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“महिलाओं को लेकर मेरे कुछ दोस्तों की सोच किसी रेपिस्ट से कम नहीं है”

मेरे कुछ दोस्त रोज़ लड़कियों का बलात्कार करते हैं। कुछ करने के सपने बुनते हैं। इनके बाद भी समाज में उनकी बहुत इज्ज़त है। मुझे यह कहने में शर्म आ रही है कि मैं ऐसे लोगो से घिरा हुआ हूं।

कहानी ये है कि मेरे दोस्त जिनकी शादी हो चुकी है, वो किस तरह से अपनी पत्नी को सुहागरात में तंग करते हैं ये बताते हुए उन्हें मज़ा आता है। भारतीय लड़कों में सुहागरात कोई साधारण रात नहीं बड़े-बड़े शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले लड़के हॉस्टलों में ऐसी-ऐसी बातें करते हैं। उन्होंने तो अपनी पत्नी का बलात्कार करने के सपने सजा रखे हैं। पॉर्न मूवीज़ की ऐसी कोई पोजिशन नहीं जो उन्हें याद ना हो। वो सब कुछ करना चाहते हैं। काश उन्हें पता हो कि वो मूवीज़ है जो कि असल ज़िन्दगी से बहुत अलग है।

कुछ की कहानी जो दिमाग से जा नहीं रही वो बताता हूं

1. पहले दोस्त ने बताया कि शादी के अगले दिन उसने अपनी पत्नी से बोला कि उसे करना है तो वो मना करने लगी। उसने कहा कि मैं बहुत थक गई हूं लेकिन मैं जबरदस्ती करने लगा क्योंकि मुझे जानना था वो वर्जिन है की नहीं? फिर उसका काफी खून निकला तब खुशी हुई कि वो वर्जिन है। मैंने उससे पूछा भैया वर्जिन क्या होता है, तो उसने बोला जिसकी सील बंद हो और सेक्स करने में खून आए, हालाकि दोनों ही बात गलत है।

2. दूसरा दोस्त: शादी के 2 दिन तक वो थकने का बहाना करती रही फिर 2 दिन बाद मुझसे रूका नहीं गया। मैंने अपने फोन में पॉर्न चला दी। उसे जबरदस्ती दिखाई तो वो मना करने लगी। वो सेक्स करने में असहज थी पर मुझसे रूका नहीं जा रहा था। उस रात मैंने जबरदस्ती किया तो वो रोने लगी। बार-बार बोल रही थी कि रुक जाओ धीरे करो लेकिन एक बार चालू हो जाने के बाद रुका थोड़ी जाता है? मैंने उस रात 9 बार सेक्स किया। मेरी बनियान खून से लाल हो गई थी। उसको मैंने तुरंत काली थैली में डालके फेक दिया कि कहीं घरवाले देख ना लें। अगले दिन उसको बुखार हो गया और कई दिन तक उसका इलाज चला। खून बहने के कारण वो कमजोर हो गई थी।

बाद में प्रेगनेंट वो गई और और कमजोरी के कारण पहले बच्चे का गर्भपात हो गया। वैसे भी यहां के लोग बच्चे पैदा करने से पहले सिर्फ उनके नाम सोचते हैं, ये नहीं की महिला गर्भवती होने के लिए तैयार है कि नहीं? आयरन कितना है, फॉलिक एसिड शुरू किया कि नहीं? फॉलिक एसिड प्रेग्नेंसी के 3 महीने पहले ही शुरू कर देना चाहिए, और आयरन जन्म के 5 महीने बाद तक लेना चाहिए पर लड़की हाे गई तो रोटी मिल जाए वही बहुत बड़ी बात है।

महिला का वजन कितना है, महिला को कोई शुगर और बीपी की शिकायत तो नहीं, क्या समय पर सारे अल्ट्रासाउंड करवाए की नहीं, एक्स्ट्रा कैलोरी एक्स्ट्रा प्रोटीन ले रही हैं कि नहीं, (DTaP) टेटनस, डिप्थीरिया, काली खांसी के टीके लिए की नहीं, rh(-ve) ब्लड ग्रुप है कि नहीं? प्रेग्नेंसी में व्रत नहीं रखना चाहिए, एक्स्ट्रा कैल्शियम, एक्स्ट्रा विटामिन D ले रही है कि नहीं? दीवारों पर पेंट से लेकर मच्छर मारने की दवा से भी फर्क पड़ता है, कठोर एक्सरसाइज़, कैफ़ीन, एल्कोहोल, स्मोकिंग बंद किया कि नहीं, पतिदेव स्मोकिंग करते रहते हैं।

