार्थियों को उनकी उच्च शिक्षा हेतु वित्तिय सहायता दी जाएगी।
छात्रवृत्ति की पात्रता है-
1) वे छात्र जो बिहार राज्य के निवासी हैं।
2) जिनका नामांकन स्नातक के लिए नियमित पाठ्यक्रम मे हुआ हैं।
3) जिन्होंने वर्ष 2020 मे 70% से अधिक के साथ अपनी कक्षा 12 वीं की परीक्षाओं को पास किया है।
4) सभी स्रोतों से छात्र की पारिवारिक आय प्रति वर्ष 1.5 लाख से कम होनी चाहिए।
महत्वपूर्ण: ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि के लड़कियों और कमजोर वर्ग के छात्रों को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी।

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