Site icon Youth Ki Awaaz

“GDP दर गिरकर -23.9% पर, अभी भी सब चंगा सी?”

सरकार ने हमसे टैक्स लिया मगर देश का कोई विकास नहीं हो पाया। दरअसल, हमने टैक्स कम दिया था। इसलिए सरकार ने हमसे पीएम केयर फंड में चंदा मांगा मगर क्या हुआ कि सरकार उसमें ताला लगाकर चाबी कहीं भूल गई।

अब वो तो खुल नहीं सकता। इसलिए अब जो ये इतनी बड़ी महामारी है ‘कोरोना’, इससे निपटने के लिए हमें कोरोना रिलीफ फंड में पैसे देने होंगे। इलाज हो ना हो लेकिन रिलीफ फंड होना बहुत ज़रूरी है।

अरे जीडीपी गिरकर -23.9% पर आ गई है मगर चिंता मत करो हमारे मोदी जी हैं ना! अभी एक भाषण देंगे ना बस फिर देखना जीडीपी कहां जाती है।

अरे चीन देश के अंदर घुसा चला आ रहा है मगर चिंता मत करो अभी मोदी जी लाल-लाल आंखें दिखाएंगे ना तो ये चीनी 1000 कि.मी. पीछे जाकर गिरेंगे। अरे जब गलवान में हमारे जवान मरे थे, तो लेह जाकर आर्मी की वर्दी पहनकर यही तो किया था मोदीजी ने।

क्या? देश में बेटियां मर रही हैं। उनके साथ बलात्कार हो रहा है। अरे, तो मोदी जी ने तो पहले ही चेतावनी दी थी ‘बेटी बचाओ’ अब अगर बेटियां खुद को नहीं बचा पा रही हैं, तो इसमें सरकार का क्या कसूर?

अरे, मोदी जी का रहना बहुत ज़रूरी है। वही तो हमें अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय से बचाएंगे। अरे हम बहुसंख्यक हुए तो क्या? मोदी जी ने कहा है हमें अल्पसंख्यकों से खतरा है मतलब है।

क्या? लोग बाढ़ में मर रहे हैं। क्या बात कर रहे हो अभी 5 अगस्त को मंदिर का उदघाटन हुआ तब देखते उनमें इतना उत्साह था कि पूछो मत। अरे भगवान तो हमारे लिए बहुत कुछ करते हैं। अब हमारी बारी है।

प्रतीकात्मक तस्वीर। फोटो साभार- Getty Images

हम चाहे भूखे मर जाएं, डूब जाएं, हमारी नौकरियां चली जाएं, हमारे बच्चे पढ़ ना पाएं, हमें हज़ारों मील पैदल चलना पड़े, लोग इलाज के अभाव में मर जाएं, अस्पतालों में धांधली हो या मानव तस्करी हो मगर भगवान के सामने भोग लगता देख क्या हमारे मन को सुकून नहीं मिलता?

अरे गए वो ज़माने जब भगवान हमारी रक्षा किया करते थे। अब तो हमें उनकी रक्षा करनी है, चाहे उसके लिए हमें जान देनी पड़े या लेनी पड़े।

अरे धर्म इंसान के लिए थोड़े ही हैं। इंसान धर्म के लिए है। धर्म की रक्षा के लिए हद से गुज़र जाना चाहिए और भारत में इस वक्त हमारे धर्म की रक्षा बस मोदी जी कर सकते हैं। अरे वो सरहद पर चीन को नहीं रोक पा रहे हैं तो क्या?

धर्म के खिलाफ बोलने वालों को वो जेल भेज देते हैं। अरे न्यायालय से लेकर न्यायाधीश तक सब उनकी बात सुनते हैं और न्यायालय उनके खिलाफ बोलने वालों पर 1 रुपये का ज़ुर्माना लगाती है। अरे कोई सच बोल कर दिखाए। UAPA और NSA लगाकर देशद्रोही साबित कर देंगे। क्या?

मैं अंधभक्त क्यों बने रहना चाहता हूं? दरअसल, सच्चाई की रौशनी मेरी आंखो में चुभती है और अंधे बनें रहो तो लगता है सब चंगा सी। वाह मोदीजी वाह।

Exit mobile version