पत्नी भी Passive स्मोकिंग करती रहती है। जिससे IUGR होता है, यौन संक्रमित बीमारियों का टेस्ट किया कि नहीं जैसे HIV, HSV, HPV, GONORRHOEA, CHLAMYDIA, HCV और फुल बॉडी चेकअप तो सपनों की बाते है। दरअसल प्रेग्नेंसी कोई साधारण प्रक्रिया नहीं है लेकिन लोगो ने साधारण बना रखा है, इसी वजह से महिलाओं को कई बार बहुत बड़ी समस्या झेलनी पड़ जाती है।

3. तीसरा दोस्त: इसको पोर्न देखने की लत है और ये वो हर पोजिशन अपनाना चाहता है जो इन फ़िल्मों में दिखते हैं। ये चाहता है कि जब ये सेक्स करे तो पत्नी चिल्लाए ना कि खुश हो। अगर वो खुश हुई तो चालू है। मतलब उसने सेक्स किया हुआ है, इसलिए वह घटिया है। इसकी शादी नहीं हुई है। ये मेरे हॉस्टल का ही दोस्त है और ये इसके सुहागरात के ख्वाब हैं। ऐसा कहने वाला ये अकेला नहीं है।

4. कुछ हॉस्टल के लड़के जो कभी कभी मेरे रूम पर आते हैं, वो सिर्फ सेक्स, पोर्न से जुड़ी बातें ही करते हैं। ये चाहते हैं कि इनकी होने वाली पत्नी की सील बंद हो, जबकि खुद रोज़ सेक्स करते हैं। अगर ऐसा नहीं हुआ तो ये तलाक दे देंगे। वैसे मानव शरीर में सील जैसी कोई चीज नहीं होती। ये बात तो ये भी जानते हैं। फोरेंसिक मेडिसिन में बताया भी गया है कि हाइमन टूटने के कोई भी कारण हो सकते हैं जिसमें सेक्स भी 1 कारण ही है। वर्जिनिटी का मतलब है सेक्स किया गया हो उसका हाइमन से कोई लेना देना नहीं।

5. कुछ पढ़े लिखे मूर्ख प्रेमी जोड़े भी हैं मेरे कॉलेज में। इस जोड़े में कई बार लड़कियां प्रेगनेंट हो जाती हैं क्योंकि ब्वॉयफ्रेंड को कंडोम पहनकर मज़ा नहीं आता। दवाइयां लेना आसान नहीं। निर्धारित समय पर लेनी होती है। नुकसान भी करती है। कई बार दवाइयां बैग में रह जाती है तो घरवाले देख लेते हैं, तो कॉलेज जाना बंद करवा देते हैं। अब जैसे ही लड़कियां प्रेगनेंट होती हैं, कई बार 20 सप्ताह से ऊपर का समय हो जाता है। इसके बाद अबॉर्शन कराना भारत में गैरकानूनी हैं लेकिन गैर कानूनी अबॉर्शन होते ज़रूर हैं।

बस पैसे ज़्यादा लगते हैं। जो लड़कियां नहीं दे पातीं या बॉयफ्रेंड सपोर्ट नहीं करते तो लड़कियां डिप्रेशन में चली जाती हैं। ना घरवालों को बता सकती हैं। ब्वॉयफ्रेंड अपने दोस्तों से सलाह लेता है। दोस्त बोलते हैं, भाई ब्लाॅक कर साली को पंगे में मत पड़ और फिर वो उस लड़की को ब्लाॅक करके दूसरी लड़की से दोस्ती कर लेता है। मुझसे पूछते हैं क्या करें तो मैं बोलता हूं, बच्चे का नाम “ब” से रखना क्योंकि माँ-बाप की बेवकूफी की वजह से हुआ है।

6. एक प्रेमी जोड़े ने सेक्स किया। फिर कोरोना के चलते लॉकडाउन हो गया। वो लड़की प्रेग्नेंट हो गई। लड़की ने अबॉर्शन के लिए बाहर जाने की ज़िद्द की पर घरवालों ने जाने नहीं दिया। पढ़ाई छुड़वा दी और जबरदस्ती शादी करवा दी। लॉकडाउन में कम भीड़, कम दहेजज वाली शादियां बहुत हुई हैं। इससे साबित होता है कि लोग बिना भीड़, बिना दहेज वाली शादी करना तो चाहते हैं बस उन्हें मौका चाहिए। ये दहेज और फालतू की रस्में सब मात्र एक बोझ और बेड़ियां हैं जो दिखावे के कारण ढोनी पड़ रही है।

