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छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य, जहां ट्रांसजेंडरों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने की अनूठी पहल की गई

छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य, जहां ट्रांसजेंडरों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने की अनूठी पहल की गई

जिनको आपने कभी अपनी आजीविका के लिए ट्रेन पर लोगों के सामने ताली बजाकर हाथ फैलाते हुए देखा होगा। आपकी खुशियों पर नाचते-गाते हुए देखा होगा, अब वही तृतीय लिंग समुदाय के लोग छत्तीसगढ़ पुलिस में सम्मान के साथ अपनी सेवाएं देंगे। छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग ने तृतीय लिंग सुमदाय के लोगों को पुलिस सेवा में भर्ती करने के लिए रिक्तियां निकलवाई थीं।

कॉलम छपने के बाद ही तृतीय लिंग के अभ्यर्थियों ने भर्ती पत्र दाखिल करने के बाद कड़ी मेहनत और लगन से पुलिस की बौद्धिक और शारीरिक परीक्षा पास की। पुलिस भर्ती परीक्षा के अंतिम परिणाम में राज्य भर से समुदाय के 13 लोगों का चयन हुआ है।

समाज से बहिष्कृतों को अब मिलेगा कंधे से कंधा मिलाकर चलने का सम्मान

पुलिस भर्ती में शामिल प्रतिभागियों ने भारतवर्ष और सम्पूर्ण विश्व को यह संदेश दिया है कि उन्हें अपने हुनर दिखाने का मौका मिले तो वे स्त्री-पुरुष से कंधा से कंधा मिलाकर चल सकते हैं। वे भी सम्मानपूर्ण जीवन जीने के हकदार हैं। ट्रांसजेंडर (तृतीय लिंग व्यक्ति ) को समाज में कलंक माने जाने के कारण वे अपने परिवार और समाज से बहिष्कृत होने के हाशिए पर ही रहे हैं। वे पूरी तरह से अपने सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक व सांस्कृतिक जीवन में प्रतिभागी होने से वंचित रहे हैं।

पुलिस सेवा में ट्रांसजेंडर समुदाय (तृतीय लिंग ) के प्रतिभागियों में से निम्नलिखित प्रतिभागियों का चयन हुआ है : रायपुर से दीपिका यादव, श्री साहू, निशु क्षत्रिय, शिवन्या पटेल, नैना सोरी, सोनिया जंघेल, कृषि तांडी एवं सबुरी यादव, बिलासपुर से सुनील एवं रुचि यादव, धमतरी जिले से कोमल साहू, अंबिकापुर से अक्षरा, राजनांदगांव जिले से कामता, नेहा एवं डोली का चयन हुआ है।

इस अवसर ने हमारी जिंदगी बदल दी : कृषि तांडी, चयनित प्रतिभागी

हाल ही में पुलिस सेवा में चयनित प्रतिभागी कृषि तांडी कहती हैं कि “मैं आज बहुत खुश हूं। मेरे पास कहने के लिए कोई शब्द ही नहीं है कि मैं इस खुशी को व्यक्त कर पाऊं। मैं और मेरी सभी साथियों ने इस परीक्षा के लिए बहुत मेहनत की है। यह हमारे लिए ऐसा अवसर था, जिससे हमारी जिंदगी बदल सकती थी। इसलिए सबने दिन-रात मेहनत की थी।”

अब हमें इज्जत और सम्मान की जिंदगी मिलेगी: कोमल साहू, चयनित प्रतिभागी

पुलिस सेवा में धमतरी से चयनित होने वाली कोमल साहू कहती हैं कि “यह ऐसी खबर है, जिस पर अभी भी भरोसा नहीं हो रहा है, क्योंकि मैंने कभी नहीं सोचा था कि इज्जत और सम्मान की नौकरी मिलेगी।” किन्नर समाज व मितवा समिति ने छत्तीसगढ़ सरकार और गृह विभाग को धन्यवाद दिया है।

उन्होंने उन सभी लोगों का धन्यवाद दिया है, जिनका उनके लिए किसी भी रूप में सहयोग रहा है। ट्रांसजेंडरों (तृतीय लिंग व्यक्तियों )को पुलिस में भर्ती करवाने का सपना देखने वाली और इस सपने को साकार करने के लिए मेहनत करने वाली ट्रान्सजेंडर अधिकार कार्यकर्ता व मितवा समिति की अध्यक्ष विद्या राजपूत ने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी है।

 

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