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भाजपा से संभावित कड़े टक्कर में क्या ममता बनर्जी ऐसे जीतेंगी बंगाल चुनाव?

हिन्दुस्तान की सियासत में कुछ नेता ऐसे हैं जिन्हें उनके नाम से ज़्यादा उनके उपनामों या चलन में मशहूर नामों से जाना जाता है। उत्तर प्रदेश की सियासत में दखल रखने वाली, बीएसपी की अध्यक्ष और यूपी की पूर्व सीएम मायावती को बहन जी के नाम से जाना जाता है। तो वहीं ‘अखिलेश की बुआ’ के तौर पर भी मायावती मशहूर हैं।

आखिर क्या है भाजपा की रणनीति?

मगर अब देश की राजनीति में एक और बुआ जी आ गई हैं। आप सोचेंगे कि आखिर कौन? तो उसका जवाब है- बंगाल की सीएम ममता बनर्जी। मंच से ममता बनर्जी को दीदी-दीदी कहने वाले बीजेपी नेताओं ने अब ममता बनर्जी बुआ कहकर संबोधित करना शुरू कर दिया है। असल में ये बीजेपी की रणनीति का ही हिस्सा है।

बीजेपी ने बुआ वर्सेज़ बंगाल की बेटी अभियान की शुरुआत की है, जो इन दिनों सबसे ज़्यादा सुर्खियां बटोर रहा है। सरल भाषा में कहूं तो ट्रेंड कर रहा है। बीजेपी की इन 9 बेटियों को गूगल पर खूब सर्च किया जा रहा है। तो चलिए हम भी आपको बीजेपी की इन 9 बेटियों के नाम बता देते हैं जिनके सहारे बीजेपी ममता बनर्जी पर हमला कर रही है।

असल में बीजेपी ने एक पोस्टर लॉन्च किया है। इस पोस्टर में देबोश्री चौधरी, लॉकेट चटर्जी, रूपा गांगुली, भारती घोष, मफूजा खातून, श्रीपूर्णा मित्र चौधरी, तनुजा चक्रबर्ती, फाल्गुनी पात्रा और अग्निमित्रा पॉल शामिल हैं। हाल ही में बांग्ला एक्ट्रेस पायल सरकार ने भी बीजेपी की सदस्यता ली है, लेकिन उनकी तस्वीर इस पोस्टर में नहीं है। अब लोगों के मन में ये सवाल है कि ममता बनर्जी और उनकी पार्टी TMC बंगाल में बीजेपी की इस चैलेंज से लोहा कैसे लेंगी? तो आपको यहां बता दूं कि इसके लिए टीएमसी का भी पूरा प्लान तैयार है।

क्या टीएमसी के ये चर्चित चेहरे लगा पाएंगे नैया पार?

बंगाल के चुनाव में जुबानी जंग, वार पलटवार के साथ साथ ग्लैमर का भी तड़का लग रहा है। बंगाल में 8 चरणों में विधानसभा चुनाव होना है। 294 सीटों वाले इस राज्य में नतीजे 2 मई को आएंगे। तो अब बात करते हैं टीएमसी की। बीजेपी ने 9 महिला नेताओं को लॉन्च किया है, तो टीएमसी में ममता बनर्जी को जोड़ लीजिए तो 11 धाकड़ महिला नेता हैं। जिसमें सबसे पहला और ज़रूरी नाम तो खुद सीएम ममता बनर्जी हैं। अगर उनकी टीम की बात करें तो इन चेहरों से ममता बनर्जी को काफी उम्मीदें होंगी।

नुसरत जहां: बशीरहाट लोकसभा सीट से बीजेपी के सायंतन बसु जैसे दिग्गज को हराकर सांसद बनी नुसरत TMC की स्टार लीडर हैं। वो अक्सर बीजेपी पर हमला करते हुए नज़र आती हैं।

मिमी चक्रवर्ती: नुसरत जहां की तरह अभिनेत्री मिमी चक्रवती को भी लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने टिकट देकर सभी को चौंका दिया था। बंगाल के जाधवपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी के प्रोफेसर अनुपम हाजरा और लेफ्ट के दिग्गज नेता विकास रंजन भट्टाचार्य को हराना मिमी के लिए राजनीतिक करियर में मील का पत्थर है।

महुआ मोइत्रा: TMC की सबसे धाकड़ प्रवक्ता, सांसद महुआ अक्सर मोदी सरकार पर सीधे हमला बोलती हैं। फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाली महुआ सदन में जब बोलती हैं, तो लोग उन्हें सुनते हैं और उनके भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल होता है। दुनिया के छठे सबसे बड़े बैंक जेपी मॉर्गन में उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर सियासत में कदम रखने वाली महुआ मोइत्रा टीएमसी की ऐसी नेता हैं।जो खूब सर्च की जाती हैं।

काकोली घोष दस्तीदार: ममता की सबसे करीबी नेताओं में शुमार हैं। अक्सर टीवी डिबेट में बीजेपी के साथ संघर्ष करती नजर आती हैं। पेशे से चिकित्सक काकोली घोष दस्तीदार को टीएमसी की जमीनी नेताओं में गिना जाता है।

चंद्रिमा भट्टाचार्य: पार्टी की पुरानी नेता, पेशे से वकील और ममता कैबिनेट का सबसे महत्वपूर्ण चेहरा।

शशि पांजा: बंगाल के दिग्गज नेता अजीत पांजा की बहू हैं। पेशे से डॉक्टर हैं और बंगाल सरकार में मंत्री हैं।

शताब्दी रॉय: ममता बनर्जी की पुरानी साथी। एक्ट्रेस के तौर पर करियर की शुरुआत की थी। 2009 में सांसद बनीं। माना जाता है कि ये ममता की सबसे करीबी नेताओं में आती हैं।

सुजाता मंडल: सबसे रोचक नाम क्योंकि इनके पति बिष्णुपुर से बीजेपी सांसद सौमित्र खान हैं। आक्रामक भाषण शैली के लिए जानी जाती हैं।

डोला सेन: राज्यसभा सदस्य हैं। टीएमसी की विचारधारा को बेबाक तरीके से उठाती हैं।

नयना बनर्जी: टीएमसी सांसद सुदीप बनर्जी की पत्नी नयना बनर्जी टीएमसी की प्रवक्ता हैं। वो काफी तेज-तर्रार नेताओं में गिनी जाती हैं और हर रोज टीवी डिबेट में नज़र आती हैं।

अब ये तो वक्त ही बताएगा की बीजेपी की ‘9 महिला रत्नों’ से ममता की ये ‘10 दमदार नेता’ टकरा पाएंगी या नहीं? मगर फिलहाल मां माटी मानुष वाले राज्य में चुनावी राजनीति महिलाओं के इर्द गिर्द आ गई है। कुल मिलाकर बंगाल का चुनावबेहद रोचक होने वाला है।

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