कोरोना महामारी के कारण देश में लगभग 6 महीने से ज़्यादा स्कूल और कॉलेज बंद रह चुके हैं और यही कारण है कि आज देशभर में तमाम स्टूडेंट्स घर बैठकर अपनी पढ़ाई ऑनलाइन क्लास के माध्यम से कर रहे हैं।
हाल ही में केंद्र सरकार ने इस बात की तो घोषणा की कि सिनेमा हॉल खोले जाएंगे लेकिन स्कूल खोलने के बात अभी भी प्रक्रिया में चल रही है। हालांकि अगर स्कूल या कॉलेज खुलते भी हैं, तो बच्चों के माता-पिता से पूछा जाएगा कि क्या वे अपने बच्चों को स्कूल भेजेंगे?
स्कूल खोलने पर क्या कहा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने?
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इस बात को साफ किया कि दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेज़ी दिखाई दे रही है। शुक्रवार को लगभग 34 दिनों के बाद राजधानी में 4000 से अधिक मामले दर्ज़ हुए, जिसके बाद उन्होंने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर जोखिम उठाना ठीक नहीं।
कोरोना संक्रमण के बाद कई राज्य यह सोच रहे हैं कि क्या स्कूल खोले जाएं? जिसमें कर्नाटक सरकार ने यह फैसला लिया कि 17 नवंबर से सभी डिग्री कॉलेज खोले जाएंगे। इस बात को भी स्पष्ट किया कि बच्चों के पास घर से ऑनलाइन क्लासेज़ करने का या फिर स्कूल या कॉलेज आकर क्लासेज़ करने के दोनों विकल्प होंगे।
अभी हाल ही में जेएनयू को 2 नवंबर से खोलने का फैसला लिया गया है, जिसमें स्टूडेंट्स कैंपस में आ सकते हैं और क्लासेज़ अलग-अलग तय सीमा पर होंगी जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो पाए।
पिछले कुछ दिनों में कोरोना के मामलों में कुछ गिरावट आई है लेकिन आज भी कई पेरेंट्स इस बात से सहमत नहीं है कि स्कूल और कॉलेज खोले जाएं । कई लोगों ने कहा कि सरकार अभी जल्दबाजी कर रही है अपना फैसला लेने में और इस बात पर भी जोर दिया कि सिलेबस में 30 परसेंट तक की गिरावट हो ताकि बच्चे पर पढ़ाई का दबाव ना हो ।