Site icon Youth Ki Awaaz

“आत्महत्या नहीं, आत्ममंथन हर समस्या का समाधान है”

ये नीला ग्रह कितनी खूबसूरत है ना, ये प्रकृति, ये जंगल, ये जीव, ये कायनात और हम मानुष। कुदरत ने हर खूबसूरती दी है हमें, आपको भी रब ने कितना खूबसूरत बनाया है।

जितनी भी तारीफ की जाए कम है, आपने कई बार खुद को साबित भी किया है कि आप खूबसूरत हैं, आपने कई बार यह भी साबित किया है कि आप आपनी ज़िम्मेदारियों को भी बहुत ही खूबसूरती से निभाते हैं।

‘हम’ जिसमें ना टूटने वाला विश्वास समाहित है

हम इंसानों के पास बहुत कुछ स्पेशल है। हम जानते भी है पर कभी खुद को स्पेशल नहीं समझते। हम अक्सर भूल जातें है कि “मैं” तब बोलते है जब हम अकेले होते है, यहां तो “हम” बोलते है यानि कि आप अकेले नहीं है।

आप और आपके परिवार के लोग मिल कर ही “हम” बनाते है। इस “हम” में एक ना टूटने वाला विश्वाश छिपा है, जो हम जानते है कि कभी “मैं” बेसहारा हो जाऊंगा तो ये परिवार के लोग मुझे सहारा जरूर देंगे।

बुरे वक्त में परिवार ही आपके साथ खड़ा होता है

हां ये वही परिवार के लोग होंगे जिससे कभी मेरी नहीं बनती। जो कभी मुझे नहीं सुहाते, जो मुझे कभी अच्छा नहीं कहते जो हम से लड़तें है, झगड़ते है, कभी मेरी नहीं सुनते, आपस में तो कभी बनती ही नहीं उनसे। हां मगर प्यार तो वो एक दूसरे से करते है, थोड़ी जलन है, थोड़ा गुस्सा है, थोड़ी खालिश है, थोड़ा दूर है पर हम परिवार है।

वो साथ देतें है प्रत्यक्ष हो या अप्रत्यक्ष हो परिवार ही खड़ा होता है आपके बुरे दिनों में आपके साथ और आप स्वार्थ में इतने अंधे हो जाते है कि सिर्फ अपना सोचने लगते है खुद की सुनने लगते है कभी परिवार का नहीं सोचते ये भी नहीं सोचते जो आपके चाहने वाले है वो आपके बगैर कैसे रहेंगे।

दुनिया एक रंगमंच है और हम कठपुतली

आए दिन लोग खुदखुशी कर रहे है। हार मान जा रहे है जो कि कभी नहीं मानना चाहिए। ऊपर वाला हमे ये देखने के लिए कष्ट देता है कि हम कितने मजबूत इरादों वाले है। वो आप के हौसला और आपके खुद के भरोसा पर ही आपको कठिन से कठिन चुनौतियां देता है। वो जनता है कि कौन सा रोल रंगमंच पर कौन है जो बखूबी निभा सकता है।

वो उम्दा कलाकार को ही उम्दा प्रदर्शन के लिए उम्दा रोल देता है। क्योंकि उसे मालूम है आप अद्भुत प्रदर्शन करेंगे और अंत में आप सबका खूब प्यार पायेंगे। आज तक आपका रोल आपसे बढ़िया कोई नहीं किया है ना ही कर सकता है। आप किसी के पिता, पति, चाचा, मामा, दादा, भाई, ताऊ, फूफा, बेटा, मां, बहन, चाची, मामी, बेटी, कितने ही रोल में आपने आप को देख सकते/सकती है।

आप को ये अधिकार नहीं है कि आप अपने निजी स्वार्थ के लिए आत्महत्या जैसा बुजदिलाना हरकत करें। आप संबंध और ज़िम्मेदारी से पीछा नहीं छुड़ा सकते। ये आपको यहां जन्म लेने के पहले सोचना चाहिए।

हर समस्या का समाधान है, हां ये अलग बात है कि उसको बर्दास्त कैसे किया जाए। समय के साथ सब ठीक होता है, सारे नियम कानून हम खुद से बनाए हैं, वे टूट भी सकते है।

  • जब कभी भी आप खुद में खुद को कमज़ोर पाए तो सबसे पहले अपने मां, पिता या उन्हें जरूर बताएं जिसके बारे में लगता हो की वो आपको समझता है, आपका विश्वास के लायक है।
  • आपको लगे की आपकी जीने की इच्छा खत्म होती जा रही है तो एक बार अपनी सबसे अनमोल रिश्ते के बारे में सोचे कि वो आपके  बगैर कैसे रहेंगे। क्या आप धोखा देकर किसी रिश्ता को खुद को माफ कर सकेंगे?
  • कभी अकेले ना रहें जब भी आपको परेशानी महसूस हो।
  • किसी की बात आपके दिल को ठेस पहुंचाई है तो बात को भूलने का प्रयास करना चाहिए और अगर बात जरूरी है तो उस इंसान को भूलने का प्रयास करना उचित होगा इग्नोर करना सीखें।
  • जो लोग आपको प्यार करते है उनके साथ समय दें, उनसे कोई भी बात ना छुपाए, चाहे वो कोई हो और किसी तरह की बात क्यों ना हो।
  • आपको लोक लज्जा का भय हो तो खुद को परिवार के साथ जोड़ कर रखें और खुद पर भरोसा करना सीखें। रास्ता कोई तो जरूर ही होगा आत्महत्या किसी भी बुरी समस्या का समाधान नहीं हो सकता।
  • खुश रहना सीखें, कोई इंसान हमेशा नकारात्मक विचारों को आपके सामने रख रहा हो तो उससे दूर रहने का प्रयास करें उसके किसी बात को दिल पर न लें।
  • कोशिश करना सीखें और हर परिस्थिति में खुद को संभालने का हौसला रखें।
  • निडर बने आप से बड़ा कोई तुर्रम खान नहीं है, आपके अंदर प्रबल शक्ति है आप पत्थर चीर कर रास्ता बना सकते है उससे बड़ा मुश्किल कोई काम नहीं होता।
  • जो चाहते है उसको हासिल करने के लिए मेहनत करें, खुद को हमेशा मोटिवेट करें।
  • समय का इंतजार करें। जुबान की मार से ज्यादा चोट समय की मार की होती है।

आप के उचित मार्गदर्शन का एक छोटा सा प्रयास। जीवन में आगे बढ़ते रहे। हर परिस्थिति, हर समस्या का सामना करने की ऊपर वाला आपको दृढ़ इच्छाशक्ति दे।

Exit mobile version