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अनएकेडेमी के शिक्षक, कोच और गाइड जसपाल सिंह इंडियन अचीवर्स अवॉर्ड से सम्मानित

 जसपाल सिंह ने जीएटीई/ईएसई और दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए लाखों भारतीय युवाओं का सफल मार्गदर्शन किया है

 

 जसपाल सिंह इस समय अनएकेडेमी में सीनियर एजुकेटर के रूप में कार्य कर रहे हैं।

 

अनएकेडेमी के एजुकेटर, शिक्षक और कोच जसपाल सिंह, जिन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को मार्गदर्शन देने और उनकी प्रतिभा को सफल अंदाज में निखारने और संवारने के लिए जाना जाता है, को इंडियन अचीवर्स अवॉर्ड 2021 से सम्मानित किया गया है। जसपाल सिंह को यह पुरस्कार उनकी शानदार प्रोफेशनल उपलब्धि और भारतीय शिक्षा में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किया गया। उन्हें इस पुरस्कार से ऑनलाइन वर्चुअल समारोह में इंडियन अचीवर्स फोरम के कार्यकारी निदेशक हरीश चंद्र ने नवाजा। 

 

 

जसपाल सिह को सम्मानित करने के बाद हरीश चंद्र ने कहा, “हमें देश के सबसे प्रमुख शिक्षकों में से एक जसपाल सिंह को इंडियन अचीवर्स अवॉर्ड प्रदान कर बेहद खुशी हो रही है। जैसा कि हम सब जानते हैं, जसपाल सिंह छात्रों को बिना किसी गलती के सही दिशा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले दमदार शिक्षक है। प्रतियोगी परीक्षाओं के कोच और एजुकेटर के रूप में वह एक बेजोड़ शख्सियत हैं। उन्होंने देश के लाखों छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के गुर सिखाए हैं और सही दिशा में कॉम्पिटिशिन्स की तैयारी के लिए उन्हें रास्ता दिखाया है। हम भारतीय शिक्षा जगत में जसपाल सिंह के योगदान के लिए उन्हें इंडियन अचीवर्स पुरस्कार से सम्मानित कर रहे हैं।“ 

 

 

अपने कैरियर में जसपाल सिंह ने सिविल इंजीनियरिंग क्षेत्र में जीएटीई, ईएसई और दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने और सावर्जनिक क्षेत्र के प्रतिष्ठानों में प्रवेश में उम्मीदवारों की काफी मदद की है।

 

 

जसपाल सिंह का छात्रों के प्रति समर्पण  

जसपाल सिंह ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी प्रोफेशनल ढंग से कराने में अपनी लगन, मेहनत और समर्पण के लिए काफी सम्मान हासिल किया है। अपनी इसी विशेषता और उल्लेखनीय गुण के कारण ही इंडियन अचीवर्स अवॉर्ड हासिल करने में उन्हें मदद मिली है।

 

 

जसपाल सिंह ने कहा, “मैं इस सम्मान को अपने छात्रों को समर्पित कर रहा हूं, जिन्होंने शिक्षक के रूप में मेरे सफर के दौरान मुझे काफी स्नेह दिया। हालांकि मुझ में छात्रों को पढ़ाना का जुनून है, लेकिन यह मेरे उच्च महत्वाकांक्षी छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में मिली सफलता ही थी, जिसने मुझे बहुत से पुरस्कार जीतने और इस क्षेत्र में अपनी खास पहचान बनाने में मदद दी। मैं केवल एक गाइड, कोच और मार्गदर्शक हूं। मैंने हमेशा यह तय किया कि मैं अपनी क्लासेज में छात्रों को दिलचस्प और नए-नए तरीकों से समझाऊं, ताकि किसी भी विषय का कॉन्सेप्ट उनकी समझ में बेहतर तरीके से आ जाए।“ 

 

 

पारंपरिक शिक्षा के तरीकों को नए अंदाज में ढाला

 

जसपाल सिंह ने उन नए-नए तरीकों के बारे में बताया, जिसे वह सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई को दिलचस्प बनाने के लिए प्रयोग करना चाहते हैं।   

 

 

 

जसपाल सिंह ने कहा, “इंजीनियरिंग की सबसे पुरानी ब्रांच होने के नाते सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई छात्रों को काफी बोरिंग लगती है। इस समस्या को सुलझाने के लिए मैं पढ़ाने के नए-नए तरीकों के बारे में सोचता रहा। मैंने उन शिक्षा प्रणालियों के बारे में भी काफी मंथन किया, जिसे छात्रों को किसी भी विषय को आसान और दिलचस्प तरीके से समझाया जा सके। छात्रों को दिलचस्प ढंग से शिक्षा देने के लिए मुझे सबसे ज्यादा प्रतियोगी परीक्षा देने वाले छात्रों ने प्रेरित किया, जो इन परीक्षाओं में सफलता के टिप्स मुझसे चाहते थे। मुझ से उनकी उम्मीदों और अपने सपने को सच करने में उनकी कड़ी मेहनत ने मुझे इस क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ने का जज्बा दिया।“

 

 

इस अवसर पर जसपाल सिंह ने प्रतिष्ठा और उपलब्धि के इस स्तर पर पहुंचने के लिए पर्याप्त सहयोग और समर्थन देने के लिए अपने सहयोगियों और परिजनों का भी धन्यवाद किया। 

 

 

इससे पहले जसपाल सिंह को केंद्रीय लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में ज्यादा से ज्यादा उम्मीदवारों को सफलता दिलाने वाले शिक्षक, कोच और गाइंड का खिताब मिल चुका है। जसपाल सिंह का नाम इंडिया बुक ऑफ के रेकॉडर्स में “मैक्सिसम यूपीएससी कैंडिडेट्स क्वॉलिफाइड कैंडिडेट्स मेंटर्ड बाइ ऐन इंडिविजुअल” खिताब के गर्वीले विजेता के रूप में दर्ज हो चुका है।

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