Site icon Youth Ki Awaaz

चुनाव सुधार और धनबल पर चोट

चुनाव आयोग द्वारा दागी उम्मीदवारों के लम्बित आपराधिक मुकदमे को अखबार, टीवी और सोशल मीडिया पर देने एवं उम्मीदवार बनाने का कारण बताने का निर्णय स्वागतयोग्य कदम है। जैसा कि चुनाव के समय ऐसे अनेकों उदाहरण देखने को मिलते है जब एक साफ सुथरा , निष्ठावान कार्यकर्ता को नजरअंदाज कर के किसी धनबल या पैराशूट उम्मीदवार को पार्टी अपना टिकट देती है। 

चुनाव आयोग को एक तंत्र बनाना चाहिए जिसमे सभी राजनीतिक दल अपने सभी टिकट के दावेदार उम्मीदवारों का क्षेत्रवार सूची आनलाइन करे एवं चयन का कारण /निरस्त होने का कारण स्पष्ट करे। इससे काफी हद तक धनबल पर अंकुश लगाया जा सकता है। 

Exit mobile version