7. 15 साल की लड़कियां भी सेक्स कर रही हैं। मुझे इसलिए पता है क्योंकि उनके ब्वॉयफ्रेंड यानि मेरे दोस्त आईफोन में मुझे उनके साथ सेक्स की रिकॉर्डिंग दिखाते हैं। आईफोन वालों की गर्लफ्रेंड जल्दी बनती हैं। ये रिकॉर्डिंग लीक हो जाए तो मेरा दोस्त जेल में हो क्योंकि उसे पता नहीं कि 18 साल से कम उम्र की लड़की के साथ सेक्स करना बलात्कार है। बेशक लड़की राज़ी हो। साथ में रिकॉर्डिंग करना भी गलत है।

8. वॉट्सएप पर ग्रुप बनते हैं जिसमें धड़ाधड़ पोर्न शेयर होते हैं। कई बार इन ग्रुप में आपकी इजाज़त के बिना भी आपको जोड़ दिया जाता है और जैसे ही वो ग्रुप खुलता है उसमें पोर्न से जुड़ी वीडियो, गंदी से गंदी गालियों का बदल फट के पड़ता है। आप होश संभालें उससे पहले ही वो वीडियो डाउनलोड होकर फोन के कोने-कोने में घुस जाती है। घरवालों के सामने कई बार शर्मिंदा भी होना पड़ता है।

सबसे ज़्यादा दिक्कत इस बात से होती है कि मेरे क्लास के लड़के सिर्फ लड़कों का ग्रुप बनाते हैं जिसमें अपनी ही क्लास की लड़कियों के बारे में भद्दी से भद्दी, समुंदर की गहराई से भी गिरी हुई कोई बात है तो वो भी उस ग्रुप में मिल जाएगी। माफ करना इससे ज्यादा जानकारी मैं भी नहीं दे सकता क्योंकि ऐसा ग्रुप में तुरंत ही छोड़ देता हूं।

9. जिस तरह की सोच मैंने काफी लड़कों की ऑब्ज़र्व की है, मुझे डर है कि कहीं कोई इस लेख के कॉमेंट में ऐसे ग्रुप का लिंक ना मांगले। अगर ऐसा होता है तो मुझे जरा भी आश्चर्य नहीं होगा क्योंकि सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर ऐसे कॉमेंट्स असम की बाढ़ की तरह मिलते हैं। इंस्टाग्राम पर किसी भी एक्ट्रेस या meme पेज के कॉमेंट्स पढ़ लीजिए।

10. लड़का जिसके साथ मैं सुबह दौड़ता था, उसने बताया कि उसकी पत्नी बेकार है। चार लड़कियां हो गई है जिसमें एक होते ही मर गई, एक खराब हो गई, मतलब अबॉर्शन हो गया। पता नहीं लड़का कब होगा? उसका खानदानी जीन्स ही बेकार है। अब मैं ये बोलकर दोस्ती तो नहीं तोड़ सकता कि कहीं तेरे खानदान के जीन्स तो बेकार नहीं? इसलिए मैंने बोला ये सब लड़की-लड़का पर निर्भर नहीं है। उसकी पत्नी अभी तंत्र मंत्र के चक्रव्यूह में फंसी हुई है।

कई तरह की राख खाती है, पूजा पाठ करती है, टोटका करती है, वो बताती है कि उसकी रिश्तेदारी में उसके लड़का हुआ इस तंत्र-मंत्र से ही। बहुत सी औरतों का लड़का हुआ है इस दवाई से पर बहुत से औरतों के नहीं भी तो हुआ? ये लड़का या लड़की बनना गर्भ में एक वैज्ञानिक गतिविधि है जो रेंडमली होती हैं। गैर कानूनी सेक्स का पता लगाना आम बात है आज भी। रोज़ लोग जेल जाते हैं, अखबार में खबर भी आती है।

11. कई बार महिला की योनि में सफेद पानी आता है। वो इलाज करवाती हैं तो ठीक होती हैं। फिर करवाती हैं क्योंकि ऐसा बार-बार हो जाता है। बीमारी तो पति का भी है पर वो ईगो के कारण इलाज नहीं करवाता। बार-बार पत्नी को ही दोष देता है। बहुत सी यौन संक्रमित बीमारियों में दोनों सेक्स पार्टनर को इलाज करवाना होता है।

