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बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नारों के बीच क्यों बढ़ रही हैं बलात्कार की घटनाएं?

महिलाओं पर बढ़ती हिंसा

मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के सारणी गाँव में 13 साल की बालिका के साथ रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई है। घटना सोमवार रात की है, जिस पडोसी खेत मालिक को बच्ची चाचा कहती थी उसी ने पानी की मोटर बंद करने आई बच्ची को पाइप लगाने के बहाने बुलाया और उसे सुनसान इलाके में ले जाकर उससे दुष्कर्म किया। आरोपी ने बालिका के इस हरकत को और लोगों को बताने के डर से उसे पत्थरों से दबा कर मारने की भी एक असफल  कोशिश भी की। आरोपी ने बालिका को आस-पास पड़े बड़े पत्थरों से दबा दिया और उसे मृत समझ कर बेफिक्र होकर अपने घर चला गया।

जब बालिका बहुत समय बीतने के बाद भी घर नहीं लौटी तो उसके परिवार को चिंता हुई, उसकी बड़ी दो बहनें और पिता उसे ढूंढने खेतों में पहुंचे। उसके पिता और बड़ी बहनों के बालिका को आवाज लगाने पर पास में ही सुनसान पड़े नाले में से उसके कराहने की आवाज आई। रात के अंधरे में बालिका के परिजनों ने आवाज की दिशा में आगे बढकर तलाश की तो बालिका पत्थरो में दबी हुई थी।

परिजन उसे वहां से लेकर नजदीक हॉस्पिटल पहुंचे लेकिन हालत में सुधार न होने के कारण वहां के सिविल सर्जन ने मंगलवार सुबह बालिका को नागपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है। जहां लगभग 5 दिन बाद भी बालिका की हालत में कोई सुधार नहीं हो पा रहा है, जिसके चलते अब बालिका ने खाना-पीना भी बंद कर दिया है। बालिका उस घटना से बहुत सहमी हुई है जिससे उसके मस्तिष्क और मन पर बुरा प्रभाव पड़ा है। 

इस घटना की जानकारी मिलते ही सारनी एसडीओपी अभयराम चौधरी जाप्ता बल के साथ मौके पर पहुंचे उन्होंने आरोपी के खिलाफ इंडियन पैनल कोड और पोस्को एक्ट की धाराओं के अनुसार मुकदमा दर्ज कर मुख्य आरोपी को गिरफ़्तार कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है। घटना की जानकारी मिलते ही आस-पास के इलाकों से लोग इकठ्ठा हो गए और आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने के लिए प्रदर्शन किया।

महिलाओं की सुरक्षा स्थिति एवं उनसे जुड़े कानूनों का क्रियान्वयन एक महत्वपूर्ण सवाल

मध्यप्रदेश के आदिवासी परिषद युवा प्रभाग के प्रदेश अध्यक्ष रामू टेकाम और बैतूल जिला महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष प्रीती नर्रे जी ने इस घटना के विरोध में बैतूल अति पुलिस अधीक्षक श्रद्धा जोशी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देते हुए महिलाओं की सुरक्षा एवं उनसे जुड़े हुए कानूनों के त्वरित क्रियान्वयन एवं इस घटना के मुख्य आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की, साथ ही उन्होंने कहा कि आज देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं उनकी सुरक्षा के लिए हमें कड़े कदम उठाने होंगे।

इस घटना से पूरे देश एवं प्रदेश में रोष है, जिस देश में मौजूदा सरकार का नारा है ‘बेटी बचाओ-बेटी पढाओ’ उसी देश में बेटियों एवं महिलाओं के साथ ऐसी घटनाएं बहुत ही शर्मनाक हैं। बीते दिनों में और आए दिनों अन्य जगहों से भी इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं, कानूनी प्रक्रिया लंबी होने के कारण अपराधी की हिम्मत को बल मिलता है। जब की ऐसा नहीं होना चाहिए, इस तरह की घटनाओं की प्रशासन द्वारा तुरंत जाँच पडताल की कार्यवाही करके आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा होना जरुरी है तभी महिलाओं के साथ होने वाली जघन्य घटनाओं एवं उनके प्रति होने वाले अपराधों की रोकथाम हो सकती है।

देश की बेटी को न्याय मिले देश एवं प्रदेश की यही मांग है और पीड़िता का इलाज अच्छे से अच्छे चिकित्सालय में सरकारी खर्च पर हो जिससे पीड़िता के परिवार को आर्थिक तंगी का सामना ना करना पड़े। पीड़िता का परिवार आर्थिक रूप से गरीब है इसलिए रुपयों के अभाव में पीड़िता उचित इलाज एवं सुरक्षा से वंचित ना हो इसकी मांग की गयी है।

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