मासिक धर्म महिलाओं को एक निश्चित समय के बाद होने वाली एक प्राकृतिक प्रक्रिया है लेकिन महिलाओं के स्वास्थ्य की समस्याएं भी सबसे ज़्यादा इसी से ही जुड़ी हैं। जिसमें अनियमित मासिक धर्म बहुत आम समस्या है।
मेडिकल सांइस के तहत मासिक धर्म क्या है?
महिलाओं के अंडाशय में हर महीने अंडे बनते हैं। जब महिला गर्भवती नहीं होती हैं तो यह अंडे फूटकर योनि के रास्ते शरीर से बाहर निकल जाते हैं। इसी प्रक्रिया को पीरियड्स या मासिक धर्म कहा जाता है। आमतौर पर मासिक धर्म 21 से 32 दिन के अंतराल से होते हैं।
जबकि 21 से 32 दिन के समय अंतराल में पीरियड्स न होने को अनियमित मासिक धर्म कहा जाता है।यदि 21 दिन से पहले ही पीरियड्स हो जाएं या 32 दिन के बाद भी न हों या पीरियड्स में कम व अधिक खून आता है। तो यह अनियमित मासिक धर्म माना जाता है।
हालांकि एक या दो बार की अनियमतता ज़्यादा गंभीर नहीं होती लेकिन अगर यह समस्या बार-बार होने लगे तो यह अनियमित मासिक धर्म माना जाता है।
अनियमित मासिक धर्म के लक्षण
मासिक धर्म की अनियमितता होने पर महिला के गर्भाशय में तेज़ दर्द होने लगता है। भूख भी कम लगती है, अत्यधिक थकान होने लगती है, शरीर में दर्द होने लगता है।
पीरियड्स समय पर न आने पर महिलाओं के पेट में कब्ज़ या दस्त की समस्या होने लगती है। इसके अलावा गर्भाशय में खून के थक्के भी बनने लगते हैं।
अनियमित मासिक धर्म होने के कारण
- शराब का सेवन करना
- जंक फूड का अधिक सेवन करना
- वजन का अचानक बढ़ना व घटना
- नींद का पूरा ना होना
- अत्यधिक तनाव
- अत्यधिक दवाईयों का सेवन करना
अनियमित मासिक धर्म को कम करने के घरेलू उपचार
इसके लिए बस आप दालचीनी को पीसकर एक कप में ले लें. उसके बाद इसमें उबला हुआ पानी मिलाएं। फिर 3 से 10 मिनट बाद इसमें एक टी-बैग डालकर 2-3 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर इसमें स्वादानुसार शुगर या शहद मिलाकर लें। इसे रोज़ाना लेने से आपको काफी फायदा होगा।
पीरियड्स की डेट से एक या दो दिन पहले कच्चा पपीता खरीदें। फिर इसके छोटे पीस काटकर एक कटोरे में लें। फिर इसमें एक चम्मच दही डालें और इसे ब्रेकफास्ट में लें या शाम के स्नैक्स के तौर पर लें। एक चौथाई हल्दी को दूध, शहद या गुड़ के साथ लें और तब तक इसका सेवन करें जब तक समस्या से निजात नहीं मिलती।
आधा चम्मच अदरक को पीस लें और 1 कप पानी में सात मिनट तक उबाल लें। फिर उसमें थोड़ी शक्कर डालें और खाना खाने के बाद इसे दिन में 3 बार पियें। ऐसा कम से कम 1 महीने तक करें। 1 चम्मच सूखे पुदीने के पाउडर को 1 चम्मच शहद में मिला कर लें। 3 महीने तक रोज़ एक गिलास गाज़र का जूस पिएं।
पीरियड्स का एक सप्ताह से अधिक होना या 21 दिन से पहले ही पीरियड्स आ जाना, या फिर अधिक मात्रा में खून आना या ब्लीडिंग के साथ अधिक पीड़ा होने पर डॉक्टर का परामर्श ही लेना चाहिए।