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टॉप 3 स्किल्स जिन्हें सीखकर वर्क फ्रॉम होम जॉब्स पाने में मिलेगी मदद

COVID-19 के कारण हमारे लर्निंग पैटर्न और वर्क कल्चर में काफी बदलाव आए हैं। इस महामारी के दौरान भी बड़ी से बड़ी कंपनियां सफलतापूर्वक ऑनलाइन कार्य कर रहीं है।

जहां इंडिया में वर्क फ्रॉम होम कल्चर और फ्लेक्सिबल वर्किंग टाइम को अभी भी पूर्ण रूप से स्वीकार नहीं किया जा रहा था, कोरोना वायरस ने कंपनियों को यह एहसास दिलाया कि जब कर्मचारियों को रिमोट वर्किंग की सुविधा दी जाती है तो वे सामान्य या अधिक प्रोडक्टिविटी से काम कर सकते हैं। 

भविष्य में निजी सेक्टर वर्क फ्रॉम होम व्यवस्था को अपना सकते हैं

कोई भी क्षेत्र हो स्थिति सामान्य होने के बाद अधिकतर कंपनियों के वर्क कल्चर में बदलाव आएगा। वर्क फ्रॉम होम कल्चर एनवायरनमेंट फ्रेंडली होने के साथ-साथ कॉस्ट-कटिंग और रिसोर्सेज़ की बचत में सहायता करता है। इसलिए कंपनियां आंशिक या पूर्ण रूप से इसे अपना सकती हैं।

इन डिमांड स्किल्स, हायरिंग ट्रेंड्स और वर्क प्रैक्टिसेज़ में भी परिवर्तन अपेक्षित होगा। हर किसी के पास घर से काम करने के लिए आवश्यक स्किल्स नहीं होती हैं और इन स्किल्स को सीखना भी आसान नहीं होता है। इस समय का सही तौर से उपयोग कर आप अपनी स्किल्स को पॉलिश कर सकते हैं और नई स्किल्स सीख सकते हैं।

इससे आपको अपने मौजूदा जॉब रोल में आगे बढ़ने अथवा बेहतर कंपनियों, जो इस प्रकार की कठिन परिस्तिथियों में जॉब सिक्यॉरिटी दे सके, उनमें नौकरी के अवसर खोजने में सहायता मिलेगी।

निम्नलिखित कुछ इन-डिमांड वर्क फ्रॉम होम स्किल्स आपके करियर के विकास में सहायता कर सकती हैं –

वेब डेवेलपमेंट

प्रत्येक कंपनी जो ऑनलाइन ऑपरेट करती है, एक वेबसाइट के माध्यम से अपने ग्राहकों के साथ जुड़ी रहती है। लॉकडाउन के दौरान एड-टेक कंपनियों, गेम मेकर्स, ऑनलाइन ग्रोसरी स्टोर्स, ऑनलाइन क्लीनिंग सर्विस प्रोवाइडर्स और अन्य होम डिलीवरी सर्विसेज़ प्रदान करने वालों का विकास हुआ है।

लोकल सुपर मार्केट चेन्स ने भी ऑनलाइन डिलीवरी सर्विसेज़ शुरू कर दी हैं ताकि वे अपने शहरों या इलाकों में सुरक्षित रूप से आवश्यक सामान पहुंचा सकें। लॉकडाउन की समाप्ति के बाद भी लोग ऑनलाइन सर्विसेज़ को चुनना जारी रखेंगे ताकि सोशल गैदरिंग से बचा जा सके। ऐसी स्थिति में वेब डेवेलपमेंट में कई करियर के अवसर मिलेंगे, क्योंकि अधिक-से-अधिक कंपनियों को अपना बिज़नेस जारी रखने के लिए वेबसाइट की आवश्यकता होगी।

वेब डेवेलपमेंट ऑनलाइन ट्रेनिंग द्वारा आप घर बैठे अलग-अलग कंपनियों के लिए वेबसाइट डेवेलप, डिज़ाइन और मैनेज करना सीख जाएंगे। ट्रेनिंग में आप वेल-स्ट्रक्चर्ड वेब पेजेज़ बनाने के लिए HTML & CSS, रेस्पॉन्सिव वेब पेजेज़ बनाने के लिए बूट स्ट्रैप, इनफॉर्मेशन को मैनेज करने और क्वेरीज़ लिखने के लिए SQL और फंक्शनल लॉजिक बिल्ड करने के लिए PHP सीखेंगे।

ये स्किल्स सीखने के बाद आप अपनी कंपनी की वेब डेवेलपमेंट टीम के साथ नए इनपुट्स शेयर कर पाएंगे। एक फ्रीलांसर के रूप में अलग-अलग क्लाइंट्स के लिए वेबसाइट्स बिल्ड कर पाएंगे या फिर अपना ऑनलाइन बिज़नेस शुरू कर पाएंगे।  