12. कई बार पति सेक्स के दौरान गर्भवती पत्नी पर इतना दबाव डाल देते हैं कि पेट दर्द हो जाता है और बच्चा खराब हो जाता है। जिस लड़के ने ये बताया उसकी एक लड़की है और वो एक बच्चा और करना चाहते है। लड़के की चाहत में बहुत ट्राई किया पर बच्चा खराब हो गया। उसने खुद बताया कि उसने गलत पोज़ीशन में जकड़ लिया अपनी पत्नी को क्योंकि रुका नहीं गया और उसके पेट में दर्द शुरू हो गया। बच्चा खराब हो गया।

ये उसने खुद बताया कि पेशाब के दौरान छोटे-छोटे टुकड़े आते हैं और बच्चा ठहर ही नहीं रहा है। मैंने कहा शारीरिक कमज़ोरी हो सकती है, डॉक्टर से सलाह लो। उसने बोला कि कोई नहीं सलाह लेता पूरे गांव में और ये सब फालतू की बातें हैं। उसका Hb 8g/dl है। खाने-पीने में नखरे करती है। कई बच्चे खराब हो चुके हैं। जागरण करेंगे तब ठीक होगा। धोक भी मरवानी है, मतलब किसी मन्दिर में जाने से सब ठीक होगा ऐसा मेरे दोस्त ने बताया।

13. किशोरावस्था में लड़कियों को जितना पोषण चाहिए क्या हम उतना दे रहे हैं? इसकी वजह से शरीर कमज़ोर रहता है और बच्चे पैदा करते वक्त बहुत सी महिलाओं की मौत हो जाती है। जल्दी puberty आने पर दिमाग की MRI करवानी होती है क्योंकि ब्रेन ट्यूमर जैसे hamartoma हो सकता है। ऐसा 10% लोगों में होता है। इसे precious puberty भी कहते हैं।

14. अभी जब मेरे दोस्तों की शादी होती है, तो बोलते हैं अबकी बार तो सर्दी अच्छी जाएगी। बाकी दोस्त कहते हैं सुहागरात की वीडियो में हमें भी दिखाना, शिलाजीत लेना और दूध जमके पीना। कहीं वो ये न समझे कि तेरे बस का कुछ भी नहीं है। सील ज़रूर चेक करना कहीं चालू न हो।

मेरे दोस्त बलात्कारी नहीं हैं क्योंकि वो ऐसा सिर्फ अपनी पत्नी के साथ करते हैं और पत्नी के साथ कुछ भी करें उसे बलात्कार नहीं कहते बलात्कार की परिभाषा के अनुसार। अगर आपकी पत्नी शिकायत भी करे तो बलात्कार का नहीं घरेलू हिंसा का केस दर्ज होगा। मां- बहन की गालियां लड़के और लड़कियां दोनों देते हैं। महिलाओं का सम्मान इस समाज में दिखावे से ज़्यादा कुछ भी नहीं है।

दूसरे दोस्त के दहेज में कार आई थी। सोचा बता देता हूं कैसे लड़की वालों का पतन होता है। एक लड़की 25 साल अपने घर में बिताए फिर एक दिन घर छोड़ जाए। साथ में दहेज भी दे। फिर ससुराल में जाकर उसका पति उसका रेप करे, और वो शिकायत करे तो मां उसे पत्नी धर्म का एक घण्टे का ऐसा लेक्चर देती है जैसे पत्नी धर्म सिखाने वाले किसी कॉलेज की पहली डीन हो।

धर्म, संस्कृति और रीति रिवाजों के चक्कर में महिलाओं का टॉर्चर सहन करना तो सदियों से चला आ रहा अबतक का बेस्ट फॉर्मूला है। प्रेग्नेंसी में व्रत नहीं रखना चाहिए पर करवा चौथ ज्यादा ज़रूरी है, या कहे कि बोझ या मजबूरी है। प्रेग्नेंसी में सीधा नहीं लेटना चाहिए। बहुत कुछ है जो नहीं करना चाहिए पर लोग करते हैं। महिलाएं गलत सलाह लेती रहती हैं क्योंकि कुछ गलत होगा तो महिला के साथ होगा जिसकी कोई वैल्यू नहीं है।

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