This post is a part of Periodपाठ, a campaign by Youth Ki Awaaz in collaboration with WSSCC to highlight the need for better menstrual hygiene management in India. Click here to find out more.
This post is a part of Periodपाठ, a campaign by Youth Ki Awaaz in collaboration with WSSCC to highlight the need for better menstrual hygiene management in India. Click here to find out more.
पीारियड्स के बारे में बात करने आज की तारीख में मिथ, स्टिग्मा या तो टैबूज़ के समान है। या तो इस बारे में जब भी बातें होती हैं, तो यह कह दिया जाता है कि सैनिटरी पैड्स वातावरण को नुकसान पहुंचाते हैं, इसलिए हमें एनवायरनमेंट फ्रेैंडली विकल्प जैसे- मैंस्ट्रुअल कप्स या कपड़ों के पैड्स का इस्तेमाल करना चाहिए।
बात यहां आकर अटकती है कि सब की सोच एक तरह नहीं हो सकती। किसी के लिुए मेंस्ट्रुअल कप फालतू की चीज़ साबित होते है, तो किसी के लिए उपयोगी। सही विकल्प चुनने के लिए मेंस्ट्रुअल प्रोडक्ट्स के बारे में विश्वसनीय जानकारी होना अनिवार्य हो जाता है।
आइए इस क्विज़ के ज़रिये मेंस्ट्रुअल प्रोडक्ट्स के विकल्पों के बारे में जानें।
Youth Ki Awaaz के बेहतरीन लेख हर हफ्ते ईमेल के ज़रिए पाने के लिए रजिस्टर करें