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“क्या भारतीय मीडिया के पास रिया, कंगना और सुशांत की खबरों के अलावा कुछ और नहीं है?”

मीडिया एक ऐसा नाम है, जिससे सिर्फ हमारे जीवन पर ही नहीं, बल्कि हमारे विचारों पर भी असर हो रहा है। आप सब जानते होंगे कि मीडिया का अविष्कार क्यों हुआ था? मीडिया का रोल क्या है और मीडिया का कर्तव्य क्या है? चलिए नहीं जानते हैं तो हम बताते हैं।

मीडिया का आविष्कार हुआ था लोगों तक खबरें पहुंचाने के लिए। सरकार क्या काम कर रही है, हमारे आसपास क्या चल रहा है, दुनिया में क्या बदलाव हो रहें हैं आदि जैसी चीज़ें हमें मीडिया के माध्यम से मिलती रहती हैं। मीडिया का आविष्कार लोगों को सच बताने के लिए किया गया था और पहले वहीं हुआ।

मीडिया ने समाज सेवा समझकर लोगों को सच बताया और लोगों तक खबरें पहुंचाईं लेकिन अब क्या हुआ? क्या अब भी वही है मीडिया? या अब कुछ और है?

जैसे-जैसे मीडिया में अलग-अलग टेक्नोलॉजी आई, वैसे-वैसे मीडिया का रूप बदलता गया। मुझे नहीं पता आप मानते हैं या नहीं मगर मैं मानती हूं। मीडिया सिर्फ बायस्ड नहीं है, बल्कि बिक बिक चुकी है। ऐसा ही लगता है आज कल की इंडियन मीडिया को देखकर।

प्रतीकात्मक तस्वीर। फोटो साभार- Getty Images

पिछले 2 महीनों से खबरों में हम क्या देख रहे हैं? रिया, सुशांत (जो अब नहीं रहा) और कंगना। क्या आपको आमतौर पर उसके अलावा कोई और न्यूज देखने मिलती है? कुछ न्यूज चैनल्स होंगे गिने-चुने जो दूसरी न्यूज़ दिखाते हैं लेकिन मेरे हिसाब से 90% न्यूज चैनल्स सिर्फ यही न्यूज़ दिखा रहे हैं।

और तो और पब्लिक भी वही देख रही है, क्योंकि उनके हिसाब से जो मीडिया दिखा रहा है, वहीं महत्वपूर्ण है। बाकी भारत में सब सही चल रहा है। मीडिया ने उनकी विचारधारा बदल दी है। कैसे? चलिए आपको एक उदाहरण देती हूं।

आपने कंगना और शिवसेना का न्यूज देखा ही होगा और आप सब कंगना के ही समर्थन में होंगे। क्यों? क्योंकि मीडिया द्वारा भी उनका ही समर्थन किया जा रहा है। मैं कोई शिवसेना का समर्थन करने नहीं आई हूं लेकिन अगर यही मीडिया आज शिवसेना का समर्थन करती तो आप भी आज शिवसेना के ही साथ खड़े होते।

बहुत से लोगों को यह चिंता है कि सुशांत को कब न्याय मिलेगा और तो और सभी ने यह भी तय कर लिया कि रिया ने ही उसका मर्डर किया है (क्योंकि मीडिया ने कहा है लेकिन सीबीआई ने कुछ नहीं कहा) लेकिन किसी को ना ही जीडीपी की पड़ी है, जो हाल ही में -23 पर लुढ़क गई है और ना ही देश में क्या चल रहा है उसकी। क्यों? क्योंकि हम तो वही मानेंगे जो मीडिया हमें देखाएगा।

मीडिया ने दिखाया मोदी अच्छे हैं, योगी अच्छे हैं सब मान गए। मीडिया ने दिखाया राहुल पप्पू हैं, सब उनको पप्पू बुलाने लगे। मीडिया ने नहीं दिखाया कि यूपी में 3 साल की बच्ची से रेप हो गया, तो लोगों के लिए यह खबर झूठी है। सबको नहीं पता कि मीडिया सिर्फ वही दिखात है, जो वो दिखाना चाहता है।

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