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बच्चियों से यौन शोषण के आरोप में भाजपा नेता गिरफ्तार, मीडिया मौन

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उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में बीजेपी का ब्लॉक स्तर पदाधिकारी को दो बच्चों के यौन शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। भाजपा के एक 65 वर्षीय ब्लॉक-स्तरीय पदाधिकारी को दो बच्चों के यौन शोषण के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार किया गया।

भाजपा ने इस खबर के सामने आने के बाद अपने पदाधिकारी राम बिहारी राठौर को पार्टी से निकाल दिया है। बता दें कि राठौर कोच तहसील इकाई का उपाध्यक्ष था और उत्तर प्रदेश सरकार में लेखपाल रह चुका है।

भाजपा पदाधिकारी के घर मिलीं अश्लील हार्ड डिस्क

पुलिस ने बुधवार को कहा कि राठौर को दो नाबालिग बच्चों की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया। जालौन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवधेश सिंह ने कहा कि राठौर  के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है,

 

रामबिहारी राठौर

राठौर के खिलाफ शिकायत पर पुलिस ने उसके घर पर भी छापा माराऔर एक लेपटॉप, डीवीडी और हार्ड डिस्क बरामद की, जिसमें राठौर के कुछ अश्लील वीडियो भी मिले हैं लेकिन महत्वपूर्ण खबर यह है कि अभी तक तथाकथित मुख्यधारा के मीडिया में यह खबर गायब है!

वहीं अगर हम पीछे मुड़कर देखते हैं तब पाते हैं कि भाजपा नेताओं का हमेशा से बलात्कार और शोषण जैसे क्रियाकलाप के साथ चोली-दामन का साथ रहा है। आइए कुछ डाटा पर गौर करते हैं, जो पिछले कई अलग-अलग वेबसाइट में छप चुके हैं।  डाटा पर गौर करने से पता चलता है कि भाजपा में बलात्कार आरोपी नेताओं की बौछार लगी हुई है,जो बहुत चर्चित रहे हैं।

कुलदीप सेंगर से लेकर कई बड़े नाम भाजपा की लिस्ट में शामिल

फ्री प्रेस जर्नल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा में बलात्कार के आरोपी नेताओं की लिस्ट लंबी है लेकिन उनमें से कुछ नाम हैं जैसे कि पहला भाजपा नेता कुलदीप सिंह सेंगर जिसने एक 17 साल की बच्ची के साथ 2017 में बलात्कार किया था।

पहले विरोध किया गया फिर कोर्ट में वे बलात्कारी सिद्ध हुए जेल में है। मगर भाजपा ने अपने इस प्रिय नेता को बचाने के लिए तमाम कोशिशें की लेकिन जब भाजपा एक्सपोज़ होने लगी तब उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया।

दूसरा बहुचर्चित मामला भाजपा के नेता स्वामी चिन्मयानंद का है, जिस पर एक लॉ छात्रा ने बलात्कार का आरोप लगाया था। जिसके बाद भाजपा ने अपने सभी घोड़े अपने  इस  नेता को बचाने के लिए और मामला अभी रफा-दफा की कगार पर है।

खबर यह भी आई थी कि पुलिस के द्वारा, भाजपा के नेताओं के द्वारा विक्टिम पर अत्याचार किया जा रहा है ताकि वह अपना यह आरोप वापस ले ले।

बलात्कार से लेकर ट्रैफिक एसऑल्ट तक कई मामले

तीसरा मामला, भाजपा नेता और विधायक भोजवाल सींह का है, जो मध्य प्रदेश से है, उसने एक दलित महिला को बीपीएल कार्ड बनवाने के नाम पर अपने सहपाठियों के साथ मिलकर मार्च 2017 में बलात्कार किया था लेकिन यह मामला हमेशा की तरह न्यायिक प्रक्रिया में उलझ कर रह गया और आरोपी बाहर घूम रहा है।

चौथा मामला, गुजरात के भाजपा नेता जयेश पटेल से संबंधित है, जिन पर 2017 में एक 22 वर्षीय नर्सिंग स्टूडेंट ने बलात्कार करने का आरोप लगाया लेकिन मामला राजनीति और पैसे के बल पर रफा-दफा कर दिया गया।

पांचवां मामला, पूर्व बीजेपी दिल्ली एमएलए विजय जोली से है, जिन पर एक महिला ने उन पर ड्रग देकर बलात्कार करने का आरोप लगाया था। यह मामला भी दबा दिया गया और नेताजी अभी भी बीजेपी से जुड़े हुए हैं और काम कर रहे हैं।

छठा मामला, भाजपा कॉरपोरेटर अनिल भोंसले से है, जिस पर एक 44 साल की महिला ने अननेचुरल सेक्स और बलात्कार करने का आरोप जनवरी 2017 में लगाया था लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण यह भी मामला दबा दिया गया और नेताजी बाहर घूम रहे हैं।

सातवां मामला, भाजपा नेता वेंकटेश मौर्या से है, जिन पर एक महिला ने बलात्कार करने और टॉर्चर करने का आरोप अक्टूबर 2016 में लगाया था।

आठवां मामला, भाजपा नेता हमीद सरदार से जुड़ा है, जिन पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग और सेक्सुअल एसॉल्ट का आरोप अगस्त 2014 में लगाया गया था। हालांकि उस वक्त गिरफ्तारी कर ली गई थी लेकिन बाद में छोड़ दिया गया और अभी भी साहब जी बाहर ही है।

नौंवा मामला, भाजपा के नेता निहाल चंद का है, जो राजस्थान से  पूर्व सांसद और मोदी कैबिनेट में मिनिस्टर भी रह चुके हैं। जिस पर एक महिला ने अगस्त 2014 में बलात्कार और शोषण करने का आरोप लगाया था लेकिन ये भी मामला रफा-दफा हो गया।

लोकतंत्र को ठेस पहुंचता मुख्यधारा मीडिया

ये जिन नामों ज़िक्र हमने किया यह कहीं ना कहीं भाजपा, मोदी सरकार के दावे ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ और ‘रामराज’ जैसे को खोखला साबित करती है। आश्चर्य की बात तो यह है कि इस तरह के क्रियाकलाप में भाजपा केंद्र में और राज्यों में मंत्री रह चुके नेता भी शामिल हैं, उन पर कोई  कार्यवाही नहीं की गई है।

सिर्फ और सिर्फ  जनता की आंखों में धूल झोंका गया है। उदाहरण के तौर पर देख सकते हैं मोदी कैबिनेट में केंद्र में मंत्री रहे एम.जे. अकबर, जिन पर एक महिला पत्रकार ने बलात्कार का आरोप लगाया। उसके बाद क्या हुआ नाम मात्र की कार्यवाही की गई।

वहीं जो विधायक कर्नाटक असेंबली में बैठकर पोर्न वीडियो देखते हुए पकड़े जाते हों उनको भाजपा ने कर्नाटक में डिप्टी सीएम बना दिया है।

इन तमाम हरकतों के बावज़ूद  तथा कथित मुख्यधारा की मीडिया का उदार रवैया भाजपा के इन नेताओं के साथ रहा है और यह बहुत दुखद है और लोकतंत्र को ठेस पहुंचाने वाला है।

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