2014 के लोकसभा चुनाव से पूर्व हिंदुत्व पर खतरा एवं हिंदुत्व की आड़ में चुनाव लड़े गए। भारत की सत्ता पर काबिज़ हुई भारतीय जनता पार्टी। भाजपा समर्थित कई बड़ी हिंदूवादी संगठन एवं भारतीय जनता पार्टी के नेताओं में भ्रम की स्थिति बनी।
जिन्हें ऐसा लगता है कि मुसलमान एवं अन्य समुदायों की बढ़ती जनसंख्या एवं मुसलमानों एवं अन्य समुदायों में बढ़ती एकजुटता राष्ट्र के लिए भविष्य में घातक साबित हो सकती है।
हिंदू-मुस्लिम एकता को तार-तार करते बयान
अगर हिंदूवादी संगठनों एवं भाजपा के नेताओं के बयानों के आंकड़ा निकाले जाएं तो लगभग 70% से ज़्यादा जनसंख्या वाली आबादी लगभग 70 वर्षों से खतरे में देखी गई है। वर्तमान 6 वर्षों में देखा जाए तो हिंदुत्व के साथ-साथ सवर्ण समुदाय-वाद भी हिंदूवादी संगठनों के आंकड़ों के द्वारा विलुप्त होने की ओर तेज़ी से पहुंच रहा है। जिसके बचाव के लिए भाजपा एवं हिंदूवादी संगठनों ने भारत के कुछ अनमोल रत्नों को मैदान में उतारकर हिंदुत्व एवं सवर्ण समुदाय वाद की विलुप्त को रोकने का प्रयास कर रही है।
हिंदूवादी संगठनों के अनमोल रत्नों में से एक रत्न साध्वी प्राची द्वारा 12 जनवरी 2015 को राजस्थान के भीलावर में विवादित बयान दिया गया। उन्होंने कहा था भारत में बढ़ती मुसलमानों की जनसंख्या को देखकर हमें तैयार एवं सशक्त होने की आवश्यकता है। अपने परिवार समुदाय की रक्षा के लिए कम से कम चार बच्चा पैदा करने की आवश्यकता है।
साध्वी प्राची के बयान के अनुसार हिंदू धर्म एवं हिंदुत्व तथा सवर्ण वाद को मुसलमानों की बढ़ती जनसंख्या से भविष्य में घातक खतरा पैदा हो सकता है।
अगर हम उन्हीं नवरत्नों में से दूसरे नवरत्न के बारे में बात करें तो उनके मुताबिक मुसलमानों के पास 4 पत्नियां एवं 40 बच्चे होते हैं। CAA & NRC बिल के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन की उग्रता को देखते हुए भाजपा के अनमोल रत्नों में शामिल साक्षी महाराज ने 24 दिसंबर 2019 को मीडिया से बात करते हुए कहा था कि 4 पत्नी एवं 40 बच्चे देश को कतई स्वीकार नहीं हैं। साक्षी महाराज के मुताबिक एक मुसलमान 4 शादियां करके 40 बच्चे पैदा करते हैं। जिससे भविष्य में हिंदुत्व को बहुत बड़ा खतरा का सामना हो सकता है।
बहरहाल इन दोनों रत्नों के बयान मुझे तब छोटे दिखने लगे जब हिंदुत्व की सबसे बड़ी रक्षक 2008 मालेगांव बम ब्लास्ट की आरोपी मध्यप्रदेश के भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के द्वारा भोपाल की सीहोर के एक निजी कार्यक्रम में कहा गया कि राष्ट्रहित में क्षत्रियों को अधिक बच्चा पैदा करने की आवश्यकता है, अगर क्षत्रियों का कुल खत्म हो जाएगा तो राष्ट्र की रक्षा कौन करेगा। देश हित के लिए अधिक बच्चा पैदा कीजिए।
साध्वी जी के बयानों से यह स्पष्ट होता है कि क्षत्रिय सिर्फ राष्ट्र हित की रक्षा के लिए बने हैं इसलिए उन्हें अपनी जनसंख्या में बढ़ोतरी करनी चाहिए।
बहरहाल अगर हम इन तीनों नेताओं के बयानों को एकजुटता से देखें तो तीनों नेताओं का कहीं ना कहीं मुसलमान एवं अन्य समुदाय यानी कि दलित अथवा सिख, ईसाई के बढ़ती जनसंख्या से डर महसूस हो रहा है।