कंटेंट राइटिंग

कंटेंट राइटिंग, वेब कंटेंट आइडिएशन, प्लानिंग, राइटिंग, एडिटिंग और प्रूफ रीडिंग की कला है। कंटेंट राइटर्स आर्टिकल्स, ब्लॉग, होम पेज कंटेंट, मार्केटिंग कैंपेन कंटेंट और वीडियो, रेडियो व पॉडकास्ट स्क्रिप्ट्स जैसी प्रमुख चीज़ों पर काम करते हैं। यह एक टॉप इन-डिमांड स्किल है, जिसके लिए कंपनियां आमतौर पर फ्रीलांसर्स या वर्चुअल इंटर्न्स हायर करती हैं।

अच्छा कंटेंट टारगेट ऑडियंस को वेबसाइट की ओर आकर्षित करता है, जिससे उनका सेल्स और रेवेन्यू बढ़ता है। जैसा कि लॉकडाउन के बाद भी अधिकतर कंपनियां ऑनलाइन ऑपरेट करेंगी, प्रोफेशनल कंटेंट राइटर्स की मांग में बढ़ोत्तरी होगी।

कंटेंट राइटर के रूप में अपनी जर्नी शुरू करने का सबसे बेहतर तरीका एक ऑनलाइन क्रिएटिव राइटिंग ट्रेनिंग में एनरोल करना है। ट्रेनिंग आपकी ऑब्ज़र्वेशनल स्किल को मज़बूत कर आपको लिखने के लिए नए आइडियाज़ ढूंढने में सक्षम बनाएगी। फिक्शनल और नॉन-फिक्शनल राइटिंग, स्क्रीनप्ले व एडवर्टाइज़िंग राइटिंग में अपनी पकड़ मज़बूत कर आप क्रिस्प और एरर फ्री कंटेंट लिखना सीखेंगे।

कंटेंट राइटिंग सीखने के बाद आप अपने पसंद की किसी भी इंडस्ट्री जैसे ऑटोमोबाइल, स्पोर्ट्स, मैन्युफैक्चरिंग, एजुकेशन, हेल्थ केयर व इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के लिए कंटेंट लिख सकते हैं या स्वयं का ब्लॉग स्टार्ट कर सकते हैं।  

डिजिटल मार्केटिंग

डिजिटल मार्केटिंग में अनेक इंटरनेट मार्केटिंग कॉन्सेप्ट्स सम्मिलित हैं। यह एक कंपनी के प्रोडक्ट्स और सर्विसेज़ को मौजूदा और नए ग्राहकों को ब्लॉग, ईमेल, सोशल मीडिया अथवा अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स द्वारा मार्केटिंग करने की कला है। डिजिटल मार्केटिंग में पे-पर-क्लिक, SEO, कंटेंट मार्केटिंग, सोशल मीडिया कैम्पेन्स, एफिलिएट मार्केटिंग, ईमेल मार्केटिंग, इनबाउंड मार्केटिंग और कई अन्य चीज़े शामिल हैं।

सभी ज्योग्राफिकल बॉउंड्रीज़ को तोड़कर अपने टार्गेटेड ग्राहकों से जुड़े रहने का यह सबसे आसान, प्रभावी और किफायती तरीका है। बढ़ती टेक्नोलॉजी के इस दशक में डिजिटल मार्केटिंग के बिना एक दुनिया की कल्पना करना इम्पॉसिबल है, क्योंकि इसके बिना कंपनियां ही बढ़ते कॉम्पटीशन में सर्वाइव कर सकती हैं और ना ही अपनी विज़िबिलिटी बढ़ा सकती हैं।

इन सभी के चलते प्रोफेशनल डिजिटल मार्केटर्स की मांग बढ़ती जा रही है तथा कई वर्क फ्रॉम होम जॉब्स के अवसर सामने आ रहे हैं।  

एक ऑनलाइन डिजिटल मार्केटिंग ट्रेनिंग में एनरोल कर आप ब्लॉगिंग, एनालिटिक्स, ऑनलाइन एडवरटाइजिंग, सोशल मीडिया मार्केटिंग, ORM व ऑटोमेशन और मोबाइल मार्केटिंग जैसे कॉन्सेप्ट्स सीख सकते हैं। यह स्किल सीखने के बाद आप डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर, सोशल मीडिया एग्ज़ीक्यूटिव/मैनेजर, PPC/SEM एक्सपर्ट, ईमेल मार्केटिंग मैनेजर, एनालिटिक्स मैनेजर और CRM मैनेजर जैसे विभिन्न रोल्स में घर से काम कर सकते हैं।

आप अपनी मौजूदा कंपनी की ऑनलाइन मार्केटिंग प्रैक्टिसेज़ में योगदान दे सकते हैं या फ्रीलांसर के रूप में विभिन्न कंपनियों के साथ काम कर सकते हैं।


लेखक के बारे में – सर्वेश अग्रवाल, इंटर्नशाला के संस्थापक और सी.ई.ओ. हैं। इंटर्नशाला, एक इंटर्नशिप व ट्रेनिंग प्लेटफॉर्म हैं (ट्रेनिंग्स.इंटर्नशाला.कॉम)

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