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“वेब सीरीज़ के नाम पर धोखा है लाल बाज़ार”

कोलकाता का जितना नाम है, उतना ही कोलकाता बदनाम है। इसी कोलकाता शहर के नाम पर अधारित वेब सीरीज़, जिसका नाम “लाल बाज़ार” है। लाल बाज़र एक नई वेब सीरीज़ ,है जो ZEE5 पर रिलीज़ हुई है।

कहानी शहर के एक रेड लाइट एरिया यानि लाल बाज़ार से शुरू होती है, जिसमें एक सेक्स वर्कर को मार दिया जाता है। वह प्रिग्नेंट भी रहती है। मामला वटगंज थाने में जाता है और केस की तफ्तीश इंस्पेक्टर सबीर अहमद करते हैं।

इंस्पेक्टर सबीर अहमद एक नौजवान इंस्पेक्टर हैं, जिनको केस की उतना समझ नहीं रहती है। कहानी आगे बढ़ती है, शहर के दूसरे इलाके में एक शख्स का मर्डर होता है और यह केस तफ्तीश के लिए हॉमिसाइड को दिया जाता है।

हॉमिसाइड डिपार्टमेंट के हेड सुरंजन सेन होते हैं और उनकी टीम में अन्य ऑफिसर भी होते हैं, जो छानबीन करते हैं। सुरंजन सेन की गर्लफ्रेंड मीडिया हाउस में काम करती है और वह हर खबर ब्रेक करती है, जो बस सुरंजन जानता है। मीडिया की खबर ब्रेक करने से कमीश्नर डी.सी. शर्मा बेहद परेशान रहते हैं। 

यह वेब सीरीज़ अपने हर एपिसोड में कोई ना कोई मर्डर मिस्ट्री और क्राइम लाती है। हर एपिसोड में मर्डर की अलग-अलग कहानी होने से किरदार और कहानी में बहुत कंफ्यूज़न हो जाता है। वेब सीरीज़ के नाम पर ज़बरदस्ती मर्डर दिखाने से कोई कहानी नहीं बनती है। लाल बाज़ार के निर्देशक सयंतन घोषाल शायद यह बात भूल गए कि कहानी बनाने के लिए  कंटेंट चाहिए होता है, ना कि हर एपिसोड में मर्डर।

स्टारकास्ट की बात

जैसे ही टीज़र रिलीज़ हुई तो लगा कि यह वेब सीरीज़ भी पाताल लोक और मिर्ज़ापुर जैसी दमदार होगी। एक्टिंग भी उसी तरह होगी लेकिन सुरंजन सेन यानि कौशिक सेन लीड रोल में रहकर भी एक बेहतरीन पुलिस ऑफिसर के रोल में नाकाम रहे।

सुब्रत दत्ता और दिब्येंदु भट्टाचार्य जैसे बेहतरीन कलाकारों का इस्तेमाल ठीक से डायरेक्टर सयंतन घोषाल नहीं कर पाए। फरज़ाना के रोल में रोंजिनी चक्रवर्ती का किरदार दर्शकों को ठीक लग सकता है, क्योंकि इस पूरे वेब सीरीज़ में एक रोंजिनी चक्रवर्ती ही हैं जिनकी एक्टिंग और एक्सप्रेशन शानदार रही है। इस वेब सीरीज़ में ग्लैमर के नाम पर सिर्फ ऋषिता भट्ट हैं, जो एक पत्रकार के किरदार में हैं लेकिन वो भी कुछ असर नहीं छोड़ पाईं।

सयंतन घोषाल बंगाली फिल्म इंडस्ट्री में एक बहुत बड़े नाम हैं। अक्सर वो अपनी फिल्मों में क्राइम और थ्रिलर का कॉकटेल लाते हैं लेकिन लाल बाज़ार में सयंतन कहीं पर भी दर्शकों का दिल जीत नहीं पाए।

आप क्यों देखें

अगर आपके पास कोई काम नहीं है, अगर आप बेरोज़गार बैठें हैं या आपकी कोई गर्लफ्रेंड भी नहीं है, तभी आप टाइम पास करने के लिए लाल बाज़ार देख सकते हैं।

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